कुछ माह पहले पेरिस में हुए आतंकी हमले का घाव अभी भरा भी नहीं कि अब बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स को आतंकियों ने अपना निशाना बना लिया. इस हमले को खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने अंजाम दिया. इस हमले के बाद पूरी दुनिया में एक सवाल उठ रहा है कि क्या यूरोपीय देशों के हमले से बौखलाकर बगदादी ने इस हमले की साजिश रची है.
दहल उठा बेल्जियम
बेल्जियम के लिए मंगलवार की सुबह बहुत अमंगलकारी रही. एक के बाद एक बम धमाकों से बेल्जियम की राजधानी ब्रेसेल्स दहल उठा. इस आतंकी हमले के साथ ही लोगों के जेहन में पेरिस में हुए आतंकी हमलों की कड़वी यादें ताजा हो गईं. दरअसल इस हमले के बाद पेरिस के आंसू बेल्जियम की आंखों से निकल रहे हैं. पहला धमाका ब्रसेल्स के जावेंटेम एयरपोर्ट पर हुआ. उसके बाद अमेरिकन एयरलाइंस के चेक-इन प्वाइंट के पास दो आत्मघाती हमलावरों ने खुद को उड़ा लिया. और फिर मालबीक मेट्रो स्टेशन पर भी जोरदार धमाका हुआ.
बगदादी का बदला
एयरपोर्ट पर यह हमला सिक्युरिटी चेक प्वाइंट से पहले डिपॉर्चर हॉल में हुआ. इसके बाद लोगों में भगदड़ मच गई. मेन बिल्डिंग से धुआं निकलने लगा. ब्लास्ट के तुरंत बाद ही एयरपोर्ट को खाली करा लिया गया. हर चेहरे पर खौफ की लकीरें दिख रही थीं. हर आंख में दर्द और डर का एहसास था. हर तरफ अफरातफरी मची हुई थी. वहां धमाका उस वक्त हुआ है, जब पेरिस में आतंकी हमले का मुख्य संदिग्ध सालेह अब्देस्लाम गिरफ्तार हुआ. बेल्जियम में आईएसआईएस के आतंकी सालाह अब्देसलाम की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे देश में हाई एलर्ट जारी कर दिया गया था. बेल्जियम सरकार का मानना है कि यह कार्रवाई आतंकियों ने बदला लेने के लिए की है.
जिंदा हुआ बगदादी का खौफ
बेल्जियम ने अपने इतिहास में ऐसा आतंकी हमला कभी नहीं देखा था. जिस बेल्जियम को यूरोपियन संघ का केंद्र बिंदु माना जाता है, उसकी राजधानी पर यह हमला बगदादी के आतंकी प्रकोप और वजूद को दिखा रहा है. इस हमले के बाद यह भी साफ हो गया कि अब यूरोप बगदादी के निशाने पर आ चुका है. इस हमले के बाद आतंक के सबसे बड़े सरगना अबू बकर अल बगदादी की चर्चा तेज हो गई है. पेरिस में आतंकी हमले के बाद जिस तरह फ्रांस, रूस और दूसरे यूरोपीय देशों ने बगदादी के ठिकानों पर हमला बोला था, उससे बगदादी की आतंकी दुनिया तहस नहस होने लगी थी. वह खुद कहां छिपा बैठा है, यह किसी को नहीं पता. लेकिन बेल्जियम हमले के बाद उसका खौफ जिंदा हो गया है.
हमले की वजह सालेह की गिरफ्तारी!
पेरिस पर आतंकी हमले के चार महीने बाद बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स पर हुए आतंकी हमलों के बाद सवाल उठ रहा है कि इस हमले के पीछे क्या वजह हो सकती है. कहीं पेरिस अटैक के संदिग्ध सालेह अब्देस्लाम की गिरफ्तारी? तो इसकी वजह नहीं है. चार महीने पहले फ्रांस की राजधानी पेरिस पर हुए आतंकी हमले का मुख्य संदिग्ध सालेह अब्देस्लाम था. हमले के बाद से ही वह फरार था. लेकिन बीते शुक्रवार को वह बेल्जियम में पकड़ा गया. इस गिरफ्तारी ने बगदादी की टीम को बेचैन कर दिया. बगदादी को डर है कि कहीं सालेह उनके सारे राज न खोल दे. अदर ऐसा हुआ तो उनकी सारी पोलपट्टी खुल जाएगी. इसीलिए माना जा रहा है कि यह आतंकी हमला कराया गया.
