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रैगिंग नहीं रुकी, तो खुदकुशी कर ली...

वो अपने मम्मी-पापा की सबसे फेवरेट थी. उसे गुलाबी रंग बहुत पसंद था और जब उसकी मौत हुई, तो घरवालों ने उसे गुलाबी कफ़न में ही विदा किया. लेकिन ये मौत मामूली नहीं थी, बल्कि अपने ही जैसी चंद लड़कियों से मिली रेप और तेज़ाबी हमले की धमकियों ने उसे वक्त से पहले ही ख़ामोश कर दिया.

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खुदकुशी के लिए मजबूर...
खुदकुशी के लिए मजबूर...

वो अपने मम्मी-पापा की सबसे फेवरेट थी. उसे गुलाबी रंग बहुत पसंद था और जब उसकी मौत हुई, तो घरवालों ने उसे गुलाबी कफ़न में ही विदा किया. लेकिन ये मौत मामूली नहीं थी, बल्कि अपने ही जैसी चंद लड़कियों से मिली रेप और तेज़ाबी हमले की धमकियों ने उसे वक्त से पहले ही ख़ामोश कर दिया.

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"मैं अनिता शर्मा, बी फार्मा, सेकेंड ईयर की छात्रा हूं. जबसे मैं इस कॉलेज में आई, तभी से मेरे साथ रैगिंग हो रही है. ये चारों लड़कियां (नाम) बहुत गंदी हैं. ये मेरा दुष्कर्म तक करा देने की धमकी देती हैं. कहती हैं कि मेरे चेहरे पर तेज़ाब फेंक दिया जाएगा. मैंने इन्हें एक साल तक कैसे झेला, ये मैं ही जानती हूं. मम्मी-डैडी, आई लव यू...आप मुझे मिस मत करना और मुझे पिंक सूट पहनाकर ही जलाना." ...ये उस लड़की के लफ्ज़ हैं, जो आसमान छूना चाहती थी. ये उस लड़की का सुसाइड नोट है, जो इसी 15 अगस्त को 18 साल की होने वाली थी. मगर अफ़सोस, इसी सुसाइड नोट को लिखने के बाद अनिता ने हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के आरकेडीएम कॉलेज में पढ़ने वाली अनिता ने खुदकुशी से पहले जो बातें लिखीं, उन्हें पढ़ने के बाद किसी का भी कलेजा मुंह को आ जाएगा.

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उसने बताया कि किस तरह कॉलेज की चार लड़कियां लगातार ग़लत काम करने के लिए उस पर दबाव बना रही थीं. जब-जब उसने इन लड़कियों को मना किया, लड़कियों ने उसे बर्बाद कर देने की धमकी दी. यहां तक कि इन लड़कियों ने उससे मिड सेमेस्टर के लिए कॉपी भी लिखवाई और इसकी शिकायत करने के बाद कॉलेज के एक लेक्चरर मनीष ने उसे कॉलेज में रहने के लिए चुपचाप सीनियर्स की सारी बातें मान लेने की नसीहत दी.

अनिता पंखे से लटककर जान देने से थोड़ी ही देर पहले कॉलेज से घर लौटी थी. इसके बाद उसने अपने भाई से अपनी तकलीफ़ शेयर की. भाई से उसे समझाया भी. लेकिन जब तक काम से बाहर गया भाई घर वापस आया, अनिता दूर जा चुकी थी. उसने अपने नोट में लिखा, "आज इन लोगों ने मेरे साथ जैसा किया, वो कल किसी और के साथ भी करेंगे, इसलिए इन्हें सज़ा ज़रूर मिलनी चाहिए."

अनिता की खुदकुशी के बाद पुलिस ने चारों लड़कियों के साथ-साथ कॉलेज के लेक्चरर मनीष के खिलाफ भी खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है.

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के गृह क्षेत्र में हुई इस वारदात की तफ्तीश में बेशक अब पुलिस सारी ताक़त झोंक दे, लेकिन हक़ीक़त यही है कि रैगिंग के हाथों हारनेवाली इस घर की लाडली अब कभी लौटकर नहीं आएगी.

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