खौफ और आतंक का नया नाम बन चुके आईएआईएस ने पिछले ही हफ्ते दो जापानी नागरिकों को बंधक बनान के बाद उनके वीडियो जारी किए थे. वीडियो के साथ धमकी की गई कि अगर जापान सरकार उन्हें 1200 करोड़ रुपये दे तो वो दोनों को छोड़ देंगे, दोनों के सिर कलम कर दिए जाएंगे. मोहलत बीत गई, जापान सरकार ने ना तो पैसे दिए और ना ही आतंकवादियों की बाकी मांगें मानती है. अंजाम फिर वही खूनी वीडियो सामने आया.
तमाम फरियादों, अनुरोधों, गुहारों, अपीलों, गुजारिशों का हासिल कुछ नहीं हुआ. बल्कि यूं कहें कि इन गुजारिशों की ओट में पूरी दुनिया जिस करिश्मे की उम्मीद पाले बैठी थी, आखिरकार वैसा नहीं हो सका. जल्लादों की इस दुनिया में ना तो कोई करिश्मा मुमकिन था और ना हुआ. और दुनिया के सबसे खौफनाक आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने एक-एक कर दोनों जापानी बंधकों का सिर धड़ से अलग कर दिया. बल्कि ना सिर्फ अलग कर दिया, ऐसी गैरइंसानी हरकत की एक-एक पल की तस्वीर कैमरे में कैद करने के बाद उसका वीडियो भी दुनिया के सामने जारी कर दिया. उन दरिंदों ने बता दिया कि उनसे बड़ा बेरहम और उनसे बड़ा वहशी इस दुनिया में और कोई हो ही नहीं सकता.
उस मां ने अपने बेटे की जिंदगी की खातिर क्या-क्या नहीं किया, वो रात-दिन ऊपरवाले से हाथ जोड़कर अपने बेटे की जिंदगी बख्श देने की फरियाद करती रही. वो अपने प्रधानमंत्री शिंजो अबे के दरवाजे पर दस्तक देकर कोई असरदार कदम उठाने के लिए गुहार लगाती रही. वो प्रेस कांफ्रेंस कर पत्थर दिल आतंकवादियों का दिल पिघलाने की कोशिश करती रही. कहती रही कि उनका बेटा बहुत अच्छा इंसान है, वो हमेशा दूसरों की मदद करता है. ऐसे में आतंकवादियों को भी उनके बेटे पर रहम करना चाहिए. लेकिन आतंकवादियों को ना तो रहम करना था और ना ही उन्होंने किया.
दो जापानी बंधकों को छोड़ने के बदलने कुल 20 करोड़ डॉलर यानी 12 सौ करोड़ रुपये की भारी-भरकम फिरौती मांगनेवाले दरिंदों ने मांग पूरी ना होने पर एक-एक कर दोनों का सिर कलम कर दिया. जापान के फ्रीलांस पत्रकार केंजी गोटो और कारोबारी हारुना युकावा को बंधक बनाने के बाद इन आतंकवादियों ने जब पहली बार दोनों का वीडियो जारी किया था, तभी पूरी दुनिया को उन पर मंडराते खतरे का अहसास हो गया था. क्योंकि इससे पहले आईएसआईएस इसी तरह अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले, ब्रिटिश पत्रकार स्टीवन सॉटलॉफ, ब्रिटिश मानवाधिकार कार्यकर्ता डेविड हेंस, ब्रिटिश बंधक ऐलन हैनिंग और यूएस एड कार्यकर्ता पीटर कैसिंग का सिर कलम कर चुका था.
कहते हैं ना, जब तक सांस तब तक आस. जब तक गोटो और युकावा की सांसें चल रही थीं, तब तक उनके घरवाले उम्मीद का दामन थामे बैठे थे. लेकिन अब ना तो सांसे बची हैं और ना ही कोई उम्मीद. आतंकियों ने 24 जनवरी को कारोबारी हारुना युकावा का सिर कलम करने के बाद केंजी गोटो के मौत का काउंटडाउन शुरू होने का ऐलान कर दिया था. ठीक 7 दिन बाद 31 जनवरी को उन्होंने गोटो के साथ भी वही सुलूक किया, जो युकावा या फिर उससे पहले मारे गए बंधकों के साथ किया था. आईएसआईएस के सबसे बदनाम कसाई जेहादी जॉन ने खुद अपने हाथों से गोटो का भी सिर कलम कर दिया.
