क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है लेकिन कई दफा ऐसा हो चुका है जब क्रिकेटर इस छवि को धूमिल कर देते हैं. इस बार ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने अपनी हरकत से क्रिकेट को शर्मसार किया है. वॉर्नर पर इल्जाम है कि उन्होंने शराब के नशे में धुत होकर इंग्लैड के ऑल राउंडर जो रूट पर हमला किया.
वार्नर इन दिनों अपनी बल्लेबाजी के लिए नहीं, बल्कि किसी और ही वजह से सुर्खियों में हैं और ये वजह ऐसी है, जिसके चलते वार्नर ही नहीं, बल्कि पूरी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बैकफुट पर है. वार्नर की इस हरकत का नतीजा ये हुआ है कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के साथ बुधवार को हुए मैच से बाहर बिठा दिया गया.
शराब के नशे धुत वार्नर ने आधी रात एक बार में ना सिर्फ जो रूट के साथ बुरी तरह मारपीट बल्कि उनके साथ गाली-गलौच भी किया. वार्नर ने जो रूट को पहले तो गालियां दीं और फिर हद से आगे निकलते हुए उनकी ठुड्डी पर एक जोरदार घूंसा दे मारा.
दरअसल, एक बार में जाने के दौरान जो रूट ने अपने सिर पर नकली बाल और दाढ़ी लगा रखी थी और रूट को इस हालत में देख कर वार्नर को अचानक इतना गुस्सा आया कि उन्होंने पहले तो रूट की दाढ़ी नोच ली और फिर उनके चेहरे पर घूंसा जड़ दिया. बाद में दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने रूट को वार्नर के चंगुल से छुड़ाया.
बस, फिर क्या था? रात के अंधेरे में हुई इस वारदात ने क्रिकेट की पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी. बात फौरन दोनों टीम के मैनेजमेंट तक पहुंची और सुबह होने से पहले वार्नर को बुधवार को न्यूजीलैंड के साथ होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के मैच से निकाल बाहर किया गया और फिर चंद घंटों में बैरंग वापसी के लिए ऑस्ट्रेलिया का टिकट थमा दिया गया.
रविवार को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुए मैच में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से शिकस्त दी थी, लेकिन मैच में मुंह की खाने के बदले वार्नर अपनी खीझ मैदान के बाहर विरोधी टीम के खिलाड़ियों पर निकालेंगे, ऐसा किसी ने भी नहीं सोचा था.
वार्नर पहले भी बन चुके हैं बैड ब्वॉय
वैसे ये पहला मौका नहीं है, जब वार्नर किसी गलत वजह से सुर्खियों में हैं. अभी हाल ही में आईपीएल के दौरान ऑस्ट्रेलिया के दो खेल पत्रकारों के खिलाफ ट्विटर पर अश्लील बातें लिखने की वजह से वार्नर की काफी किरकिरी हुई थी. दिल्ली डेयरडेविल्स के उप कप्तान वार्नर यहां बल्ले से तो कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन मौका मिलते ही उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मर्यादा की सीमाएं तोड़ कर लोगों को उन पर लानत भेजने का मौका जरूर दे दिया. वार्नर के आलोचक शराबखोरी की आदतों की वजह से भी उन्हें निशाने पर लेते रहे हैं. वार्नर ने आईपीएल से पहले चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के मद्देनजर हिंदुस्तान में आकर शराब ना पीने की कसम खाई थी, लेकिन वार्नर को जाननेवाले बताते हैं कि आईपीएल के दौरान भी उन्होंने ना सिर्फ जमकर शराब पी, बल्कि मस्ती करने के लिए अपने साथ ऑस्ट्रेलिया से ही तीन स्कूली दोस्तों को भी लेकर हिंदुस्तान पहुंचे.
विवादों में घिर चुके ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर
वैसे अकेले वार्नर ही क्यों, ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू सायमंड्स और शेन वॉर्न जैसे दूसरे खिलाड़ी भी पहले इस तरह की गलत और अजीबोगरीब वजहों से सुर्खियों में रहे हैं. क्रिकेट और नशे का कॉकटेल कोई एक या दो बार नहीं, बल्कि अगनित दफा क्रिकेट को शर्मिंदा कर चुका है. फिर चाहे बात 2009 के टी-20 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सायमंड्स के शराब पीने की हो या फिर नशे की वजह से 2003 के वर्ल्डकप से शेन वॉर्न के बाहर होने की.
सायमंड्स को 2009 में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान शराब पीकर हंगामा करने की वजह से टूर्नामेंट के बीच में ही वापस भेज दिया गया था. लेकिन शायद सायमंड्स की इकलौती गलती की सजा नहीं थी. इस कार्रवाई के बाद पोटिंग ने कहा था, सायमंड्स ने इस बार कुछ ज्यादा ही कर दिया. मतलब साफ है कि सायमंड्स पहले भी अपने टीम के मेंबर्स के साथ ही भिड़ रहे थे. वैसे ये सायमंड्स की पहली और आखिरी गलती नहीं थी बात चाहे स्लेजिंग की हो या फिर भज्जी (हरभजन सिंह) से भिड़ने की सायमंड्स की बदनामी के किस्से कम नहीं हैं.
वैसे नशेबाजी और हंगामे की बात चले और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न का जिक्र ना हो ये मुमकिन ही नहीं है. 2003 में वॉर्न को जहां नशीली दवाओं के इस्तेमाल के लिए टीम से निकाल बाहर किया गया था, वहीं वॉर्न एक बार मैदान में बीयर पीते हुए भी पकड़े गए थे.
