अपनी निर्ममता के लिए कुख्यात इस्लामिक स्टेट यानी ISIS ने उन 250 लड़कियों को तौर पर मौत के घाट उतार दिया है, जिन्होंने यौन दासी बनने से इंकार कर दिया था. उन लड़कियों को फरमान सुनाया गया था कि वे आतंकवादियों से अस्थाई शादी का प्रस्ताव स्वीकार कर लें.
इराक के मोसुल शहर में यौन दासी बनने से इंकार करने पर इन लड़कियों की हत्या की गई. कई मामलों में तो इनके परिजनों की भी हत्या कर दी गई. कुर्दिश डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता सैद मामुजिनी ने कहा कि ISIS ने लड़कियों का चयन करने के बाद शादी करने के लिए मजबूर कर दिया.
मामुजिनी ने लंदन आधारित कुर्द समाचार एजेंसी अहलुलबयात से कहा कि जिन महिलाओं ने इस प्रस्ताव से इंकार किया उनको मौत के घाट उतारा गया. शादी से इंकार करने पर अब तक कम से कम 250 लड़कियों को मारा जा चुका है. कई बार तो उनके परिवार वालों को भी मारा गया.
बताते चलें कि औरतों को पर्दे में रहने की हिदायत देने वाले ISIS के आतंकवादी खुद ही उन्हें बेपर्दा और रुसवा कर रहे हैं. आतंकी लड़कियों को बंधक बना उन्हें अपना सेक्स स्लेव यानी यौन गुलाम बना लेते हैं. उनके साथ हैवानियत की सारी हदें पार करते हैं. उनको मजबूर करके संबंध बनाते हैं.
ISIS के ठिकानों पर अलग-अलग जगहों से पकड़ी गई नामालूम कितनी लड़कियां सेक्स स्लेव की तरह जीने को मजबूर हैं. आतंकी उन्हें बेचते हैं. तोहफे में एक दूसरे को बांटते हैं. मनचाहा काम कराते हैं. और तो और बात ना मानने पर तड़पा-तड़पा कर मौत के घाट उतार देते हैं.