दरअसल, आईएसआईएस इस्लामिक स्टेट की लड़ाई में विस्थापित होने वाले लोगों और तमाम नागरिकों को जापान की ओर से गैर सामरिक मदद किए जाने की वजह से भी खफा था. इसी बीच जब दो जापानी बंधक उनके हाथ लगे, तो उन्होंने पहले तो जापनी सरकार से मोटी रकम वसूलने की कोशिश की. लेकिन जब जापान ने इस मामले में कोई लचीला रुख नहीं अपनाया, तो पहले मौत का काउंट डाऊन शुरू होने की बात कह कर जापानी कारोबारी युकावा की जान ली और तब पत्रकार गोटो की. हालांकि अब भी जापान ने अपनी नीतियों में कोई तब्दीली ना करने की बात कही है. बल्कि ये भी कहा है कि वो आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे.
आईएसआईएस जब भी कैमरे पर किसी बंधक का वीडियो जारी करता है, अमूमन उसे मार डालता है. अब तक उसने सात बार ऐसा किया है और सातों बार उसने सिर कलम किए. मगर इन सात वीडियो से अलग पहली बार उसने पिछले हफ्ते एक नया वीडियो जारी किया. वो भी बिलुक्ल नए लोकेशन से. इस वीडियो में एक फौजी को मारते दिखाया गया है. लेकिन उस फौजी को मारने से पहले पहली बार आईएसआईएस व्हाइट हाउस में घुसकर अमेरिकी राष्ट्रपति को मारने की धमकी देता है.
आईएसआईएस दुनिया भर में खौफ फैलाने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया का इस्तेमाल शुरू से ही कर रहा है. इसकी मदद से वो नए-नए लड़कों के ब्रेन वॉश करता है और फिर उन्हें अपने साथ जोड़ लेता है. दुनिया के बहुत सारे मुल्कों के लड़के भटककर सीरिया और इराक तक पहुंच चुके हैं. अब वही आईएसआईएस खौफ और दहशत की नई तस्वीरें दुनिया को दिखाने के लिए अपना खुद का टीवी चैनल ला रहा है.
दुनिया का अमन-चैन छीनने वाले आईएसआईएस के आका अबू बकर अल-बगदादी ने एक नया फैसला किया है और वो है आईएसआईएस का अपना खुद का एक टीवी चैनल लांच करने का फैसला. इससे पहले दुनिया ने ईएसआईएस के आतंक की जितनी भी तस्वीरें देखी हैं वो सब किसी दूसरे टीवी चैनल के जरिए देखी हैं. लेकिन अब दुनिया आईएसआईएस के आतंक की जितनी भी तस्वीरें देखेगा वो सब उसके टीवी चैनल पर देखेगा और उसने अपने इस टीवी चैनल को नाम रखा है ‘द इस्लामिक कैलिफेट ब्रॉडकास्ट.' इतना ही नहीं आईएसआईएस ने अपने इस टीवी चैनल का एक 'प्रोमो' भी जारी किया है, ताकि दुनिया को पता चले कि आईएसआईएस क्या-क्या करने वाला है.
बता दें कि ये 24 घंटे का पहला ऐसा ऑनलाइन टीवी चैनल होगा जिसे कोई आतंकवादी संगठन चलाएगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों का नया टीवी चैनल KhilafaLive.info नाम की वेबसाइट से प्रसारित होगा. इसका टेस्ट सिग्नल भी शुरू हो चुका है. ट्विटर पर पोस्ट किए गए इसके टेस्ट कार्ड पर KhilafaLive लिखा हुआ है. एक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ये 24x7 ऑनलाइन प्रोपेगैंडा चैनल होगा और इसमें एक ब्रिटिश बंधक जॉन कैंटली से बतौर प्रेजेंटर एक प्रोग्राम पेश करवाया जाएगा. जॉन कैंटली का प्रोग्राम 'टाइम टू रिक्रूट' हर बुधवार की शाम ऑन एयर होगा.
