तारीख- 25 जनवरी
दिन- गुरुवार
वक्त- शाम के 7.30 बजे
जगह- अमेरिकी राज्य अलाबामा का डब्ल्यू सी होलमैन करेक्शनल फैसिलिटी यानी जेल
58 लाख की आबादी वाले अमेरिकी राज्य अलाबामा में डब्ल्यू सी होलमैन करेक्शनल फैसिलिटी मौजूद है. वो अलाबामा की सबसे बड़ी जेल है. इसी जेल में 58 साल के कैनेथ स्मिथ को सजा-ए-मौत दी गई थी. स्मिथ दुनिया का पहला ऐसा शख्स था, जिसे नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत दी गई. इससे पहले कभी किसी इंसान पर इस तरह मौत देने के लिए नाइट्रोजन गैस की टेस्टिंग नहीं हुई. इस तरह दो चीजें हुईं. पहली, स्मिथ दुनिया का पहला ऐसा शख्स बना, जिसकी मौत नाइट्रोजन गैस से हुई. दूसरी, स्मिथ की मौत के साथ ही इस बात की टेस्टिंग हो गई कि नाइट्रोजन गैस से सजा-ए-मौत देना कितना आसान या फिर कितना तकलीफदेह है.
नाइट्रोजन गैस से अब तक किसी को सजा ए मौत नहीं दी गई, इसीलिए इससे होने वाली मौत कैसी होगी, इसे दिखाने के लिए अलाबामा की इस जेल के अधिकारी और वहां के अटॉर्नी जनरल ने पांच जनर्लिस्टों को स्मिथ की मौत लाइव दिखाने के लिए बुलाया था. उसकी मौत का चश्मदीद बनने के लिए उसकी पत्नी समेत परिवार वालों को भी बुलाया गया. उसके धार्मिक गुरु ने भी उसकी मौत को लाइव देखा. इसको देखने के लिए सभी लोग शाम साढ़े सात बजे अलाबामा जेल पहुंच कर दो अलग-अलग चेंबर में बैठ गए. इनमें से एक चेंबर में पांच जर्नलिस्ट थे, जबकि दूसरे चेंबर में स्मिथ के परिवार वाले. दोनों चेंबर में एक मोटा ग्लास लगा हुआ था.
इसी ग्लास से लोग डेथ चेंबर में मौजूद स्मिथ को लाइव मरता हुआ देखने वाले थे. दूसरी तरफ जेल के स्टाफ और मौत देने के एक्सपर्ट आखिरी लम्हों की तैयारी कर रहे थे. डेथ चेंबर के अंदर सिर्फ एक बेड था. ये बेड आम बेड से बिल्कुल अलग था. इसी पर स्मिथ को लिटाने के बाद उसके पूरे जिस्म को बेल्ट से बांध दिया गया. उसे सुबह खाना भी नहीं दिया गया, ताकि नाइट्रोजन गैस दिए जाने के बाद उसे उल्टी न आए. इसीलिए उसका पेट खाली रखा गया है. इसके बाद स्मिथ के जिस्म को सीने तक एक सफेद चादर से ढंक दिया गया. उसका मुंह केवल खुला था. इसके बाद अटॉर्नी जनरल डेथ चेंबर में पहुंचे. उसको उसका डेथ वारंट पढ़ कर सुनाया.
स्मिथ को बताया गया कि उसे किस जुर्म के लिए सजा एस मौत दी जा रही है. उसे ये भी बताया गया कि ये मौत उसे कैसे दी जाएगी. डेथ वारंट सुनाने के बाद अब स्मिथ के सामने मुंह के करीब एक माइक्रोफोन रखा गया, फिर उससे पूछा गया कि मौत से पहले आखिरी बार वो कुछ बोलना चाहता है? माइक्रोफोन रखने के साथ ही अब उस चेंबर के शीशे से पर्दा हटा दिया गया, जिसमें स्मिथ का परिवार बैठा था. स्मिथ अपने परिवार की तरफ देख कर कहता है, ''आई लव यू. मैं प्यार और शांति के साथ जा रहा हूं. आप सबको प्यार. अलविदा.'' इसके बाद उसके पास से माइक्रोफोन को हटा दिया गया. उसके चेहरे पर एक बड़ा सा मास्क लगाया गया.
