सीरिया में एक ऐसी अदालत लगाई जाती है, जहां बिना किसी जिरह के मामले की सजा बेरहमी से पत्थर मारकर मौत के घाट उतारकर दी जाती है. इस सजा को वहां संगरार कहा जाता है.
इस अदालत में जज और गवाह आस-पास मौजूद तमाम लोगों के साथ मिलकर मुल्जिम के सामने खड़े-खड़े ही उसे उसके गुनाहों का ब्यौरा सुनाने लगते हैं. जज साहब भरी अदालत में जोर-जोर से ये बताते हैं कि किस तरह उनके सामने खड़ी एक लड़की शादीशादी होने के बावजूद गैर मर्द से रिश्ते रखती रही और किस तरह ये रिश्ता कानून की नजर में नाजायज हुआ.
कहने को तो ये अदालत इन इल्जामों की बिना पर सीधे ही मुल्जिम को उसके गुनाहों की सजा सुना सकती थी. क्योंकि यहां गवाह की सूरत में कोई और नहीं बल्कि खुद लड़की का पिता भी मौजूद था, जज ने उससे भी दो-चार सवालात करने का फैसला किया. अदालत में मौजूद मुल्जिम के पिता और इस मामले के इस गवाह ने भी ठीक वही किया, जो इस इलाके में आम तौर पर ऐसे मामलों के गवाह किया करते हैं. बिना किसी लाग-लपेट के इस शख्स से भी झट अपनी बेटी को गुनाहगार करार दिया और सजा की हिमायत की.
इसके बाद अदालत ने फौरन मुल्जिम के मुजरिम करार दी गई. इस लड़की को पत्थरों से कुचलने की सजा सुनाई. इसके बाद वहां मौजूद लोग सबकी आंखों के सामने एक लड़की को लोग संगसार कर मौत के घाट उतार देते हैं. एक व्यकित ने बताया कि आतंकियों ने हमें सिंजर की पहाड़ियों पर पकड़ा और अपने साथ ले गए. आतंकी हमें अपने साथ उन इलाकों में ले गए. जहां सिर्फ और सिर्फ ISIS के दरिंदे ही नजर आते थे. वहां हमारे साथ जुल्म किए गए. पांच साल की बच्चियों तक से बलात्कार किया गया.
आतंकवादियों के चंगुल से बचकर निकली एक लड़की ने अपनी आपबीती से पूरी दुनिया को चौंका दिया है. अमेरिका और इंग्लैड जैसे देश बेशक आईएसआईएस पर हवाई हमले कर रहे हैं, लेकिन इराक और सीरिया की जमीन में फंसे ऐसे लोगों पर से ज्यादती का ये सिलसिला कब रुकेगा ये फिलहाल कोई नहीं जानता.