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लगातार दूसरे दिन पेरिस में शूटआउट

मशहूर व्यंग्यात्मक मैग्जीन 'चार्ली एब्दो' के दफ्तर पर हुए आतंकवादी हमले के 24 घंटे भी नहीं गुजरे थे कि पेरिस एक बार दहल उठा. दक्षिणी पेरिस में गुरुवार सुबह अचानक एक रिहाइशी इलाके में गोलबारी हुई. इस गोलीबारी में दो पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में इनमें से एक महिला पुलिस अफसर की मौत हो गई. जबकि दूसरे पुलिस अफसर की हालत नाजुक बताई जा रही है.

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पेरिस में आतंकी हमला
पेरिस में आतंकी हमला

मशहूर व्यंग्यात्मक मैग्जीन 'चार्ली एब्दो' के दफ्तर पर हुए आतंकवादी हमले के 24 घंटे भी नहीं गुजरे थे कि पेरिस एक बार दहल उठा. दक्षिणी पेरिस में गुरुवार सुबह अचानक एक रिहाइशी इलाके में गोलबारी हुई. इस गोलीबारी में दो पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में इनमें से एक महिला पुलिस अफसर की मौत हो गई. जबकि दूसरे पुलिस अफसर की हालत नाजुक बताई जा रही है.

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ये है पेरिस में हमले की वजह!

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बुधवार की तरह ही असाल्ट राइफल थामे और बुलेटप्रूफ जैकेट पहने अचानक नमूदार हुए एक शख्स ने गोलीबारी शुरू कर दी. चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि हमलावर वारदात को अंजाम देने के बाद मेट्रो से भाग निकला.

लेकिन इसी बीच फ्रांस के लियोन इलाके में एक मस्जिद के पास हुए धमाके से लोग सहम गए. ये धमाका एक कबाब शॉप में हुआ, जिससे पास के ही एक रेस्टोरेंट और कुछ मकानों के शीशे चटक गए. हालांकि फ्रांसीसी सुरक्षा एजेंसियों ने अभी इन वारदातों को बुधवार को मैग्जीन के दफ्तर पर हुए हमले से जोड़ने से इनकार कर दिया. लेकिन इतना जरूर है कि एक के बाद एक हो रही इन वारदातों ने वहां की सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ आम लोगों की भी नींद उड़ा दी है.

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बुधवार सुबह चार्ली एब्दो के दफ्तर पर हुए हमले के कुछ घंटे के बाद फ्रांस के ही सायनागॉज इलाके में एक चौराहे पर अचानक एक काली कार धू-धू कर जल उठी. इसके बाद तमाम लोगों को लगा कि शायद ये उन आतंकवादियों की ही कार थी, बुधवार को हमलावरों ने जिसका इस्तेमाल चार्ली एब्दो के दफ्तर पर हमला करने के लिए किया था. लेकिन इस खबर की तस्दीक से पहले ही हमलावर फरार होने में कामयाब रहे.

इसके बाद फ्रांस की पुलिस ने ना सिर्फ दोनों संदिग्ध आरोपी काउची बंधु के नाम पोस्टर जारी कर दिए गए. बल्कि ऐसे कई कई रिहायशी इलाकों में एक के बाद एक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जहां दोनों के छिपे होने की खबर मिल रही थी. लेकिन इसमें अब तक पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों कोई कामयाबी नहीं मिली.

उधर, बुधवार की वारदात के बाद शाम होते-होते तकरीबन 35 हज़ार लोग पेरिस की सड़कों पर गम और गुस्से के इज़हार के लिए उतर आए. ये लोग जहां पत्रकारों और चार्ली एब्दो के हक में नारे लगा रहे थे, वहीं उन्होंने गुनहगार को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की भी मांग की. पत्रकारों की मौत पर परे फ्रांस में एक मिनट का मौन रखा गया.

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