Goa Wife Murder Case: एक कत्ल हो रहा था. वो भी लाइव. कातिल के आस-पास कोई मौजूद नहीं था. खुद कातिल को भी यकीन था कि उसे कोई नहीं देख रहा है. और सच में उसे कोई नहीं देख रहा था. लेकिन इसे इत्तेफाक कहें या कातिल की बदनसीबी कि जिस वक्त वो कत्ल कर रहा था, उसी वक्त कुछ दूर बैठी एक महिला समंदर की लहरों को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद कर रही थी. और ठीक उसी वक्त कत्ल का वो लम्हा भी उसके कैमरे में कैद हो गया. आगे की कहानी बेहद हैरान करने वाली है.
कैमरे में कैद कत्ल
जासूसी की दुनिया में या फिर हॉलीवुड की फिल्मों में तो ऐसा होते हमने और आपने कई बार देखा, पढ़ा, सुना. मगर असल जिंदगी में भी ऐसा इत्तेफाक हो जाए, कम ही होता है. गोवा के खूबसूरत बीच पर एक शख्स अपनी बीवी का क़त्ल कर रहा था. और उसी बीच से दूर एक घर में बैठे कुछ लोग यूं ही समंदर की लहरों की तस्वीरें अपने कैमरे में क़ैद कर रहे होते हैं. और इत्तेफाक से उन्हीं लहरों के साथ-साथ उनका कैमरा एक लाइव क़त्ल को भी कैद कर लेता है.
खौफनाक कत्ल की पूरी कहानी
19 जनवरी, शुक्रवार की दोपहर करीब पौने चार बजे का वक्त था. साउथ गोवा के काबो-डी-रामा के मशहूर राजबाग बीच पर तब तमाम सैलानी मौजूद थे. लेकिन इस बीच का एक कोना ऐसा था, जहां बड़ी बड़ी चट्टानें थी. समंदर की लहरें इन चट्टानों तक उस तरह नहीं पहुंचती थी, जैसी एक खुली बीच के किनारे पहुंचती है. यानी यहां पर कम ही सैलानी आया करते थे. लेकिन उस दिन दो लोग इस बीच पर पहुंचते हैं. एक महिला और एक पुरुष. कुछ देर बाद उस महिला का साथी बीच से वापस लौट रहा होता है. अब महिला उसके साथ नहीं थी. अब इसके आगे की पूरी कहानी आपको बताते हैं.
19 जनवरी की है वारदात
साउथ गोवा के काबो-डी-रामा इलाके में राजबाग बीच के किनारे बहुत सारे अपार्टमेंट्स बने हुए हैं. ज्यादातर इन रिहायशी अपार्टमेंट में सैलानियों के भी ठहरने के इंतजाम हैं. ऐसी ही एक आपार्टमेंट में बैठी एक महिला 19 जनवरी की दोपहर बीच और समंदर की लहरों को अपने मोबाइल के कैमरे में रिकॉर्ड कर रही थी. तभी उसे एक कपल चट्टानों के बीच इस जगह जाता हुआ दिखाई देता है. लेकिन कुछ देर बाद उसका कैमरा दिखाता है कि कपल में से पुरुष तो वापस लौट रहा है, लेकिन महिला नहीं है. अब वो कैमरे का पूरा फोकस उसी तरफ कर देती है. कुछ देर बाद फिर वहां पर हलचल होती है. वो शख्स टहलते हुए उसी जगह वापस जाता दिखाई देता है. वहां कुछ देखने के बाद वो एक बार फिर वो लौट जाता है.
तीसरा बार वापस लौटकर आता है संदिग्ध
कैमरा अब भी ऑन था. अब अचानक कैमरे में वही शख्स जो अपनी महिला साथी को छोड़ कर पहले अकेला लौटा, फिर वापस उसी जगह गया, फिर लौट आया, अब तीसरी बार उसी तरफ जा रहा था. लेकिन इस बार वो बाकायदा दौड़ रहा था. बदहवास और घबराया हुआ. उसे इस तरह दौड़ते देख उसी बीच पर घूमने आई एक महिला अब उसे पीछे दौड़ने लगती है. ये सोच कर कि वो परेशान है और पता नहीं क्या हो गया है?
शख्स के पीछे दौड़ती है एक महिला
कैमरा अब भी ऑन था. लेकिन इस बार तस्वीर के साथ-साथ कैमरा रिकॉर्ड करने वाले की आवाज भी सुनाई देती है. उस शख्स के पीछे वो महिला दौड़ रही थी, वीडियो रिकॉर्ड करने वाली उसे देख कर ज़ोर ज़ोर से चीखती है और कहती है- उसी ने मारा है. उससे दूर हट जाओ. वो एक्टिंग कर रहा है. ये बात वो अंग्रेजी में बोल रही थी.
पत्थर के पीछे से घसीटकर निकलता है लाश
पर शायद उस शख्स के पीछे दौड़ रही उस महिला के कानों तक उसकी आवाज नहीं पहुंच रही थी. इसीलिए वो अब भी उसके पीछे दौड़े जा रही थी. आगे आगे दौड़ रहा शख्स अचानक समंदर किनारे एक बड़े से पत्थर के पास रुकता है. फिर झुकता है. फिर अचानक कोई चीज़ वहां से घसीटता हुआ नजर आता है. ये चीज कुछ और नहीं बल्कि एक महिला की लाश थी. और ये महिला कोई और नहीं, बल्कि लाश घसीटने वाले उसी शख्स की पत्नी थी.
