राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में महिला के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में जेड़ीयू विधायक सरफराज आलम को पार्टी और सदन से निलंबित कर दिया गया. और शनिवार को पुलिस ने उनसे पूछताछ की. उन्हें इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को ही समन जारी कर दिया था. पुलिस ने बताया कि सरफराज आलम को पूछताछ पूरी होने तक हिरासत में लिया गया है.
बिहार पुलिस के आला अधिकारियों ने भी उनके इस मामले में शामिल होने की पुष्टि की थी. जिसके बाद पटना रेलवे पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को समन जारी किया था. शनिवार को उन्हें पांच बजे पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया. इससे पहले ही उन्हें पार्टी और सदन से निलंबित कर दिया गया.
मगर सरफराज समय से पहले ही वहां पहुंच गए. ठीक पांच बजे वहां मौजूद जांच अधिकारी रेखा कुमारी ने उनसे पूछताछ शुरु कर दी. इस दौरान एसपी रेलवे पी.एन. मिश्रा भी वहां पहुंच गए. दोनों अधिकारियों ने लगातार विधायक से सवाल पूछे.
पूछताछ के बाद सरफराज के वकील शशि भूषण कुमार मंगलम ने कहा कि उनसे पूछताछ की गई है. लेकिन सरफराज खान निर्दोष हैं.
इससे पहले जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य पार्टीजनों के साथ एक बैठक की. जिसमें सरफराज को पार्टी और सदन से निलंबित किए जाने का फैसला लिया गया.
बतातें चलें कि बीती 17 जनवरी को एक महिला ने जेडीयू विधायक और पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम पर नई दिल्ली जा रही 12423 डिब्रूगढ़-राजधानी एक्सप्रेस के ए-4 कोच में उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. महिला और उसके पति इंद्रपाल सिंह बेदी का आरोप था कि वे लोग राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली जा रहे थे, इसी दौरान उनके सामने वाली बर्थ पर यात्रा कर रहे एमएलए सरफराज ने नशे की हालत में महिला से दुर्व्यवहार किया था.
महिला के बयान के आधार पर सरफराज के खिलाफ पटना रेल थाने में आईपीसी की धारा 341, 323, 290, 504 और 354ए के तहत केस दर्ज कर रेल पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी. जांच पड़ताल के दौरान ही यह बात निकलकर सामने आई है कि उस दिन सरफराज खुद राजधानी एक्सप्रेस में सवार थे.