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हमास ने गाजा के इस बड़े अस्पताल को बनाया आतंक का अड्डा, इजरायल ने पेश किए सबूत, देखें Video

Israel-Hamas War: गाजा में 21 दिन के भीतर इजरायल की तरफ से 16000 से ज्यादा बम गिराया जा चुका है. इसमें 7000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन इजरायल हमास के आतंकियों को अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं कर पाया है. इसके पीछे की वजह गाजा में स्थित एक बड़े अस्पताल को बताया जा रहा है. आइए इस अस्पताल के बारे में जानते हैं.

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गाजा में 21 दिन के भीतर इजरायल की तरफ से 16000 से ज्यादा बम गिराया जा चुका है.
गाजा में 21 दिन के भीतर इजरायल की तरफ से 16000 से ज्यादा बम गिराया जा चुका है.

17 अक्टूबर, 2023. गाजा के अल-अहली अल-अरबी बापटिस्ट अस्पताल पर रॉकेट से हमला होता है. इसमें 500 से ज्यादा नागरिक मारे जाते हैं. हमला चूंकि गाजा के अस्पताल पर होता है, इसलिए पूरी दुनिया को लगता है कि इसे इजरायल ने किया है. हर तरफ इस रॉकेट अटैक की आलोचना होती है. यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से लेकर भारत के प्रधानमंत्री मोदी तक इसे शर्मनाक बताते हैं.

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इस बीच इजरायल वीडियो सबूत पेश करके ये साबित कर देता है कि ये हमला खुद हमास के आतंकियों ने किया है. वो इजरायल की तरफ निशाना बनाकर रॉकेट अटैक करते हैं, लेकिन मिसफायर होने की वजह से अस्पताल पर जा गिरता है. जिन अस्पतालों के लिए दुनिया ने इतनी चिंता दिखाई थी, आज उन्हें हमास आतंक का अड्डा बना चुका है. इजरायल के खिलाफ हमले का संचालन गाजा के एक बड़े अस्पताल से किया जा रहा है.

इजरायल डिंफेस फोर्सेस ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि गाजा के बड़े अस्पताल अल-शिफा में हमास के आतंकी छुपे हैं. इस अस्पताल का आम लोगों से कोई वास्ता नहीं है, बल्कि ये हमास का हेडक्वार्टर बन चुका है. अस्पताल के नीचे कई तहखाने हैं, जिनमें हथियारों का जखीरा छिपाकर रखा गया है. इतना ही नहीं इसके नीचे सुरंगें भी बनी हैं, जिसमें छिपकर हमास का टेरर नेटवर्क और आतंकवादी दोनों बच जाते हैं.

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सुरंगों के इन जाल के जरिए हमास के आतंकी एक जगह से दूसरी जगह आसानी से बिना निगाह में आए चले जाते हैं. इस तरह इजरायल के हवाई हमलों में जमीन पर गाजा के आम लोग मारे जाते हैं और आतंकी बच जाते हैं. यही वजह है कि जंग के 21 दिन होने के बावजूद इजरायल हमास के आतंकियों का सफाया नहीं कर पाया है, जबकि 16000 से ज्यादा बम गिरा चुका है.

अल-शिफा अस्पताल में आतंकी गतिविधियों के बारे में इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी लिखा है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया है, "हमास और आईएसआईएस बीमार है. उन्होंने अपने आतंक के लिए अस्पतालों को अपना ठिकाना बनाया हुआ है. इस वीडियो से आप इनका पूरा प्लान समझ सकते हैं." 

नीचे वीडियो देख सकते हैं...

इजरायल डिंफेस फोर्सेस के प्रवक्ता डैनियल हगारी के मुताबिक, हमास अपने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अल-शिपा अस्पताल के ऊर्जा संसाधन को नियंत्रण में ले लिया है. इसे गाजा के आम नागरिकों की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए था. लेकिन आतंकी अपने खतरनाक मंसूबों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. 

यह भी पढ़ें: इजरायल के खिलाफ हमास के आतंकियों का गुरिल्ला युद्ध, 'अल कासिम' ब्रिगेड के लड़ाके यूं साध रहे हैं निशाना

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आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, ''हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि हमास के सैंकड़ों आतंकी अस्पताल में छिपे हैं. इन बेस तक जाने के लिए सुरंगों का इस्तेमाल करते हैं. इस अस्पताल में हमास का कमांड सेंटर भी है, जहां से वो रॉकेट फायर करता है. यहां हमास के हथियारों का भी बड़ा जखीरा मौजूद है.'' उन्होंने हमास पर अस्पताल में मौजूद 1500 बेड और 4 हजार स्टाफ को हमलों से बचने के लिए ढाल बनाने का आरोप लगाया है. इजरायल का आरोप हमास पर भारी पड़ सकता है.

नीचे तस्वीर में हमास के हथियारों का जखीरा देख सकते हैं...

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हालांकि, हमास ने इजराइल के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. उसका कहना है कि इजराइल के दावे में कोई सच्चाई नहीं है. उसकी तरफ से दावा किया जा रहा है कि अस्पताल में बड़ी संख्या में गर्भवति महिलाओं, घायल बच्चों और बूढ़ों का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि इजराइल और हमास जंग के बीच गाजा के अल-शिफा अस्पताल में करीब 50 हजार बेघर फिलिस्तीनियों ने पनाह ले रखी है. सोलर पावर जेनरेटर के भरोसे चल रहा ये अस्पताल किसी भी वक्त बंद हो सकता है.

नोट- सभी तस्वीरें साभार आई़डीएफ ऑफिशियल एक्स अकाउंट

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