साइबर सिटी गुड़गांव में बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाकर उन्हें मौत के घाट उतारने वाला एक सीरियल किलर घूम रहा है. एक के बाद एक चार बच्चियों के अपहरण, दुष्कर्म और उनकी हत्या ने सीरियल किलर की मौजूदगी की आशंका को बढ़ा दिया है.
आजकल गुड़गांव शहर में एक अनजान सीरियल किलर का खतरा मंडरा रहा है. एक ऐसा सीरियल किलर जो सिर्फ 3 से 10 साल की मासूम लड़कियों को अपना शिकार बनाता है. आपको बताते हैं वो चार मामले, जिसके बाद गुड़गांव पुलिस भी इस सीरियल किलर की मौजूदगी से इनकार नहीं कर सकती.
पहला मामला 24 नवंबर, 2016 का है. साउथ सिटी मंदिर के अंदर से एक 4 साल की मासूम बच्ची का अपहरण हो जाता है. तकरीबन 2 महीने बाद साउथ सिटी मंदिर के पास पानी के एक गड्ढे में बच्ची की लाश मिलती है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या की गई थी.
दूसरा मामला, 24 दिसंबर, 2016 को सदर बाजार इलाके से एक मासूम बच्ची का अपहरण हो जाता है. बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस बच्ची की तलाश में जुटी हुई है. एक माह से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद परिजन बच्ची के साथ किसी तरह की अनहोनी की आशंका जता रहे हैं.
तीसरा मामला 5 जनवरी, 2017 दिन गुरूवार का है. कैबिनेट मंत्री राव नबीर सिंह के घर के पास सिविल लाइंस इलाके से एक 7 साल की बच्ची का अपहरण हो जाता है. जिसके ठीक 20 दिन बाद यानी 25 जनवरी, 2017 को गुरु द्रोणाचार्य पार्क में पानी के टैंक से बच्ची की लाश बरामद की जाती है. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
चौथा मामला, 15 जनवरी, 2017 को गुड़गांव स्टेडियम से एक 10 साल की बच्ची गायब हो जाती है. पुलिस तफ्तीश शुरू करती है और फिर 23 जनवरी, 2017 को सरस्वती कुंज सोसाइटी में पानी की होदी से लापता बच्ची की लाश मिलती है. मौत का कारण दुष्कर्म के बाद हत्या.
यह वो चार मामले हैं, जिनसे ना केवल पूरे शहर में सनसनी फैल गई है बल्कि शहर की स्मार्ट पुलिस के माथे पर भी बल पड़ गए हैं. इन चारों ही वारदातों में एक जैसी समानता है. चारों ही वारदात में आरोपी ने बच्चियों को अपना शिकार बनाया है और अपहरण के बाद दुष्कर्म कर हत्या की है. इतना ही नहीं हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने का तरीका भी लगभग एक जैसा ही है. यानी पुलिस माने या ना माने लेकिन शहर में सीरियल किलर दाखिल हो चुका है.
दरअसल दुष्कर्म और फिर हत्या कर लाश को पानी में फेंकने की वारदात यह साबित करती है कि इन सभी घटनाओं के पीछे एक ही आदमी का हाथ होने की संभावना है. गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस के पास मौजूद एक सीसीटीवी फुटेज में कथित अपहरणकर्ता साफ तौर पर देखा जा सकता है. अपहरणकर्ता की तस्वीर होने के बावजूद प्रदेश की सबसे स्मार्ट पुलिस के हाथ आज तक इस दरिंदे के गिरेबां तक नहीं पहुंच पाएं हैं. शहर में बच्चियों के गायब होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी इन सभी मामलों में जल्द आरोपी शख्स को गिरफ्तार करने का भरोसा दिला रहे हैं.