स्वयंभू धर्मगुरु आसाराम के गुनाहों की एक-एक परत दिन ब दिन उघड़ती जा रही है. अदालत ने आसाराम को अहमदाबाद पुलिस की रिमांड में तीन दिन के लिए भेजा है, लेकिन पुलिस सूत्रों से जो खुलासा हुआ है, उसके मुताबिक आसाराम के यौन उत्पीड़न का शिकार कोई महिला गर्भवती हो जाती थी, तो गर्भपात के लिए उन्होंने बाकायदा एक साधिका को रख छोड़ा था. साथ ही उनकी दो और सहयोगी आसाराम के इस गंदे खेल में उनके साथ होती थीं.
आंसुओं में डूबा पाखंड काम नहीं आया. झूठ और कुकर्म पर टिका आसाराम का काला सच उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है. जोधपुर की एक लड़की ने हिम्मत बटोरकर आसाराम की करतूत को जमाने के सामने लाया तो कई गड़े मुर्दे भी उखड़ने लगे और इसके साथ सामने आया है आसाराम की तीन साधिकाओं (ध्रुवबेन, निर्मला, मीरा) का सच. आसाराम के हर गुनाह में, हर गंदे खेल में साथ देने वाली तीन महिलाओं का सच. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आसाराम के हर गुनाह के पीछे ये तीनों महिलाएं हैं.
सूरत की दो बहनों ने आसाराम और इनके बेटे नारायण साईं पर लगातार यौन शोषण करने का आरोप लगाया. बड़ी बहन का आरोप है कि आसाराम ने अहमदाबाद के आश्रम में उसका यौन शोषण किया.
उसी के आरोप में अहमदाबाद पुलिस आसाराम को अपनी रिमांड में लेकर पूछताछ करना चाहती है. पुलिस के मुताबिक, उसी पीड़ित लड़की ने ये भी आरोप लगाया कि अगर किसी लड़की को गर्भ रह जाता था, तो गर्भपात कराने का जिम्मा ध्रुवबेन पर ही होता था.
अहमदाबाद पुलिस ने शनिवार को अदालत में अपनी दलील रखी कि क्यों उसे आसाराम पुलिस रिमांड में चाहिए. अपनी 9 दलीलों में पुलिस ने अदालत से कहा कि-
1. आसाराम मेडिकल टेस्ट और दूसरे जांच में साथ नहीं दे रहे.
2. भारती और लक्ष्मी को आसाराम के आमने-सामने करके पूछताछ करनी है.
3. आसाराम की मदद करने वाले दूसरे लोगों की जानकारी लेनी है.
4. जिस वक्त पीड़ित लड़की आसाराम के आश्रम में थी, उस वक्त का उसका अटेंडेंस रजिस्टर भी हासिल करना है.
5. आसाराम के यौन शोषण से अगर महिला गर्भवती हो जाती थी, तो गर्भपात के लिए ध्रुवबेन नाम की महिला लेकर जाती थी. इन सबसे बात करके डॉक्टर और अस्पताल की जानकारी लेनी है.
6. आसाराम को जोधपुर से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है, जिसके खत्म होने पर वापस उन्हें जोधपुर भेजना है. अब जांच के लिए बार-बार जोधपुर जाना मुश्किल काम है.
7. आसाराम के साधक बार-बार पूछताछ वाली जगह पर आकर हंगामा मचाते हैं, जिससे जांच ज्यादा नहीं हो पाई है.
8. आसाराम के सह आरोपी ढेल उर्फ निर्मला और बंगलो उर्फ मीरा पूरी जानकारी होने के बावजूद पूछताछ में पूरा साथ नहीं दे रही हैं.
अहमदाबाद पुलिस के रुख से पहले ही साफ था कि वो आसाराम के सारे काले-चिट्ठे निकालने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती. सारी दलील सुनने के बाद अदालत ने आसाराम को 22 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. अब पुलिस आसाराम और उनके सहयोगियों की जुबानी ही उनके कई और काले सच को बेनकाब करेगी.
आसाराम के गुनाह पर पर्दा डालने में उसका साथ एक-दो नहीं, बल्कि उसकी तीन महिला साधिकाएं दे रही थीं. अगर लड़कियों के अबॉर्शन की ज़िम्मेदारी ध्रुवबेन पर थी तो बाकी दोनों साधिकाएं पीड़ितों की आवाज आसाराम के विरोध में उठने नहीं देती थीं. ये दोनों पीड़ितों की आवाज दबाने के लिए मारपीट का सहारा तक लिया करती थीं.
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ध्रुवबेन, निर्मला और मीरा को आसाराम के हर गुनाह की जानकारी होती थी. अगर कोई लड़की आसाराम को पसंद आ गई तो उसे आसाराम के लिए तैयार करने का काम निर्मला और मारी करती थीं. अगर कहीं यौन शोषण से कोई महिला गर्भवती हो गई तो उसका गर्भपात कराने का जिम्मा ध्रुवबेन का होता था. और अगर किसी लड़की ने आसाराम के कुकर्म को बेपर्दा करने की बात कर दी, तो आसाराम की ये तीनों महिला साधिकाएं उसकी बुरी तरह पिटाई भी करती थीं.
आसाराम की पत्नी और बेटी बहुत दिनों तक क़ानून के साथ लुकाछुपी खेलती रहीं और जब तक उन दोनों को कोर्ट से जमानत नहीं मिली तब तक वो कहीं छिपी रहीं. जब दोनों को ज़मानत मिली तो आसाराम की बेटी भारती मीडिया के सामने आई और आसाराम और खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. आसाराम की बेटी भारती ने कहा, 'मुझे और मेरी मइया जी को खामखा इनवॉल्व किया गया है इस केस में. कोई भी साधारण इंसान ये सोच कर देखे कि क्या कोई बेटी या पत्नी अपने पिता के लिए ऐसा कर सकती है. कोर्ट पर मुझे पूरा भरोसा है, न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.'
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आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर सूरत की दो बहनों ने जो बलात्कार के आरोप लगाए हैं उसमें इल्जामों के छींटे भारती और उनकी मां पर भी पड़े हैं. आरोप हैं कि ये दोनों लड़कियों को आसाराम तक पहुंचाया करती थीं. अब तक मां और बेटी दोनों ही मीडिया के सामने आने से बचती रहीं. लेकिन गुरुवार को अदालत से अग्रिम जमानत मिली तो शुक्रवार को भारती अपने जवाब रूपी सवाल के साथ दुनिया के सामने प्रकट हुईं.
भारती के बयान में आसाराम पर लगे आरोपों से किनारा करने की कसक भी दिखी. मां और खुद पर लगे आरोपों के जवाब में एक सवाल उछाला है आसाराम की बेटी भारती ने. क्या कोई बेटी या पत्नी किसी के लिए ऐसा कर सकती है?
भारती नैतिकता की दुहाई देकर आरोपों की विश्वसनियता पर सवाल उठा रही हैं. लेकिन एक सवाल ये भी है कि जैसे घिनौने आरोप आसाराम पर लगे हैं विश्वास करना तो उसपर भी मुश्किल है. जिसे लाखों लोग भगवान की तरह पूजते हैं भला वो अपनी साधक से बलात्कार कैसे कर सकता है, लेकिन कानून दुहाई नहीं सबूत मांगता है. बेगुनाही जनता के सामने नहीं अदालत में ही तय होनी है.