कैमरे में रिकॉर्ड ना होती ये वारदात तो..
बस यूं समझ लीजिए कि यदि एक महिला इत्तेफाकन अपने मोबाइल पर वीडियो शूट ना कर रही होती, तो ये कहानी कुछ अलग होती.कहानी ये होती कि एक पत्नी जो बीच पर घूमने गई थी, समंदर की लहरों की चपेट में आ कर डूब गई. इसकी वजह से उसकी मौत हो गई. लेकिन ये इत्तेफाक ही था कि एक कैमरा रिकॉर्डिंग मोड पर था और उसने कत्ल की एक गुत्थी को गुत्थी बनने से पहले ही सुलझा दिया.
साल 2022 में हुई थी गौरव और दीक्षा की शादी
तो अब चलिए इस कहानी के किरदार और किरदार की कहानी से रूबरू होते हैं. ये किरदार गौरव कटियार है, जो कि लखनऊ का रहने वाला है. पिछले सात सालों से गोवा के एक नामचीन पांच सितारा होटल मैरिएट इंटरनेशनल के रेस्तरां का मैनेजर है. वो इतने ही समय से फूड एंड बेवरेज इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है. लखनऊ में ही रहने वाली 27 वर्षीय दीक्षा गंगवार के साथ साल 2022 में उसकी शादी हुई थी. दोनों की शादी अरेंज्ड मैरिज थी. शादी के बाद दीक्षा गौरव के साथ गोवा में ही रह रही थी. हालांकि शादी के कुछ महीने बाद से पति-पत्नी में झगड़ा शुरू हो गया था.
साजिश के मुताबिक दीक्षा को घुमाने ले गया था गौरव
19 जनवरी की दोपहर पूरी प्लानिंग के साथ गौरव दीक्षा को घुमाने के बहाने अपने साथ राजबाग बीच पर ले गया. वो इस बीच से अच्छी तरह से वाकिफ था. उसे पता था कि बीच के एक किनारे पर बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं. यहां अमूमन सन्नाटा रहता है. दीक्षा को उसी जगह ले जाने के बाद उसने मौका मिलते ही वहीं उसको पकड़ कर समंदर के पानी में उसका मुंह डूबो दिया और तब तक डुबोता रहा, जब तक कि उसने दम नहीं तोड़ दिया. उसकी मौत के बाद वो उसकी लाश को समंदर किनारे छोड़ कर चला गया. बीच के दूसरे हिस्से में बहुत सारे सैलानी थे. आईसक्रीम और बाकी चीजों की दुकानें थी. वो उधर ही कुछ देर टहलता रहा. फिर थोड़ा वक्त बीतने के बाद वो दोबारा उसी जगह आया, जहां उसने दीक्षा की लाश रखी थी. इस बार वो ये फिर से कंफर्म करने आया था कि दीक्षा मर चुकी है.
ये था शातिर गौरव का प्लान
अब उसकी मौत का यकीन हो जाने के बाद उसे प्लानिंग के तहत अगला क़दम उठाना था. उसने उठाया. वो बीच पर चीखता और शोर मचाता हुआ भागने लगा. वो कहने लगा कि मेरी बीवी समंदर में डूब गई. इत्तेफाक से उसे दौड़ता देख एक टूरिस्ट भी उसके पीछे दौड़ पड़ती है. फिर उसी की मौजूदगी में अब वो अपनी पत्नी की लाश घसीट कर पत्थरों से बाहर निकालता है. दरअसल, गौरव की प्लानिंग यही थी कि वो दीक्षा की मौत समंदर में डूबने से दिखाना चाहता था. लेकिन अफसोस इत्तेफाक से ऑन एक मोबाइल कैमरे ने उसकी सारी पोल खोल दी. इस वक्त गौरव गोवा पुलिस की हिरासत में है.
किसी और महिला के साथ थे गौरव के संबंध
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि शादी के बाद गोवा पहुंचने के बाद से ही गौरव और दीक्षा के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे. दोनों में अक्सर झगड़ा होता था. दीक्षा को शक था कि गौरव के किसी और से अफेयर है. इसी बात पर अक्सर दोनों झगड़ा करते थे. पुलिस की पूछताछ में गौरव ने कबूल किया कि वो दीक्षा की मौत को एक हादसा दिखाने के लिए ही समंदर के किनारे बीच पर ले गया था. उसने पुलिस के सामने अपनी साजिश का खुलासा भी किया है.
चंद घंटों में सुलझी दीक्षा के कत्ल की पहेली
गौरव कटियार ने पुलिस को बताया कि साजिश के तहत कत्ल के बाद वो बीच पर ही आईसक्रीम खरीदने जाएगा और जब आईसक्रीम लेकर लौटेगा, तो दीक्षा को न पाकर वो शोर मचाएगा. लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचेगा और फिर चश्मदीदों की मौजूदगी में वो उन्हें उस जगह पर ले जाएगा, जहां दीक्षा की लाश पहले से ही उसने रख रखी थी. पर एक इत्तेफाक ने पहेली बनने से पहले ही दीक्षा के कत्ल की पहेली को चंद घंटों के अंदर ही सुलझा दिया.