एमिटी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र उदित शंकर की मौत के मामले की छात्र के परिजनों ने सीबीआई जांच कराने की मांग की है. मृतक के पिता उमाशंकर सिंह ने दावा किया कि उनके बेटे की हत्या की गयी है. पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है. उनके बेटे के शरीर पर चोट के कई निशान थे.
पोस्टमार्टम के बाद भी डॉक्टर मौत के सही कारणों का पता नहीं लगा पाए. उन्होंने उसका बिसरा फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके द्वारा दी गयी तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस ने चार दिन का समय लिया जबकि नियमत: घटना वाले दिन ही मुकदमा दर्ज हो जाना चाहिए.
वह प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने नोएडा पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत को जान बूझाकर मीडिया में आत्महत्या का रूप दिया गया. दबाव में आकर पुलिस इस मामले में दोषियों को बचा रही है.