मास्क कुछ ऐसा था जिसने स्मिथ की ठुड्ढी से लेकर माथे तक को ढंक दिया था. उसमें एक छोटा सा सुराख था. उसके साथ एक पाइप लगा हुआ था. उके ऊपर स्मिथ के चेहरे को एक शील्ड से ढंक दिया गया. मास्क में लगे पाइप का दूसरा सिरा डेढ चेंबर के बराबर में कंट्रोल रूम तक जा रहा था. उसी कंट्रोल रूम में जहां नाइट्रोजन गैस का सिलंडर रखा था और पाइप का वो सिरा उसी सिलिंडर से कनेक्टेड था. जेल के स्टाफ और अटॉर्नी जनरल उसी कंट्रोल रूम में बैठे थे. उसमें भी एक मोटा ग्लास लगा था. मौत की आखिरी तैयारी अब पूरी हो चुकी थी. शाम के 7.53 मिनट पर सभी चेंबर के पर्दे हटा दिए गए. सभी लोग उसे लाइव देख रहे थे.
डेथ चेंबर खाली होते ही अब स्मिथ को भी अहसास हो चुका था कि किसी भी पल उसकी जान लेने वाली वो गैस उसके नाक और मुंह के जरिए आने वाली है. चश्मदीदों के मुताबिक स्मिथ बेड पर बेशक कैद था, लेकिन उसके दोनों पैर लगातार कांप रहे थे. पूरे तीन मिनट तक चश्मदीदों ने इसी आलम में स्मिथ को देखा. 7.56 मिनट पर नाइट्रोजन गैस के सिलिंडर का नॉब ऑन कर दिया गया. अब गैस नाक और मुंह के जरिए स्मिथ के शरीर में जाने वाली थी. चश्मदीद उसे लाइव देख रहे थे. अचानक उन्होंने देखा कि बेड से जकड़े होने के बावजूद अब वो अपने सिर और सीने को उठाने की कोशिश कर रहा है. उसने खुद ही अपनी सांसें रोक लिया था.
यह भी पढ़ें: शादी का लालच देकर रेप, अश्लील वीडियो के जरिए ब्लैकमेल...गर्म तवे वाले बाबा के 'अश्लील कांड' का पर्दाफाश
स्मिथ को लगा सांस रोकने से गैस अंदर नहीं जाएगी. लेकिन वो कब तक सांस रोक सकता था? आखिरकार दम ने साथ छोड़ा और उसे सांस ले ली. इस सांस के साथ ही अब नाइट्रोजन गैस धीरे-धीरे स्मिथ के शरीर में जा रहा था. अलाबामा के अटॉॉर्नी जनरल ने दावा किया था कि नाइट्रोजन गैस से कुछ सेकंड के अंदर ही स्मिथ बेहोश हो जाएगा और फिर एक से दो मिनट के अंदर उसकी मौत हो जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वो कई मिनटों तक तड़पता रहा. वो पूरी ताकत से बेड से उठने की कोशिश कर रहा था. लेकिन जकड़न मजबूत थी. चेंबर से उसका परिवार और जर्नलिस्ट उसे तड़पते हुए अगले कई मिनट तक देखते रहे.
इस हालत में देख कर स्मिथ की पत्नी चीख पड़ी. शाम 8.08 मिनट अब तक 12 मिनट हो चुके थे. धीरे-धीरे स्मिथ का शरीर खामोश हो चुका था. अब ना उसके पैर कांप रहे थे. ना उसका सर और सीना बिस्तर से उठने की कोशिश कर रहा था. ठीक इसी वक्त एक एक्सपर्ट डेथ चेंबर में दाखिल होता है. स्मिथ की नब्ज टटोलता है. फिर बाहर चला जाता है. अगले सात मिनट तक स्मिथ अब भी इसी आलम में बेड पर लेटा रहता है. 8.15 मिनट अब स्मिथ की मौत लाइव देख रहे दोनों चेंबर के शीशे के ग्लास का पर्दा फिर से गिरा दिया जाता है. ये इस बात का सबूत था कि लाइव मौत का खेल खत्म हो चुका है. यानी कि स्मिथ अब मर चुका है.
उसी रोज शाम 8.25 बजे स्मिथ की मौत का ऐलान कर दिया गया. बाकायदा अटॉर्नी जनरल ने बाद में कहा कि नाइट्रोजन गैस से मौत देने का तरीका कामयाब रहा. उन्होंने ये भी कहा कि अलाबामा जेल में बंद मौत की सजा पा चुके 43 और कैदियों को भी ठीक इसी तरह तारीख आने पर मौत दी जाएगी. हालांकि लाइव मौत देखने वाले एक जनर्लिस्ट का कहना था कि नाइट्रोजन गैस से आसान मौत दिए जाने के जो दावे किए गए थे, वो गलत थे. क्योंकि उन्होंने स्मिथ को अपनी आंखों के सामने कई मिनटों तक तड़पते देखा था. वो लगातार झटपटा रहा था. मौत से बचने की कोशिश कर रहा था. इस तरह उसकी मौत आसानी से नहीं हुई थी.