ये बात तो अब पूरी दुनिया जान चुकी है कि इराक में बगदादी और उसके आतंकवादियों का कभी भी 'दी-एंड' हो सकता है. लेकिन जाते-जाते बगदादी ऐसे वहशीपन पर उतर आया है कि उसकी मार से एक बार फिर इराक की बेगुनाह आवाम तड़पने लगी है. क्या आप यकीन करेंगे कि इराकी फौज को खुद को बचाने के लिए बगदादी के आतंकवादी अब आम शहरियों पर ही रासायनिक हथियारों से हमले करने लगे हैं? इन रासायनिक हमलों की वजह से लोग घुट-घुट कर और तड़प-तड़प कर मर रहे हैं.
जिसका खौफ था आखिर वही हो रहा है. जब आतंक के आका बगदादी को लगा कि इराक से अब उसका हुक्का-पानी उठने वाला है, तो उसने जैसे न जिएंगे और न जीने देंगे की कसम खा ली. इराक में महातबाही की इबारत लिखनी शुरू कर दी है. इस तबाही की पहली किश्त बगदादी ने मोसुल के बेगुनाह लोगों के नाम भेजी है. पहली बार इस महातबाही की तस्वीरें भी सामने आने लगी हैं. आईएसआईएस के आतंकियों को अब जब पूरा यकीन हो चला है कि इराकी फौजों के हमले से उनका बच पाना मुमकिन नहीं है.
दुनिया बगदादी और उसके आतंकियों की इन गोलियों से ज़्यादा डरी हुई नहीं है. दुनिया को अब इन बम धमाकों से भी ज़्यादा ख़तरा महसूस नहीं होता है. बल्कि दुनिया घबरा रही है उस सबसे नए खतरे से जिसे केमिकल वेपन कहते हैं. बगदादी का ये सबसे घातक हथियार कितना खतरनाक है उसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. मोसुल से अब इस तरह की खबरें आम हो रही हैं कि आतंकी जो धमाके कर रहे हैं उसके बाद अजीबोगरीब तस्वीरें और असर देखने को मिल रहा है. धमाके के बाद सब बर्बाद हो जा रहा है.
एक इराकी वेबसाइट अलसुमारिया की रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआईएस के आतंकियों ने जानलेवा केमिकल मस्टर्ड से भरे हुए तीन रॉकेट को मोसुल से मिले कायराह इलाके में दागा है. इसके धमाके में 7 लोग बुरी तरह झुलस कर मर गए, जबकि 5 साल के एक बच्चे का जिस्म बुरी तरह जल गया. उसका फिलहाल इरबिल के अस्पताल में इलाज चल रहा है. बच्चे के घरवालों के मुताबिक रॉकेट के धमाके के बाद अजीब सी गंध महसूस हुई. इसकी जद में आने वाले लोगों को उनके बदन में जलन महसूस होने लगी. रॉकेट उनके घर के नज़दीक गिरा था.