मदर तक तो बात ठीक थी. यहां तक कि उसके मदर इंडिया बनने पर भी कानून को कोई एतराज नहीं था, मगर जब वो अपने आठ-आठ बच्चों को कानून की जगह कानून के दुश्मनों की किताब पढ़ा कर खुद गॉड मदर बन गई तब कानून की नजरें टेढ़ी हुईं. इसके बाद ताजिरात-ए-हिंद की सारी दफाएं जब एक-एक कर वो तोड़ने लगी तो उसके आगे बाकी छटे हुए बदमाश भी बौने होते चले गए. ये कहानी एक ऐसी मम्मी या यूं कहें कि गॉड मदर की है जिसने दिल्ली पुलिस को लंबे वक्त तक छकाए रखा. और अब कहीं जाकर वो पुलिस के हाथ लगी है. यकीनन ये दिल्ली की ये मोस्ट वॉटेंड मम्मी थी.
लेडी डॉन के खिलाफ दर्ज हैं 113 मामले
उस बुजुर्ग महिला की उम्र 62 साल है. नाम पता क्या है ये बाद में बताएंगे पहले ये जानिए कि ये पुलिस की गिरफ्त में क्यों है. इस महिला के खिलाफ हत्या, लूटपाट, सुपारी, रंगदारी, किडनैपिंग, फिरौती, चोरी, डकैती और ना जाने क्या क्या मामले दर्ज हैं. गिनते गिनते उंगलियां थक जाएंगी मगर इसके जुर्म के कारनामें कम नहीं होंगे. कुल मिलाकर इस लेडी डॉन के खिलाफ 113 मामले दर्ज हैं. इसी वजह से ये महिला दिल्ली पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड अपराधी है.
पूरे इलाके में लेडी डॉन का आतंक
इनके नाम के आगे जो उर्फ लगता है. उन उर्फ को भी गिन लीजिए. लेडी डॉन, आपा, मम्मी, दबंग और गॉडमदर. जी हां यही वो खिताब हैं, जो इस बुजुर्ग महिला को दिए जाते हैं. ये तो थी इनकी उर्फियत अब सुनिए आखिर ये महिला हैं कौन.
नाम- बशीरन
उम्र- 62 साल
पेशा- जरायम
ठिकाना- संगम विहार, दिल्ली
वो आंखों पर काला चश्मा लगाती है. थोड़ा झुक कर चलती है. इस बुजुर्ग महिला की हकीकत जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. सुपारी लेकर लोगों को मौत के घाट उतारना इसके लिए चुटकियों का काम है. जुर्म की दुनिया की लिस्ट का कोई ऐसा गुनाह नहीं जो इनके नाम दर्ज न हो. और ये महिला मशहूर हैं ये मम्मी के नाम से. जी हां, जुर्म की मम्मी. पुलिस रिकॉर्ड में बशीरन का नाम कुछ ऐसे ही दर्ज है. बशीरन पर कत्ल और वसूली जैसे संगीन मामले दर्ज हैं.
8 बेटों की मां है जुर्म की मम्मी
बशीरन के आठ बेटे हैं. इनके नाम हैं- समीर उर्फ गूंगा (42 मामले), शकील (15 मामले), वकील (13 मामले), राहुल खान (3 मामले), फैजल उर्फ खड़का (9 मामले), सन्नी (9 मामले), सलमान (2 मामले) और उसका एक बेटा नाबालिग है. मगर आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि सब के सब छटे हुए बदमाश हैं. इस तरह बशीरन ने जुर्म करने के लिए अपने पूरे के पूरे कुनबे को तैयार कर रखा है.
घर से चलाती थी सिंडिकेट
कई संगीन मामलों में कोर्ट ने इसे भगोड़ा घोषित कर रखा था और पुलिस इसकी 8 महीने से तलाश कर रही थी और अब आखिरकार उसे संगम विहार से ही गिरफ्तार कर लिया गया है. बशीरन अपने घर से ही पूरा सिंडिकेट चला रही थी. जिसे हाल ही में पुलिस ने सील किया है. उसकी गिरफ्तारी भी तब हुई जब वो घर की सील खुलवाने की कोशिश कर रही थी.
डॉन की गिरफ्तारी से खुश हैं लोग
बशीरन की गिरफ्तारी के बाद इलाके के लोग राहत की सांस तो ले रहे हैं. मगर अभी भी लोग उसके खिलाफ मुंह नहीं खोल रहे हैं. यहां तक कि पड़ोस में रहने वाले लोग भी उसके बारे में एक लफ्ज़ भी बोलने को तैयार नहीं. बशीरन पर शिकंजा कसना तब शुरू हुआ, जब इसी साल जनवरी में उसने एक लड़के को अगवा करवा कर घर के पास जंगल में रखा. उसकी हत्या करवाने की कोशिश. लेकिन वक्त रहते पुलिस पहुंच गई और लड़के को बचा लिया.
अपहरण के बाद की थी हत्या की कोशिश
तब पता चला कि ना सिर्फ इस वारदात के पीछे बल्कि पिछले साल मिराज नाम के एक लड़के की हत्या करवाने और उसे वहीं दफन करवाने के पीछे भी बशीरन थी. जुर्म की दुनिया में बशीरन ने साल 2002 में कदम रखा और अपने आठों बेटों को उसमें शामिल कर पूरे इलाके में दहशत फैला दी. फिलहाल उसके दो बेटो को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके तीन बेटे फरार हैं और तीन जमानत पर बाहर हैं.
ऐसे लेडी डॉन बनी बशीरन
वाकई ये जानना दिलचस्प है कि बशीरन जुर्म की दुनिया की मोस्ट वॉन्टेड मम्मी कैसे बनी. दरअसल जुर्म की दुनिया में बशीरन ने साल 2002 में कदम रखा था. गैंग बनाने के लिए उसे किराए के गुंडों की जरूरत ही नहीं पड़ी. क्योंकि घर में ही आठ-आठ बेटे थे. अपने आठों बेटों के साथ उसने देखते ही देखते पूरे इलाके में दहशत फैला दी. आलम ये था कि बशीरन ने अपने इलाके में जल विभाग के पानी की पाइप लाइन तक पर कब्ज़ा कर लिया था. हालांकि पुलिस की कार्रवाई के बाद बशीरन का सिंडिकेट खत्म होने लगा है.