दिल्ली के करावल नगर में 20 मई को घर के अंदर एक बुजुर्ग मां और 29 साल के बेटे की लाश मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि खजानी नगर के एक 25 गज के मकान में 56 साल की महिला का शव जमीन पर, जबकि 29 साल के एक शख्स की लाश पहली मंजिल पर बिस्तर पर पड़ी थी. दोनों की नाक से खून निकल रहा था.
पुलिस ने तुरंत ही दोनों को जेपीसी अस्पताल भिजवाया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस को जांच में पता चला कि इस मकान में रहने वाली उर्मिलेश और उनके बेटे अशोक की लाश थी. पुलिस ने मौका-ए-वारदात का मुआयना किया तो घर में सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था जिससे पुलिस को शंका हुई कि ये मामला लूटपाट के लिए कत्ल का नजर आ रहा था.
उत्तरी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि ये घर श्याम सुंदर का है और इस घर के नीचे ही इनका परिवार ग्रॉसरी शॉप चलाता था. हाल ही में 29 अप्रैल को श्याम सुंदर की भी मौत हो गई थी. श्याम सुंदर दिल्ली विकास प्राधिकरण के रिटायर्ड कर्मचारी थे.
जांच के दौरान पुलिस को मौके से पूजा और हवन का सामान मिला. यहीं से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के कान खड़े हो गए और डबल मर्डर की जांच के लिए डीसीपी ने एसएचओ करावल नगर राम अवतार त्यागी, इस्पेक्टर राजेंद्र, इस्पेक्टर प्रकाश रॉय और सब इंस्पेक्टर अंकित की पूरी टीम को लगा दिया गया. इस टीम की अगुवाई एसीपी हरिश्चंद्र कुकरेती कर रहे थे.
पुलिस को जांच में ये भी पता चला कि घर में जो भी कातिल दाखिल हुआ था, उसका घर में आना-जाना लगा रहता था. डबल मर्डर की जांच के दौरान करीब 20 किलोमीटर दूरी तक अलग-अलग इलाकों के सीसीटीवी फुटेज छान मारे. पुलिस को इस काम में कामयाबी मिली और उसके बाद पुलिस को एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया. सीसीटीवी से फुटेज निकालकर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई.
सेनारी नरसंहारः घरों से बाहर खींचकर बारी-बारी से काटे गले, फिर चीर दिए थे सबके पेट
डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि "मौके से मृतक अशोक का मोबाइल फोन गायब था जिसकी लोकेशन इंद्रपुरी लोनी में नजर आई. जिसके बाद पुलिस की टीम ने लोनी इलाके में छापेमारी शुरू की. पुलिस ने जांच में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया और जब सीसीटीवी फुटेज के इसका मिलान किया गया तो लगभग ये वही शख्स निकला जो कत्ल की रात अशोक के घर में दाखिल हुआ था. जांच में शख्स का नाम राहुल पता चला."
लोनी के रहने वाले राहुल ने खुलासा किया कि वो दसवीं पास है और झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र का काम करता है. वो ऐसे लोगों को अपना निशाना बनाता है जो किसी परेशानी से जूझ रहे होते हैं और उनसे पैसे ऐंठ लेता था. पिछले साल वो मृतक अशोक के संपर्क में आया था. तब अशोक किसी मानसिक बीमारी से परेशान था और उसने राहुल से कई बार तंत्र-मंत्र झाड़-फूंक भी करवाई थी.
डीसीपी सेन ने बताया कि "राहुल ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि 29 अप्रैल को पिता की मौत के बाद से अशोक बेहद परेशान था और उसने राहुल से घर में पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र करने की बात कही थी. हैरानी की बात ये है कि राहुल पहले ही इस घर में अलमारियां तिजोरी सारी चीज के बारे में जानता था. यहां से अशोक के कहने पर राहुल ने 19 मई को घर में तंत्र मंत्र का आयोजन किया."
प्लानिंग के तहत राहुल 19 मई की शाम को अशोक के घर करावल नगर पहुंच गया. वहां पूजा की तैयारियां शुरू हुईं. सबने एक साथ खाना खाया. पूजा के लिए दो गिलास पानी मंगवाया और इस पानी में राहुल ने चुपके से नशे की गोलियां डाल दीं. राहुल ने दोनों ही गिलास अशोक और उसकी मां को दे दिए. अशोक ने जैसे ही पानी पिया उसकी हालत खराब होने लगी जिसे देखकर अशोक की मां ने राहुल को टोका तो राहुल ने जवाब दिया कि ये सब किसी बुरी शक्ति की वजह से हो रहा है और ये तंत्र-मंत्र का असर है.
इसके बाद राहुल ने अशोक की मां से झाड़-फूंक के लिए कुछ सामान दुकान से लाने को कहा. दुकान क्योंकि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर ही थी. लिहाजा जैसे ही वो पूजा का सामान लेकर ऊपर आईं तो उन्होंने देखा कि राहुल अशोक का गला दबा रहा था. इसको देखकर अशोक की मां ने शोर मचाना शुरू कर दिया. इसके बाद राहुल ने उर्मिलेश को भी दुपट्टे से गर्दन कसकर मौत के घाट उतार दिया. दोनों की हत्या करने के बाद राहुल ने अलमारी से जेवरात और नकदी लेकर वहां से फरार हो गया.
पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को महज 12 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया. 19-20 मई की रात को हत्या हुई थी. 20 मई को पुलिस को जानकारी मिली और 21 मई को आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गया.