हिंदुस्तान में बैठा एक शख्स अपने दुश्मन को ठिकाने लगाना चाहता था. पर दिक्कत ये थी कि दुश्मन हिंदुस्तान से हजारों मील दूर किसी और मुल्क में था. और वो वहां जा नहीं सकता था या जाना नहीं चाहता था. अब बिना जाए उस अनजान मुल्क में अपने दुश्मन को वो कैसे ठिकाने लगाए? लिहाजा काफी सोचने के बाद उसने एक तरकीब निकाली. एक ऐसी तरकीब जिससे उसे किराए का कातिल भी मिल गया और बिना मिले उसने उसे सुपारी भी दे दी.
ये दुनिया का सबसे अनोखा कत्ल था जिसकी सुपारी ना तो बदमाशों के साथ किसी गुमनाम ठिकाने पर चोरी छिपे मीटिंग कर दी गई और ना ही बदमाशों को मरनेवाली की तस्वीर हाथों-हाथ थमाई गई. बल्कि यहां तो सुपारी किलर्स को ढूंढने से लेकर उन्हें सुपारी देने तक का सारा काम इंटरनेट के जरिए ही हो गया. पहले कंप्यूटर पर सुपारी किलर्स की तलाश शुरू हुई और फिर बात बनते ही करोड़ों रुपए के बदले दुश्मन की तस्वीर चुपके से इंटरनेट के रास्ते ही कातिलों तक सरका दी गई. और इससे पहले कि कानों-कान किसी को इस बात की खबर होती, दुनिया की निगाहों से दूर एक शख्स गोलियों से छलनी हो चुका था.
इंसान की जिंदगी को कंप्यूटर या स्मार्टफोन के एक क्लिक में समेट देनेवाली इंटरनेट की दुनिया का अब यही नया चेहरा है. यह डीप नेट की तिलस्मी दुनिया है. इंटरनेट की इस दुनिया में जुर्म का कारोबार होता है. यहां सुपारी किलर्स की मंडी सजती है. यहां खतरनाक ड्रग्स की ऑनलाइन बिक्री भी होती है.
जुर्म की दुनिया में डीप नेट के नाम से पहचानी जानेवाली इस दुनिया में सबकुछ बिकता है. फिर चाहे वो कायदे-कानूनों की नजर में कितना ही बड़ा गुनाह क्यों ना हो. दूसरे लफ्जों में कहें तो डीप नेट यानी इंटरनेट की वो दुनिया, जहां पहुंचने के बाद आप ना सिर्फ घर बैठे सुपारी किलर्स हायर कर सकते हैं, बल्कि बड़े आराम से हथियार खरीद सकते हैं, ड्रग्स बेच सकते हैं और अगर आपकी ख्वाहिश हो तो किसी भी आतंकवादी संगठन को चंदा भी दे सकते हैं.
इस साल दिल्ली की एक हाई प्रोफाइल लेकिन छोटी सी ड्रग पार्टी में भी इसी डीप नेट के जरिए ड्रग की खेप मंगाई गई. लेकिन इससे पहले कि पार्टी अपने शबाब पर पहुंचती, ड्रग ने एक नौजवान को कुछ इस कदर बेचैन किया कि वो अपने कमरे से बाहर निकल कर लोगों से कुछ यूं उलझा कि मौत के मुंह में समा गया. सुबूतों की कमी से बेशक पुलिस इस मामले में डीप नेट का जिक्र ना करती हो, लेकिन धाकड़ साइबर एक्सपर्ट्स की मानें तो ये डीप नेट से निकली मौत का कोई पहला और इकलौता मामला नहीं था.
कोकिन, एलएसडी, सुपारी किलर, फ्रॉड करने के तरीके, नकली करंसी, हैकिंग के सॉफ्टवेयर, चाईल्ड पोर्नोग्राफी और जुर्म की काली दुनिया का हर वो सामान 'डीप नेट' से बेचा जा रहा है जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते.
हिटमैन नैटवर्क यानी कॉनट्रेक्ट किलर, सुपारी किलर का गिरोह जो पूरी दुनिया किसी भी जगह किसी भी इंसान को पैसे के लिए खात्मे का वादा करते है लेकिन कॉन्ट्रैक्ट किलर मुहैया कराने वाली इस बेवसाइट की कुछ शर्ते भी हैं. शर्त ये कि ये गिरोह 16 साल से कम उम्र के बच्चों और टॉप 10 देश के नेताओं को नुकसान पहुचाने की सुपारी नहीं लेता.
ऑनेस्ट कोकिन स्टोर: यूं तो ये नशा पर पूरी दुनिया में पाबंदी है लेकिन जुर्म की इस दुनिया में ऑनलाइन कारोबार करने वाले अपराधी जहर भी इंटरनेट पर बेरोक टोक बेच रहे हैं. यही ही नहीं बेनजोस, केनीबिज, एलएसडी जैसे तमाम नशे का सामान जुर्म की इस दुनिया में आपको गांरटी के साथ और आपकी बताई जगह पर पहुंचाने के दावों समेत मुहैया कराया जाता है.
जुर्म की ये एक ऐसी अजीब दुनिया है, जिसके तह तक पहुंचना आज भी दुनिया की स्मार्ट पुलिस फोर्सेज के लिए एक टेढ़ी खीर है. क्योंकि जुर्म के इस इंटरनेट पर मिलता तो सबकुछ है. लेकिन चोरी छिपे और कानून की निगाहों से बच कर.
क्राइम की दुनिया में जुर्म की सर्विस देने वाला कौन है कोई नहीं जानता और किसको वो अपनी सर्विस दे रहा है वो भी जानना नहीं चाहता उसे तो सिर्फ अपने काम के दाम चाहिए. हमारी सोच जहां जुर्म की दुनिया के बारे में खत्म हो जाती है वहां से जुर्म की ये काली दुनिया शुरू होती है. जुर्म की दुनिया जहां सब कुछ मिलता है. घर बैठे, 24 घंटे, 7 दिन वो भी कानून तेज निगाहों से बिल्कुल दूर.
काली दुनिया पर नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि डीप नेट वेब नार्मल वेब से कई गुना बड़ा और कई गुना फैला हुआ है और दुनिया में इस कारोबार को रोकने की कोशिशें नाकाम हो चुकी है.