आतंकियों की राजधानी बना बेल्जियम
ख़बरों की मानें तो पिछले साल पेरिस में हुए आतंकी हमले के बाद तमाम आतंकी फ्रांस से निकलकर बेल्जियम पहुंच गए थे. और उन्होंने वहीं पनाह ले रखी थी. जिस सालेह अब्देस्लाम को पेरिस अटैक का मुख्य संदिग्ध माना जाता है, उसका जन्म भी बेल्जियम में ही हुआ था. ऐसा अनुमान है कि बेल्जियम में अपने आतंकी ठिकानों को मजबूत करने के लिए आतंकियों ने इन धमाकों को अंजाम दिया है.
हमले से बगदादी ने दिखाई ताकत
पेरिस पर हमले के बाद से ही बगदादी यूरोप के देशों, रूस और अमेरिका के निशाने पर था. बगदादी के ठिकानों पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ हमले हुए. सीरिया-लीबिया-इराक में बगदादी के तेल के कुएं और दूसरे सामरिक ठिकानों को यूरोपीय और रूसी फौज ने नेस्तनाबूद कर दिया. इस दौरान यह ख़बर भी आई कि हो सकता है कि हमलों के बीच बगदादी खत्म हो. लेकिन बेल्जियम की राजधानी पर हुए आतंकी हमले से बगदादी ने यह इशारा कर दिया कि उसका आतंकी वजूद अभी खत्म नहीं हुआ है.
यूरोप को डराने की साजिश
जिस तरह से यूरोपीय देशों ने बगदादी की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी, इसके बाद हो सकता है कि बगदादी ने बेल्जियम के बहाने समूचे यूरोप को डराने की साजिश रची हो. जिस तरह से बम धमाके करने वाले बाद में अरबी में नारे लगा रहे थे, उससे यह भी लगता है कि वो मजहब के नाम पर उन्माद फैलाना चाहते थे. खुद बगदादी भी इस्लाम के नाम पर ही दुनिया में खून की होली खेल रहा है.
आतंक का कमांडर है सालेह
बगदादी आईएसआईएस का सबसे बड़ा आतंकवादी है तो सालेह यूरोप में उसका आतंकी कमांडर. पेरिस में हमले का मुख्य संदिग्ध सालेह ही था, जो हमले के बाद भाग गया था. पांच दिन पहले वो बेल्जियम में पकड़ा गया तो उसकी राजधानी पर आतंकी हमले हो गए. वो 15 नवंबर 2015 की मनहूस रात थी, जब खूबसूरत पेरिस शहर में बगदादी के शैतानों ने सैंकडों लाशें बिछा दी थी. बताक्लां के म्यूजिकल हॉल में आतंकियों ने कत्लेआम किया और संगीत से सराबोर माहौल में मौत का सन्नाटा पसर गया था. इस आतंकी हमले को अंजाम देने वाला सालेह आब्देसलाम बगदादी का ही गुर्गा है. उसका पूरा खानदान आतंक के खेल में गले तक डूबा है. उसके दो भाइयों को पेरिस हमले में ही मौत के घाट उतार दिया गया था.
मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त
बेल्जियम हमले के चंद घंटे बाद ही आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने का ऐलान कर दिया. पूरी दुनिया यह सोचकर दहल गई कि क्या अपने गुर्गे की गिरफ्तारी से आतंक का आका इतना बौखला गया कि उसने बेकसूर मुसाफिरों को मौत के घाट उतारने की ठान ली? यूरोप आईएसआईएस के निशाने पर है और इस बात का सबूत है ब्रसेल्स से पहले पेरिस पर हमला. पेरिस में तबाही का पूरा ताना-बाना इसी आतंकी सालेह ने रचा था. पेरिस हमले में अब्देस्लाम ने लॉजिस्टिक हेल्प दी थी. हमले में इस्तेमाल हुई फॉक्सवैगन पोलो कार उसी ने रेंट पर ली थी. उसी ने एक फायरवर्क्स शॉप से डेटोनेटर्स भी खरीद थे. अब सालेह को ब्रसेल्स पुलिस ने दबोच लिया है लेकिन बगदादी का बदला बेल्जियम पर भारी पड़ गया. अब तो चाहे जो हो दुनिया को आईएसआईएस को मुंहतोड़ जवाब देना ही होगा.