Israel and Hamas War: इजरायल ने शनिवार को गाजा, लेबनान और सीरिया में एक साथ हवाई हमले किए हैं. इजरायली सेना ने गाजा में जहां हमास के लड़ाकों को निशाना बनाया, वहीं लेबनान में हिजबुल्लाह के लड़ाकों को ढेर कर दिया. सीरिया में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड पर अटैक किया गया. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हमास और इजरायल के बीच चल रही जंग में अब तक 25 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही 62 हजार से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 178 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 293 लोग हवाई हमलों के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि गाजा के रफाह में इजरायल ने एक कार पर ड्रोन से हमला किया, जिसमें हमास के चार लड़ाकों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. रफाह मिस्र से लगता हुआ बॉर्डर इलाका है. वहां पर बड़ी तादाद में फिलिस्तीनी लोगों ने शरण ले रखी है. इसके साथ ही इजरायली सेना ने ड्रोन से हिजबुल्लाह के लड़ाकों को भी निशाना बनाया है.
लेबनान के बंदरगाह शहर टायर के नजदीक एक कार पर हुए ड्रोन हमले में उसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई, वहीं दो राहगिरों की भी जान चली गई. गाजा और लेबनान में जहां इजरायल ने ड्रोन से हमले किए, वहीं सीरिया की राजधानी दमिश्क पर मिसाइल से अटैक किया. इजरायल का मिसाइल ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के इमारत पर गिरा जिसमें ईरान के पांच सैनिकों की मौत हो गई. ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के जवान कथित तौर पर सीरियाई सरकार की मदद के लिए यहां तैनात थे, जिन पर हमला किया गया है.
हमास के आतंकियों के साथ-साथ अब इजरायली सेना ने सीरिया में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड पर भी हमले तेज कर दिए हैं. शनिवार को दमिश्क में इजरायली सेना के मिसाइल हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड के कई सदस्यों की मौत हो गई. उनके ठिकानों को इजरायल ने तबाह कर दिया. इजरायली सेना ने एक और मोर्चे पर जंग तेज कर दी है. शनिवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में इजरायली मिसाइलों ने जमकर कहर बरपाया. जबकि गाजा में पिछले 100 दिनों से भी ज्यादा समय से इजरायली हमले लगातार जारी हैं.
सीरिया में भी इजरायल ने आर-पार की जंग शुरू कर दी है. इजरायल के ताजा हमलों में ईरान के रिवोल्यूशनकरी गार्ड के चार सदस्यों की मौत हो गई है. जबकि रिवोल्यूशनरी गार्ड की एक इमारत भी इजरायली हमले में पूरी तरह तबाह हो गई है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त इजरायल ने दमिश्क में मिसाइल अटैक किया उस समय इमारत में ईरान समर्थित समूह के अधिकारी बैठक कर रहे थे. इजरायल ने सीरिया के अंदर जिस क्षेत्र को निशाना बनाया है. वो रिवोल्यूशनरी गार्ड और फिलिस्तीनी नेताओं के लिए सुरक्षित ठिकाना है.
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पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ये हमले तेज हो गए हैं. बीते महीने दमिश्क के पास एक इजरायली हवाई हमले में ईरानी सैन्य सलाहकार सैय्यद रजी मौसवी की भी मौत हो गई थी. जबकि इजरायल का कहर गाजा में भी लगातार जारी है. इजरायल ने शनिवार को गाजा पट्टी में हमास के कई ठिकानों, हथियार गोदाम और हथियारों को तबाह करने का दावा किया है. इस बीच खान यूनिस में इजरायली सेना ने एक लंबी सुरंग का भी पर्दाफाश किया है.
दूसरी तरफ हमास के आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को आजाद कराने का मामला इजरायल में तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को बड़ी संख्या में इजरायली बंधकों के परिजनों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास के बाहर जमा हुए. बंधकों की रिहाई को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. नाराज प्रदर्शनकारी 100 दिनों से भी ज्यादा समय से हमास के चंगुल में मौजूद बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की मांग कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास के बाहर तंबू में रात बिताने की योजना भी बनाई.