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दाऊद को 'ठोकने' का बना था मास्टर प्लान, जिसपर 'अपनों' ने फेरा पानी!

भारतीय खुफिया एजेंसियां दाऊद इब्राहिम को उसके ठिकाने पर घुसकर मारने की योजना पहले भी बना चुकी हैं. जुलाई, 2005 में दाऊद को दुबई में मौत के घाट उतारने का मास्टर प्लान तैयार हुआ था, लेकिन मुंबई पुलिस में बैठे दाऊद के गुर्गों ने कुछ ऐसा कर दिया, कि सारी योजना पर पानी फिर गया. दाऊद को मार गिराने के इसी प्लान का जिक्र बीजेपी सांसद आरके सिंह ने किया है.

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भारतीय खुफिया एजेंसियां दाऊद इब्राहिम को उसके ठिकाने पर घुसकर मारने की योजना बनाई थी.
भारतीय खुफिया एजेंसियां दाऊद इब्राहिम को उसके ठिकाने पर घुसकर मारने की योजना बनाई थी.

भारतीय खुफिया एजेंसियां दाऊद इब्राहिम को उसके ठिकाने पर घुसकर मारने की योजना पहले भी बना चुकी हैं. जुलाई, 2005 में दाऊद को दुबई में मौत के घाट उतारने का मास्टर प्लान तैयार हुआ था, लेकिन मुंबई पुलिस में बैठे दाऊद के गुर्गों ने कुछ ऐसा कर दिया, कि सारी योजना पर पानी फिर गया. दाऊद को मार गिराने के इसी प्लान का जिक्र बीजेपी सांसद आरके सिंह ने किया है.

9 जुलाई, 2005 को मक्का में दाऊद की बेटी माहरुख की शादी पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से हुई थी. 23 जुलाई 2005 को दुबई के होटल ग्रैंड हयात में शादी का रिसेप्शन था. भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इसी रिसेप्शन में दाऊद को मार गिराने का प्लान तैयार किया. खुफिया एजेंसियों को ये पक्की जानकारी थी कि रिसेप्शन में दाऊद जरूर आएगा.


इसके बाद दाऊद इब्राहिम को मार गिराने के लिए ऑपरेशन प्लान किया गया, जिसका कप्तान बनाया गया आज के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल को. डोवाल जनवरी 2005 में ही आईबी के डायरेक्टर पद से रिटायर हुए थे. दाऊद को मार गिराने के ऑपरेशन में साथ देने के लिए छोटा राजन भी तैयार हो गया था. छोटा राजन ने अपने दो सबसे विश्वस्त शार्प शूटर्स को इस काम के लिए तैयार किया.

गुप्त जगह पर शूटर्स को दी गई ट्रेनिंग
इन शार्प शूटर्स में एक का नाम था विक्की मल्होत्रा और दूसरा था फरीद तनाशा. इन दोनों को पश्चिमी बंगाल के 24 परगना के रास्ते भारत लाया था. दोनों शार्प शूटर्स को दाऊद के खात्मे के लिए गुप्त जगह पर पर ट्रेनिंग दी गई. विक्की और फरीद को दुबई यात्रा के लिए टिकट और दूसरे जरूरी कागजात मुहैया करवा दिए गए. सारी तैयारी पूरी थी.

ऐसे लीक हो गया मास्टर प्लान
दोनों शॉर्प शूटर्स 23 जुलाई, 2005 को दाऊद की बेटी के रिसेप्शन में पहुंचने के लिए तैयार थे. लेकिन इसी बीच साजिश हो गई. बीजेपी सांसद आरके सिंह की मानें तो मुंबई पुलिस में दाऊद के कुछ अपने लोग थे, लिहाजा ये प्लान लीक हो गया. मुंबई पुलिस को जानकारी लग गई कि डॉन छोटा राजन गैंग के कुछ सदस्य भारत में हैं.


