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आतंकी हाफिज सईदः भारत का वो मोस्ट वॉन्टेड, जो सरहद पार बैठकर रचता है खूनी साजिश

पाकिस्तान में एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और जमात उद दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद को दो मामलों में 10 साल कैद की सजा सुनाई है. आइए जानते हैं कौन है हाफिज सईद.

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हाफिज सईद को पहले भी कई बार पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है
हाफिज सईद को पहले भी कई बार पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • PAK में एक बार फिर आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी
  • मुंबई हमले का आरोपी है आतंकवादी हाफिज सईद
  • कई बेगुनाहों का खून बहा चुका है आतंकवादी हाफिज

पाकिस्तान में एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और जमात उद दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद को दो मामलों में 10 साल कैद की सजा सुनाई है. हाफिज सईद मुंबई हमले का मास्टरमाइंड भी है. संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज को आतंकवादी घोषित किया था. अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा कर रखी है. आइए जानते हैं कौन है हाफिज सईद.

नाम-            हाफिज मोहम्मद सईद
पिता-            कमालुद्दीन गुर्जर
जन्म-            10 मार्च 1950
जन्मस्थान-     सरगोधा, पंजाब, पाकिस्तान
राष्ट्रीयता-       पाकिस्तानी
काम-           दहशतगर्दी
संगठन-        जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा

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आरोप

  • दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले का मास्टरमांइड.
  • जुलाई 2006 में मुंबई लोकल में हुए सिलसिलेवार धमाकों का आरोपी.
  • नवंबर 2008 में मुंबई पर हुए बड़े हमले का मास्टरमाइंड.

काले कारनामे
पाकिस्तान में बैठा हाफिज सईद हमेशा भारत के खिलाफ साजिश रचता रहता है. भारत में कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले इस आतंकी के संगठनों जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा को संयुक्त राष्ट्र ने 2008 में प्रतिबंधित कर दिया था. पाकिस्तान सरकार ने कई बार दबाव में आकर उसे गिरफ्तार तो किया लेकिन हर बार वह अदालत के सहारे छूटकर बाहर आ गया. 

भारत के आग्रह पर उसके खिलाफ इंटरपोल ने 25 अगस्त 2009 को रेड कार्नर नोटिस जारी किया था. बावजूद इसके वह आज भी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है. वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलता है. दरअसल यह शख्स भारत का एक बड़ा दुश्मन है, जिसे भारत की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां कई वर्षों से तलाश कर रही हैं.

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आतंकी हाफिज सईद का सच पूरी दुनिया के सामने है. वो मुंबई हमले का गुनहगार है. अमेरिका ने उसके सिर पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है. संयुक्त राष्ट्र भी उसे ग्लाबोल टेररिस्ट मानता है. इसके बावजूद वो खुलेआम पाकिस्तान की जमीन पर बैठकर आतंक की पाठशाला चला रहा था.

दबाव में गिरफ्तारी
आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान में कई बार अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते गिरफ्तार किया गया. मगर कुछ दिनों तक सरकारी मेहमान बनाकर उसे फिर आजाद कर दिया जाता है. मगर इस बार ऐसी उम्मीद कम है. क्योंकि भारत की कूटनीति की वजह से पाकिस्तान दुनिया के सामने पूरी तरह अलग-थलग हो चुका है. इतना ही नहीं इमरान खान पर पाकिस्तान के अंदर भी आतंकी संगठनों पर कार्रवाई का दबाव है.

जिस हाफिज सईद के खिलाफ भारत सबूतों का पुलिंदा सौंपता रहा. उसे गिरफ्तार किया गया तो वो भी हिंदुस्तान में धमाकों के लिए बल्कि उनके अंदरूनी मामलों के लिए. पूरी आशंका है कि दुनिया की नजरों में अपनी इमेज चमकाने के इरादे से पाकिस्तान ने हाफिज सईद को जेल भेजने का ढोंग किया हो. क्योंकि पाकिस्तान जानता है कि दुनिया से अलग थलग पड़कर वो बहुत दिनों तक आतंक की फैक्ट्री नहीं चला पाएगा.

 

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