फिरोजाबाद के शिकोहाबाद के गंगा नगर निवासी रंजीत बघेल की 12 जनवरी की रात में हत्या कर दी गई थी. दूसरे दिन सुबह मैनपुरी रोड पर ग्राम बनीपुरा के निकट आलू के खेत में रंजीत की लाश बरामद हुई थी. पुलिस ने इस कांड का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल मृतक की पत्नी, प्रेमी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल तमंचा, मारुति ईको बैन भी बरामद कर ली है. एसएसपी ने पुलिस टीम को 5 हजार रुपये इनाम दिया है.
एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि मृतक रंजीत की पत्नी रेनू का शादी से लगभग 10 माह पूर्व ब्रजेश बघेल से उसके गांव में कथा में मुलाकात हुई थी. उसके बाद दोनों के मध्य मोबाइल से बातचीत शुरू हो गई. दोनों में प्रेम हो गया, लेकिन रिश्ते के चलते शादी नहीं हो सकती थी. तब ब्रजेश ने रेनू की शादी आवगंगा रोड शिकोहाबाद निवासी देव सिंह के पुत्र रंजीत से करा दी. मृतक रंजीत शराब का आदी था. इससे उसकी पत्नी रेनू परेशान रहने लगी.
रेनू अपनी बड़ी बहन शारदा की शादी में की गई थी. उसने 9 जनवरी को फोन से अपने प्रेमी ब्रजेश को भी वहीं बुला लिया. वहीं दोनों ने रंजीत की हत्या की योजना बनाई. 10 जनवरी को ब्रजेश अपने गांव वापस चला गया. इसके बाद रेनू अपने मायके फिरोजाबाद चली गई. ब्रजेश ने अपने गांव से ही मारुति बैन के चालक अनिल से संपर्क कर गाड़ी को एक हजार रुपये में तय किया. अपने परिचित सुशील हत्या की सुपारी देते हुए 30 हजार की रकम तय की.
12 जनवरी को योजना के मुताबिक शाम 7 बजे तीनों ईको गाड़ी से शिकोहाबाद मैनपुरी चौराहा पर आए. ब्रजेश ने पहले से ही फर्जी आईडी से खरीदी गई सिम से मृतक रंजीत को फोन कर बुला लिया. इसके बाद चारों गाड़ी में बैठ कर चल दिए. मैनपुरी रोड पर सुशील ने तमंचे की बट से रंजीत के सिर पर प्रहार कर मार दिया. इसके बाद तीनों ने मिलकर उसके शव को बनीपुर के पास एक खेत में फेंक दिया और वापस अपने गांव चले गए.