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दिल्ली हिंसा: बवाल के दौरान उपद्रवियों ने लूटी पुलिस की कारतूस भरी मैगजीन, मामला दर्ज

आईटीओ से लेकर लाल किले तक प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिसकर्मियों पर निशाना साधा गया, इस पूरे बवाल में करीब तीन सौ से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए. अब अलग-अलग घटनाओं की जानकारी खुलकर सामने आ रही है.

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सोशल मीडिया पर वायरल हुई प्रदर्शन की ये तस्वीर (PTI)
सोशल मीडिया पर वायरल हुई प्रदर्शन की ये तस्वीर (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान जमकर हुई हिंसा
  • लाल किले के पास पुलिस से हथियार लूटने की कोशिश

गणतंत्र दिवस के दौरान दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ट्रैक्टर परेड के दौरान उपद्रवियों ने जमकर बवाल किया. आईटीओ से लेकर लाल किले तक प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिसकर्मियों पर निशाना साधा गया, इस पूरे बवाल में करीब तीन सौ से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए. अब अलग-अलग घटनाओं की जानकारी खुलकर सामने आ रही है.

जब लाल किले में प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचाना शुरू किया तो लाहौरी गेट के पास पुलिसकर्मी ऊपर से नीचे नहर में गिर रहे थे. तभी उपद्रवियों ने पुलिस के हथियार लूटने की कोशिश भी की. इसी दौरान उपद्रवी मैगजीन लूटकर ले गए, जिसमें करीब 20 कारतूस थे. अब इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है.

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...जब पुलिसकर्मी की ओर दौड़ा निहंग
ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें एक निहंग सरदार की ओर से दिल्ली पुलिस के जवान पर तलवार दिखाई जा रही है. इस जवान का नाम दयानंद है, जो कि दिल्ली की मंडावली थाने में तैनात है.

दरअसल, गणतंत्र दिवस के मौके पर जब प्रदर्शनकारी गाजीपुर से आगे की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तब मंडावली थाने के पास ही उन्हें रोकने की कोशिश की गई. दयानंद पर जब हमला हुआ तो उनके साथी कॉन्स्टेबल नितिन ने उन्हें बचाया.

देखें: आजतक LIVE TV


दिल्ली हिंसा में ही घायल हुए हेड कॉन्स्टेबल सतीश ने आजतक से बात करते हुए उस दिन के मंजर के बारे में बताया. सतीश ने बताया कि जब प्रदर्शनकारी लाल किले में घुसे तो उनपर लोहे की रॉड से वार किया गया. जिसके बाद उनके सिर पर चोट लगी. सतीश अभी सिविल लाइंस के ट्ऱॉमा सेंटर में इलाज करा रहे हैं.

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इससे पहले दिल्ली के ही गाजीपुर बॉर्डर से एक किस्सा सामने आया, जहां दो महिला पुलिसकर्मी ट्रैक्टर चलाने वाले प्रदर्शनकारियों के आगे डटकर खड़ी हो गईं. प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़कर दिल्ली की ओर घुसना चाहते थे, लेकिन दोनों महिला पुलिसकर्मी ट्रैक्टर के बोनट पर ही लटक गईं, जिसके कारण ट्रैक्टर आगे नहीं आ सका. काफी गरमा-गरम बहस के बाद भी महिला पुलिसकर्मी पीछे नहीं हटीं और प्रदर्शनकारियों को ट्रैक्टर पीछे हटाना पड़ा.

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के करीब तीन सौ जवान गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा में घायल हुए हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली के एक अस्पताल में जाकर घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात भी की. 

 

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