मुंबई पुलिस ने फेरा प्लान पर पानी
मुंबई पुलिस ने छोटा राजन गैंग के शूटरों को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर धनंजय कमलाकर और उनकी टीम को दिल्ली भेज दिया. धनंजय कमलाकर को बताया गया था कि छोटा राजन के शूटर्स बड़े नेताओं और कारोबारियों को मारने की योजना बना रहे हैं. उधर, अजीत डोवाल दोनों शॉर्प शूटर्स को हिदायतें दे रहे थे, तभी मुंबई की क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंच गई.

तब गुस्से में आ गए थे डोवाल!
उस वक्त वो तीनों ग्रैंड हयात होटल के ब्लूप्रिंट को खोलकर ये तय कर रहे थे कि कौन वहां किस पोजीशन पर रहेगा. मुंबई पुलिस के आ जाने से वहां रंग में भंग पड़ गया. डोवाल ने मुंबई पुलिस को समझाने की कोशिश की. इस दौरान डोवाल गुस्से में भी आ गए, लेकिन मुंबई पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी. पुलिस ने छोटा राजन गैंग के शूटर्स विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा को गिरफ्तार कर लिया.


डोवाल ने खारिज की प्लान की बात
इस तरह से भारत की सुरक्षा एजेंसियों के आपसी विवाद में दाऊद इब्राहिम को दुबई में मार गिराने का प्लान नाकाम हो गया. उस दौरान देश के सभी अखबारों में इस घटना की खबरें प्रमुखता से छपीं. हालांकि उस वक्त डोवाल ने ऐसे किसी भी प्लान की बात को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि जिस वक्त की बात हो रही है, उस वक्त वो अपने घर एक टीवी कार्यक्रम देख रहे थे.

अमेरिकी दूतावास से भेजा गया गोपनीय संदेश...

8 अगस्त, 2005
सुबह 9 बजकर 38 मिनट
जगह- अमेरिकी दूतावास, नई दिल्ली

उस रोज अमेरिकी दूतावास से एक बेहद गोपनीय संदेश टेलिग्राम के जरिए वाशिंगटन भेजा गया था. इस संदेश की हेडलाइन में कहा गया था- दुबई में बैठे हुए भी आतंकवादी दाऊद इब्राहिम भारत को सता रहा है. इस टेलिग्राम में अंडरवर्ल्ड गैंग्स्टर्स विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा की दिल्ली में गिरफ्तारी का जिक्र था.

दाऊद को मारने की हुई थी डील
इसमें इस बात पर भी गौर किया गया कि क्या इन दोनों से भारतीय एजेंसियों ने दाऊद इब्राहिम को मारने के लिए डील की थी. इस संदेश सबसे खास बात ये कही गई थी कि विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा की गिरफ्तारी के बाद मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर एन रॉय ने अलसम मोमिन नाम के एक सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर दिया था.

दाऊद ने दी थी गिरफ्तारी की टिप्स
असलम मोमिन मुंबई पुलिस का एनकाउंटर स्पेशलिस्ट था, लेकिन उसके दाऊद और उसे घर वालों से भी रिश्ते थे. दूतावास के उस संदेश की मानें तो दाऊद ने ही असलम मोमिन को विक्की मल्होत्रा और फरीद तनाशा को दिल्ली में गिरफ्तार करवाने की टिप्स दी थी. मोमिन की वजह से आईबी का दाऊद इब्राहिम को मार गिराने का प्लान नाकाम हो गया था.

अमेरिकी दूतावास भी था हैरान
वाशिंगटन को भेजे गए संदेश में दुबई के ग्रैंड हयात होटल में अंडरवर्ल्ड डॉन की बेटी के रिसेप्शन के आयोजन पर भी सवाल उठाते हुए कहा गया था- हमारे भारतीय संपर्क हैरान और नाराज हैं कि कैसे दाऊद इब्राहिम इस तरह ढिठाई के साथ खुलेआम पार्टी आयोजित कर सकता है. अमेरिकी सरकार को आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस का एक मजबूत संदेश देना चाहिए.

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पढ़ें: EXCLUSIVE: दाऊद को भारत लाने की हो चुकी थी तैयारी, लेकिन...

 

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