जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में पुलिस ने एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस आतंकी मॉडयूल का खुलासा करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार भी किया है. तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने तीन हैंडग्रेनेड भी बरामद किए हैं.
गांदरबल के एसएसपी खलील अहमद पोसवाल ने बताया कि तीन युवाओं के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी मिली थी. ये अलग आतंकी मॉड्यूल पर काम कर रहे थे. इनकी पहचान अर्शीद अहमद खान, माजिद रसूल राथर और मोहम्मद आसिफ नजार के रूप में हुई है. ये तीनों पाकिस्तानी आतंकवादी फयाज खान के संपर्क में थे. उसी ने इन तीनों को इलाके में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के काम पर लगाया था.
सूचना के बाद से ही पीएस गांदरबल, पीसी गांदरबल और 5 आरआर की संयुक्त टीम ने इन तीनों की तलाश शुरू कर दी थी. 14/15 सितंबर की मध्यरात्रि संयुक्त टीम को कामयाबी मिली और तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस उनके कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट आदि बरामद करने की कोशिश कर रही थी. इसी दौरान तीनों ने पूछताछ के में बताया कि उनके पास हैंडग्रेनेड हैं. फिर उनकी निशानदेही पर पुलिस ने तीन हैंडग्रेनेड बरामद कर लिए.
मॉड्यूल के बारे में पूछताछ के दौरान पता चला कि उनके पाक हैंडलर ने उन्हें उग्रवाद में शामिल होने और इलाके में तैनात सुरक्षा बलों पर हमले करने का निर्देश दिया था. पुलिस के मुताबिक इस सूचना के संबंध में पहले से मुकदमा अपराध संख्या 199/2020 धारा एस13, 18 यूएपीए 1967 थाना गांदरबल में पंजीकृत है.
एसएसपी खलील अहमद पोसवाल ने मॉड्यूल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घाटी के भोले-भाले युवाओं को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से सीमा पार के आतंकी गुट आतंकवाद में धकेल रहे हैं. जबकि उन युवाओं के माता-पिता अपने बच्चों की ऐसी गतिविधियों से अनजान रहते हैं.
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ऐसे कमजोर युवाओं की पहचान और परामर्श के लिए सभी कदम उठा रही है. माता-पिता की पहली जिम्मेदारी भी है कि वे एएनई द्वारा अपनाई जाने वाले तौर-तरीकों के बारे में सचेत रहें और अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें, ताकि उन्हें सरहद पार बैठे आतंकी गुर्गों का शिकार होने से बचाया जा सके.