नशे में डूबते-डूबते बचे थे फ्लिंटॉफ
2009 टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाज और उस दौर के उप कप्तान एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने तो नशे में कुछ ऐसा कर दिया था जिससे हर कोई सकते में आ गया था. 2009 को जब इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज में वर्ल्ड टी-20 टूर्नामेंट खेलने गई थी, तब ये फ्लिंटॉफ शराब के नशे में कुछ इस कदर डूबे की एक बोट में सवार होकर मस्ती करने के दौरान डूबते-डूबते बचे. बताते हैं कि उस रात फ्लिंटॉफ ने 4 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक लगातार शराब पी थी.
भारतीय क्रिकेटरों ने भी मचाया है बवाल
शराब के नशे में हंगामा और मारपीट की बदनामी सिर्फ विदेशी क्रिकेटरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारतीय क्रिकेटरों पर भी इस तरह इल्जाम लग चुके हैं. 2010 में टी-20 वर्ल्डकप के दौरान वेस्ट इंडीज में टीम इंडिया के छह खिलाड़ियों और इंडियन फैंस के बीच एक बार में पार्टी के दौरान झड़प हो गई थी. क्योंकि यहां टीम मैच में शिकस्त के बाद मस्ती करने पहुंची थी. टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मुंह की खाने के बाद टीम इंडिया के कई खिलाड़ी अपने मुल्क से हजारों मील दूर एक नाइट क्लब में अपना गम भुलाने के लिए पहुंचे थे. इत्तेफाक से इसी दौरान क्लब में पूरी दुनिया से आए हिंदुस्तानी क्रिकेट फैंस का भी जमावड़ा लगा था. लेकिन इससे पहले कि हिंदुस्तानी खिलाड़ी अभी हार के सदमे से उबर पाते कि यहां एक और सदमा उनका इंतजार कर रहा था.
टकीला जोस नाम के इस पब में महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, जहीर खान और आशीष नेहरा जैसे धुरंधरों ने जैसे ही कदम रखा ही था कि पीछे से फैंस लूजर्स-लूजर्स कहकर इन क्रिकेटरों की हूटिंग करने लगे. टीम इंडिया के इन खिलाड़ियों के लिए ये बात बर्दाश्त के बाहर होने लगी और तब अचानक टीम के दोनों तेज गेंदबाज जहीर खान और आशीष नेहरा आपे से बाहर हो गए और तानाकशी करने वाले लोगों की तरफ बढ़े. फैंस भी बड़ी संख्या में थे तो दोनों ओर से धक्का-मुक्की शुरू हो गई. देखते ही देखते हालात बद से बदतर होते गए और बीच-बचाव के लिए टीम इंडिया के रनवीर युवराज सिंह को बीच में आना पड़ा. लोगों की दलखदांजी के बाद ये मामला तो शांत हो गया, लेकिन खिलाड़ियों के साथ पब में चाहने वालों की ये झूमाझटकी एक बड़ी खबर बन गई. ये और बात है कि पब के मालिकों से लेकर खुद क्रिकेटर तक ने तब मारपीट की इन खबरों से इनकार किया था.
पाकिस्तान के खिलाड़ी भी नहीं रहे हैं पाक
पाकिस्तान के क्रिकेटरों और विवादों के बीच चोली दामन का साथ रहा है. 2007 में दक्षिण अफ्रीका में शोएब अख्तर ने अपने साथी मोहम्मद आसिफ की नेट प्रैक्टिस के दौरान बल्ले से धुनाई की थी. इससे काफी पहले क्रीज पर उछल उछल कर मियांदाद पहले ही गलत वजह से सुर्खियों में आ चुके थे. 2007 में पाकिस्तान की टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थी. अचानक नेट प्रेक्टिस के दौरान शोएब और दूसरे तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ के बीच ऐसा कुछ हुआ, जिसने पाकिस्तान क्रिकेट फैंस के साथ-साथ क्रिकेट की पूरी दुनिया को चौंका दिया. पहले तो किसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हुई और अगले ही पल शोएब अख्तर ने गालियां देते हुए आसिफ पर हमला कर दिया. उन्होंने बल्ला पूरी ताकत से आसिफ की जांघ पर दे मारा, लेकिन खुशकिस्मती से आसिफ को ज्यादा चोट नहीं आई. इस वारदात का असर ये हुआ कि पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने शोएब को फौरन घर का रास्ता दिखा दिया. लेकिन ये कोई पहला मौका नहीं था, जब दोनों गलत वजहों से सुर्खियों में थे. इससे महज एक साल पहले यानि 2006 में दोनों को भारत में हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान नशीली दवाओं के इस्तेमाल की वजह से टीम से निकाल बाहर किया गया था. इस बार शोएब पर जहां दो साल का प्रतिबंध लगा था वहीं आसिफ पर 12 महीने का.
क्रिकेट के विवादों का किस्सा जावेद मियांदाद की हरकत का जिक्र किए बिना अधूरा सा ही लगता है. मशहूर पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद को दुनिया ने तब इस अजीबोगरीब तरीके से क्रीज पर उछलते हुए देखा, जब वे हिंदुस्तानी विकेटकीपर किरन मोरे की बार-बार की जा रही अपीलों से तंग आ गए थे. 1992 में जब पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच वर्ल्डकप का मुकाबला चल रहा था, मोरे विकेट के पीछे लगातार अपील कर रहे थे. और ये बात मियांदाद को कुछ इतनी बुरी लगी कि उन्होंने मोरे की नकल उतारते हुए क्रीज पर फ्रॉग जंप की शुरुआत कर दी.