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Israel-Hamas war: हमास की कैद से रिहा 30 महिला बंधकों के साथ किया गया रेप, इज़रायली डॉक्टरों का दावा

दो इजरायली डॉक्टरों और उस सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अमेरिकी न्यूज़ पोर्टल से बातचीत के दौरान ये दावा किया है. डॉक्टरों ने बंधकों के इलाज के दौरान पाया कि 12 से 48 साल तक की रिहा की गई इजरायली महिला बंधकों में से कईयों के साथ गाजा में रेप किया गया. यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली महिलाओं की संख्या लगभग 30 है.

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दो इजरायली डॉक्टरों ने हमास पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है
दो इजरायली डॉक्टरों ने हमास पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है

Israel-Hamas War: हमास और इजरायल के बीच गाजा पट्टी में जंग जारी है. इस दौरान हमास ने साफ कर दिया है कि जबतक ये जंग रुक नहीं जाती तब तक बंधकों की रिहाई मुमकिन नहीं है. इजरायली सेना भी हमास को तबाह करने पर तुली है. इसी दौरान दो इजरायली डॉक्टर ने एक बड़ा दावा किया है. ये दोनों डॉक्टर रिहा किए गए बंधकों का इलाज कर रहे थे. उन डॉक्टरों का दावा है कि बंधक बनाई गई कई महिलाओं के साथ बेरहमी से बलात्कार किया गया था.

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इजरायली डॉक्टरों के इस दावे पर इस मामले से परिचित एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने यूएसए टुडे से इस खबर की पुष्टि की है. उस अधिकारी ने कहा कि कुछ रिहा किए गए बंधकों ने खुलासा किया कि उन्हें कैद में हिंसक यौन हमलों का सामना करना पड़ा.

उन दो इजरायली डॉक्टरों और उस सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अमेरिकी पोर्टल यूएसए टुडे से बातचीत के दौरान ये दावा किया. डॉक्टरों ने बंधकों के इलाज के दौरान पाया कि 12 से 48 साल तक की रिहा की गई इजरायली महिला बंधकों में से कईयों के साथ गाजा में रेप किया गया. यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली महिलाओं की संख्या लगभग 30 है.

जिंदा बचे लोगों की चिंता के कारण डॉक्टरों ने यौन हमलों के बारे में ज्यादा विस्तार से नहीं बताया. एक डॉक्टर ने कहा कि जिन लोगों का यौन शोषण हुआ है उनकी मृत्यु दर आम तौर पर उन लोगों की तुलना में चार गुना अधिक होती है, जिनका यौन शोषण नहीं हुआ है. दूसरे डॉक्टर ने कहा कि मुक्त कराए गए कई बंधकों में पीटीएसडी के लक्षण दिखे और हमारे पास वो ऐसे पीड़ित मरीज के रूप में आए, जिन्होंने बहुत गंभीर यौन उत्पीड़न का सामना किया है.

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पहले डॉक्टर ने कहा कि रिहा की गई सभी महिला बंधकों का गर्भावस्था परीक्षण किया गया है और यौन संचारित संक्रमणों की जांच भी की गई है.

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के दौरान एक महिला का वीडियो वायरल हुआ था. जिसे पीछे की तरफ हथकड़ी लगी हुई थी. वह जीप की डिक्की से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करती नजर आती है. फिर उसे बाहर निकाला जाता है. वो नंगे पैर लंगड़ा कर चलती है. उसकी कनपटी के पास खून बह रहा है. उसका टखना कट गया है. उसकी ग्रे स्वेटपैंट पीछे की ओर से खून से सनी है. उसे बंदूक की नोक पर उसके लंबे भूरे बालों से खींचकर एक गाड़ी में पिछली सीट पर जबरन बैठाया जाता है. भीड़ देखती रहती है. और वो कार फिर तेज गति से वहां से निकल जाती है.

ये आखिरी बार था, जब 7 अक्टूबर को लिए गए उस वीडियो में 19 वर्षीय नामा लेवी को जिंदा देखा गया था. वो 18 से 26 वर्ष की उन 17 महिला बंधकों में से एक है, जिन्हें अभी भी गाजा में ही कहीं हमास ने बंधक बना रखा है. लेवी की मां आयलेट लेवी शचर ने बताया कि नामा के लिए समय खत्म हो रहा है. कमज़ोर लड़कियों को उन लोगों के हाथों बंधक बनाए जाने का समय ख़त्म होता जा रहा है, जो उन्हें प्रताड़ित करते हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं.

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शचर 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में हमास के हमलों के दौरान महिलाओं और पुरुषों के बलात्कार, यौन हिंसा और अंग-भंग के बढ़ते सबूतों का जिक्र करती हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि यौन उत्पीड़न 7 अक्टूबर तक ही सीमित नहीं रहा है. उसके बाद ऐसी घटनाएं बंधक महिलाओं के साथ होती रही हैं.

रिहा होकर आए एक मुक्त बंधक ने बताया कि वे सबसे पहले उनकी लड़कियों को छूते हैं. एक दूसरे मुक्त बंधक की बेटी ने बताया कि उसकी मां कैबिनेट बैठक के दौरान लगभग बेहोश हो गईं थी, क्योंकि वो जानती हैं कि वहां क्या हो रहा है. उन्होंने देखा कि बंधक पुरुषों के साथ क्या किया जाता था.

एक इज़रायली सैन्य अधिकारी ने कहा कि 7 अक्टूबर को सुपरनोवा संगीत समारोह के दौरान और उनके घरों में कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया गया था. और वे जानते हैं कि हमास की कैद में उन महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था. और अभी भी महिला बंधकों को बहुत खराब मानसिक और शारीरिक स्थिति में रखा गया है. बंधकों को पीटा जा रहा है, उनके पास पर्याप्त भोजन, पानी और दवाएं भी नहीं हैं और उन्हें दक्षिणी गाजा में रखा गया है. जहां उन्हें पहचान से बचने के लिए एक घर से दूसरे घर, कभी जमीन पर और कभी सुरंगों के जरिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है.

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इज़रायली मेडिकल कर्मियों और मुर्दाघर के कर्मचारियों ने बताया कि 7 अक्टूबर को मरने वाली कई महिलाओं के पैर और श्रोणि की हड्डियां टूटी हुई पाई गईं. कई शव तो ऐसे थे कि महिला और पुरुष पीड़ितों में अंतर करना संभव नहीं था. गाजा के पास 7 अक्टूबर को सुपरनोवा संगीत समारोह में हुए हमले में जिंदा बची एक महिला ने इज़राइल पुलिस को बताया कि उसने सामूहिक बलात्कार होते देखा है.

इन सबूतों के बावजूद, हमास ने इन आरोपों से लगातार इनकार किया है कि उसने 7 अक्टूबर को यौन हिंसा का इस्तेमाल किया था. उसने दावा किया है कि ये सारी बातें और कहांनिया हमास को बदनाम करने के लिए फैलाई गई हैं. ऐसे आरोप इज़राइल गाजा में नागरिकों की सामूहिक हत्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश का हिस्सा हैं.
 

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