कानपुर के पांडुनगर इलाके में रहने वाले पीयूष श्याम देसानी 26 जुलाई की रात अपनी पत्नी ज्योति के साथ खाना खाने शहर के एक रेस्टोरेंट गए थे. खाना खाने के बाद ज्योति रात में लॉन्ग ड्राइव पर जाने की जिद कर रही थी. पीयूष ने पहले तो ज्योति की बात को मानने से इनकार कर दिया. लेकिन फिर अपनी पत्नी का दिल रखने के लिए वो उसकी बात मान गए. रात के अंधेरे में वो अपनी कार को शहर की सड़कों पर किसी आने वाले खतरे से अनजान चलाते जा रहे थे. पीयूष और ज्योति इस बात से बेखबर थे कि उनके साथ कोई अनहोनी होने वाली है.
बदमाशों ने रुकवाई कार और ज्योति कर लिया अगवा
जैसे ही उनकी कार कानपुर के नवाबगंज इलाके के पास पहुंची तो चार बाइकों पर सवार आठ लड़कों ने उनकी कार को जबरन रुकवा दिया. इससे पहले कि पीयूष कुछ समझ पाते, उन लड़कों ने उन्हें गाड़ी से उतार कर मार-पीट शुरू कर दी. लेकिन वो इतने पर ही नहीं रुके. इसके बाद उन्होंने गाड़ी में बैठी पीयूष की पत्नी ज्योति को जबरन अगवा कर लिया और उनकी गाड़ी लेकर वहां से फरार हो गए.
पुलिस हरकत में आई
अपनी पत्नी का अपहरण होने के बाद पीयूष ने फौरन पुलिस को इस हादसे की जानकारी दी. चूंकि मामला शहर के एक बड़े कारोबारी से जुड़ा था लिहाजा पुलिस भी आनन-फानन में मौका-ए-वारदात पर पहुंच गई. इसके बाद पुलिस ने पूरे शहर की नाकेबंदी कर इलाके की कॉम्बिंग करनी शुरू कर दी. काफी वक्त गुजर जाने के बाद भी पुलिस ज्योति या फिर उन अपहरकर्ताओं को ढूंढने में कामयाब नहीं हुई. इसके बाद रात के 2 बजे शहर के पनकी इलाके से एक महिला के शव मिलने की खबर आई. जब पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाई तो पता चला कि लाश ज्योति की थी.
ज्योति के जिस्म पर करीब डेढ़ दर्जन घाव
किडनैप करने के बाद बदमाशों ने बड़ी ही बेरहमी से ज्योति का कत्ल किया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, ज्योति के जिस्म पर करीब डेढ़ दर्जन घाव मिले. बदमाशों ने चाकू से ज्योति के पेट पर चार वार, उसकी गर्दन पर चार वार, सिर के पिछले हिस्से पर दो वार, उसके पैरों पर चार वार और कमर पर दो वार किए थे. इतना ही नहीं ज्योति ने जिस उंगली में डायमंड रिंग पहनी हुई थी. बदमाश उसकी वो उंगली काट कर अपने साथ ले गए. लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि इसके अलावा बदमाशों ने उन गहनों को हाथ भी नहीं लगाया जिन्हें ज्योति ने पहना हुआ था. यहां तक की बदमाश ज्योति का महंगा मोबाइल भी उसकी गाड़ी में ही छोड़ गए. मौका-ए-वारदात से पुलिस को सुराग के नाम पर तीन चाकू पड़े मिले. जिन्हें ज्योति के कातिल कत्ल करने के बाद वहां छोड़ गए थे.
पुलिस को शुरुआती जांच में तो कोई कामयाबी नहीं मिली लेकिन एक बात तो तय है कि कातिलों ने जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया था. उससे ये बात तो साफ है कि उनका मकसद लूटपाट का नहीं था. उन्होंने ज्योति को जान से मारने के इरादे से ही उसकी अपहरण किया था.
शक की सूई ज्योति के पति पीयूष श्याम देसानी पर
मंगलवार को ज्योति मर्डर केस में पुलिस ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए. शक की सुई ज्योति के पति पीयूष श्याम देसानी पर जा टिकी है. तफ्तीश के दौरान पुलिस ने पीयूष को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की गई. पुलिस के मुताबिक, रविवार रात को डिनर के दौरान पीयूष के मोबाइल पर लगातार किसी लड़की के एसएमएस आ रहे थे और वो उनका जवाब भी दे रहा था. इसी बात को लेकर रेस्टोरेंट में दोनों की बहस भी हुई. फिर डिनर खत्म होने के बाद रेस्टोरेंट के बाहर दोनों में झगड़ा भी हुआ. इसके बाद वो दोनों ड्राइव पर निकल गए. इसी दौरान उन पर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया. ज्योति को जबरन गाड़ी में बिठा कर उसका अपहरण कर लिया था.
पीयूष की एक महिला मित्र भी हिरासत में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्योति ने अपने कातिलों से बचने की कोशिश की थी. इसी दौरान उनमें से एक कातिल के बाल उसकी मुट्ठी में आ गए. फिलहाल पुलिस इन बालों को जांच के लिए भेज चुकी है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस पीयूष की उस महिला दोस्त का पता लगा चुकी है और उसने पूछताछ के लिए उसे भी हिरासत में ले लिया है. उधर ज्योति के पिता शंकर लाल को अपने दामाद यानी पीयूष पर शक है.
फिलहाल पुलिस ने किसी को भी क्लीनचिट नहीं दी है और मामले की तफ्तीश कर रही है. लेकिन जब तक वो ज्योति मर्डर केस से जुड़े तमाम सवालों के जवाब नहीं ढूंढ लेती तब तक वो उस मामले पर पड़े राज से पर्दा नहीं उठा पाएगी.