इस टीवी चैनल के अलावा इराक के मोसुल शहर में आईएसआईएस पहले से ही अल-बयान नाम का एक एफएम रेडियो स्टेशन भी चला रहा है, जिसमें सिर्फ और सिर्फ इस्लामिक स्टेट का प्रचार किया जाता है. ट्विटर पर आईएसआईएस समर्थकों की ओर से नए टीवी चैनल के लिए मीडिया और टेक्नोलॉजी से जुड़े लोगों की भर्ती की कवायद पूरे जोरशोर से चल रही है.
जानकारों की मानें तो आईएसआईएस की खूनी फौज में सिर्फ खतरनाक आतंकवादी ही नहीं हैं बल्कि इंटरनेट, सोशल मीडिया, रेडियो और टीवी चैनल की तकनीक की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट भी मौजूद है. इनकी मदद से वो अब दुनियाभर में अपनी दहशत की तस्वीरें प्रसारित करेगा. इधर आईएसआईएस आंतक का जाल लगातार फैलाता जा रहा है, उधर तमाम कोशिशों के बावजूद अमेरिका और यूरोपीय देश आईएसआईएस का अब तक खात्मा नहीं कर सके हैं. ना ही सोशल मीडिया और इंटरनेट पर उसकी मौजूदगी को मिटाया जा सका है. लिहाजा, अब अगर आईएसआईएस का टीवी चैनल वजूद में आता है तो बगदादी और उसके जल्लाद गुर्गे छोटे पर्दे पर क्या-क्या सितम दोहराएंगे कहा नहीं जा सकता.
आईएसआईएस ने जब भी अपना वीडिया जारी किया है तो हर बार नकाब के पीछे हाथों में खंजर लिए एक ही जल्लाद दिखाई देता है. लंबा-चौड़ा ये जल्लाद पहले कैमरे पर अंग्रेजी में कुछ बोलता है और फिर कैमरे के सामने ही सिर कलम केर देता है. अब सवाल ये है कि आखिर ये है कौन? कहां से आया है और क्यों ऐसा करता है?
दुनिया को हिला देने वाली तस्वीरों में कटने वाला सिर हर बार बेशक किसी नए इंसान का था, लेकिन काटने वाले हाथ हर बार एक ही शख्स के रहे. इस जल्लाद की पहचान है...
नाम: जिहादी जॉन
पहचान: आईएसआईएस का आतंकवादी
काम: बेगुनाहों का सिर कलम करना
अपने सिर कलम करने की सनक के चलते दुनियाभर में बदनाम जिहादी जॉन की असलियत तब पहली बार जमाने के सामने आई, जब आईएसआईएस ने बेगुनाहों को मारकर अमेरिका और ब्रिटेन को चेताने के सिलसिले में 21 अगस्त को पहली बार पत्रकार जेम्स फोले का सिर कलम किए जाने का वीडियो जारी किया. दरअसल, इस वीडियो में पहले जिहादी जॉन ने आईएसआईएस पर किए जा रहे हमलों का विरोध किया. लेकिन अपने चेहरे पर नकाब लगाए रखने के बावजूद सुरक्षा एजेंसियों ने उसे उसकी आवाज और अंग्रेजी बोलने के अंदाज से पहचान लिया. ये कातिल कोई और नहीं, बल्कि वही जिहादी जॉन था जो कभी ब्रिटेन में रहता था और आईएसआईएस में शामिल होने के इरादे से वहां से भाग निकला.
वैसे बीच में ये भी खबर आई थी कि एक हवाई हमले में जिहाद्दी जॉन बुरी तरह से जख्मी हो गया है और मौत की कगार पर है. लेकिन अब इस नए वीडियो में वो जापानी बंधकों के पीछे अपने हाथ में चाकू पकड़े ठीक उसी अंदाज में खड़ा है जो वीडियो आईएसआईएस ने इससे पहले जारी किए थे.