मशहूर आर्टिस्ट हेमा उपाध्याय और वकील हरीश भंबानी के मर्डर केस में मुंबई पुलिस ने अबतक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को यूपी के वाराणसी से गिरफ्तार हुए साधु राजभर के बाद मंगलवार को तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. इनको बोरीवली कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपियों को 19 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. बुधवार को साधु को भी कोर्ट में पेश किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस ने साझा अभियान में वाराणसी के कवि रामपुर पेट्रोल पंप से सोमवार की दोपहर डेढ़ बजे साधु राजभर को पकड़ा. उसने कबूल किया कि उसने ही हेमा और हरीश की गला घोंट कर हत्या की थी. उसके खुलासे के आधार पर मुंबई पुलिस ने विजयस प्रदीप और आजाद राजभर नामक आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया. मंगलवार को पुलिस साधु राजभर को लेकर मुंबई पहुंची है.
फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप में काम करता था साधु
वाराणसी के बड़ा गांव इलाके का रहने वाला साधु मुंबई के एक फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप में काम करता था. उसका कहना है कि उसने यह सब अपने साहब यानी विद्या सागर राजभर के इशारे पर किया. विद्या राजभर मुंबई में एक फोटो फ्रेमिंग वर्कशॉप का मालिक और हेमा का जानकार है. सूत्रों की मानें तो विद्या के साथ हेमा ने अपनी पोट्रेट को लेकर कभी कोई बिजनेस डील की थी. इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद भी था.
कार्टन में मिली थी हेमा और हरीश की लाश
बताते चलें कि रविवार को मुंबई के कांदिवली इलाके के एक नाले से कार्टन में हेमा और हरीश का शव मिला था. दोनों शुक्रवार से लापता थे. हेमा का अपने पति से रिश्ता ठीक नहीं था. तलाक के लिए हरीश उसकी मदद कर रहे थे. वारदात वाले रोज राजभर ने ही दोनों को फोन कर ये कहकर कांदिवली बुलाया था कि वो तलाक के मामले कुछ जरूरी सबूत देना चाहता है. कत्ल के बाद वह ट्रेन से वाराणसी भाग गया.