उत्तर प्रदेश में जहां हाथरस समेत कई जिलों में बलात्कार की घटनाओं को लेकर पूरे देश में गुस्सा देखने को मिल रहा है, वहीं हरियाणा का गुरुग्राम भी ऐसी घटनाओं में पीछे नहीं है. पिछले 48 घंटों के दौरान गुरुग्राम में तीन बलात्कार की घटनाओं ने पुलिस-प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं. सबसे शर्मनाक बात तो ये है कि रेप और यौन शोषण की एक घटना का आरोपी खुद एक पुलिसवाला ही है. जिससे गुरुग्राम पुलिस की किरकिरी भी हो रही है.
पहली वारदात
गुरुग्राम के सेक्टर 40 थाना इलाके में रविवार को एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया गया. जानकारी के मुताबिक पीड़ित लड़की शौच के लिए गई थी. तभी 25 वर्षीय बबलू नामक एक युवक उसके पास पहुंचा और विरोध के बावजूद उसने लड़की को अपनी हवस का शिकार बना डाला. पीड़ित लड़की के परिवार ने थाने जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की और दबिश देकर आरोपी बबलू को गिरफ्तार कर लिया.
पीड़िता के पिता की मानें तो आरोपी युवक उनके घर के सामने ही रहता था. वह उनकी नाबालिग बेटी पर बुरी नज़र रखता था. एसीपी क्राइम ने बताया कि रेप के आरोपी बबलू को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया गया है. लड़की का मेडिकल कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया है, जबकि आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया.
दूसरी वारदात
साइबर सिटी गुरुग्राम के डीएलएफ फेज़ 2 में सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है. जहां चार युवकों ने 25 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. इस घटना के दौरान जब पीड़िता ने आरोपियों का विरोध किया तो उन चारों ने पीड़ित युवती के साथ हैवानियत दिखाई. उसके साथ बर्बरता की गई. मामले की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. लड़की का मेडिकल कराया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस आरोपियों को तलाश करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
तीसरी वारदात
ये मामला उस महकमें से जुड़ा है, जिस पर हर नागरिक की सुरक्षा का जिम्मा है यानी पुलिस विभाग से. गुरुग्राम के सदर थाने में एक पुलिसकर्मी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है. इस केस में दिल्ली से ज़ीरो एफआईआर दर्ज कर गुरुग्राम पुलिस को कार्रवाई के लिए भेजी गई है. दरअसल, पीड़ित महिला ने गुरुग्राम में तैनात एक पुलिस हेड कॉन्स्टेबल पर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है. पीड़ित महिला ने एफआईआर में आरोपी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कर उसे इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है. इस मामले से पुलिस विभाग भी सकते में है.
तीनों घटनाओं में आरोपी, पीड़िताओं को जानने वाले
इन तीनों वारदातों में एक चीज़ कॉमन है. वो ये कि कहीं ना कहीं आरोपी पीडिताओं के जानने वाले थे. मसलन सेक्टर 40 थाना क्षेत्र में नाबालिग से बलात्कार के मामले का आरोपी पहले से 15 वर्षीय नाबालिग को जानता है, क्योंकि वह उसका पड़ोसी है और आरोप है कि वह उस लड़की पर बुरी नज़र रखता था. मौका देखते ही उसने रेप की वारदात को अंजाम दे डाला. इसी तरह से डीएलएफ फेज़ 2 में गैंगरेप के चार आरोपियों में से एक युवक को पीड़ित युवती पहले से जानती थी. उसने लड़की को भरोसे में लेकर अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया.
इसी तरह से दिल्ली में गुरुग्राम पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ जीरो एफआईआर लिखाने वाली रेप पीड़िता भी आरोपी हेड कॉन्स्टेबल को न केवल पहले से जानती थी, बल्कि वो उसने खुद हेड कॉन्स्टेबल से शादी भी की. हालांकि हेड कॉन्स्टेबल ने पीड़िता को अंधेरे में रखा कि उसका वाइफ के साथ विवाद है, जिसको लेकर तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. और वह झूठ बोलकर महिला का शारीरिक शोषण करता रहा. सच सामने आने पर महिला ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया है.