बिहार के कटिहार से छह दिन पहले अगवा हुई मासूम बच्ची स्पर्श को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया है. उसको नेपाल को विराटनगर से बरामद किया गया. अपहरण के इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड कहे जा रहे आरजेडी के पूर्व सांसद नरेश यादव के बेटे संतोष यादव को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है.
जानकारी के मुताबिक, संतोष यादव ने शराब के नशे में स्पर्श के परिजनों को फोन कर 25 करोड़ की फिरौती मांगी थी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लेकिन जांच के बाद पता चला कि संतोष ने शराब के नशे में ये हरकत की है. इसलिए पुलिस ने उसे इस मामले में क्लीन चिट तो दे दी है.
कटिहार के कुर्सेला इलाके में रहने वाले पेट्रोल पंप मालिक भानु अग्रवाल की बेटी स्पर्श उर्फ छवि को 3 अगस्त के दिन अगवा कर लिया गया था. वह एनवीआर नामक स्कूल में यूकेजी की छात्रा है. बच्ची घर जाने के लिए स्पर्श एनएच-31 पर पुराने पेट्रोल पंप के पास बस से उतरी थी, तो मिथुन नामक युवक ने उसे अगवा कर लिया.
आरोपी मिथुन भानु के घर ड्राइवर था. बच्ची के पिता ने भी पुलिस को दर्ज कराए शिकायत में मिथुन पर अपहरण की आशंका जताई थी. उसी समय संताष यादव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बच्ची के पिता से 25 करोड़ रूपए की फिरौती की मांग की थी. इसके बाद पुलिस ने दोनों गिफ्तार करके जेल भेज दिया था.
उस वक्त कहा गया कि आरोपियों ने मिथुन का पता बताया. एसटीएफ की एक टीम आरोपियों द्वारा बताए जगह पर भेजी गई. अपहरणकर्ता मिथुन ने स्पर्श को विराटनगर के सुतंरी गांव में रखा हुआ था. इस दौरान वह बच्ची को गांव में मेला दिखाने भी ले गया था. वहां एसटीएफ ने छापामारी करके स्पर्श को सकुशल बरामद कर लिया.