झारखंड के जमशेदपुर जिले में बुधवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या कर दी गई. हत्या के आरोपी की पत्नी की कुछ दिन पहले डायन होने के संदेह में हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
पुलिस ने कहा कि जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) के पथरबग्घा गांव में बास्को टुडू को दो भाइयों और उनके परिवार की दो महिलाओं की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बास्को ने टुडू, उसके भाई रमेश, पत्नी और उसकी बहन की हत्या कर दी.
श्याम टुडू उर्फ भैरो ने बास्को की पत्नी को 15 जनवरी को डायन होने के संदेह में हत्या कर दी थी. फिलहाल श्याम जेल में बंद है. झारखंड में प्रत्येक साल कम से कम 40-50 महिलाओं की डायन होने के संदेह में हत्या कर दी जाती है.
रोकथाम के लिए बना था कानून
डायन बताकर महिलाओं की हत्या कर देने का सदियों पुराना अपराध झारखंड में आज भी जारी है. इसकी जड़ में कानून पर अमल में कोताही और अंधविश्वास है. झारखंड सरकार ने 2001 में ऐसी हत्याओं को रोकने के लिए कानून बनाया था. एसआईटी का गठन किया था.
करीब 500 महिलाओं की हत्या
इसके बावजूद राज्य में हर साल महिलाओं की जादू-टोना करने के नाम पर हत्या जारी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 में 44 और 2015 में 46 महिलाओं को मार दिया गया. 2001 का कानून बनने के बाद से 500 से अधिक महिलाओं को डायन बताकर मारा जा चुका है.