दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के लिए भारत में भर्तियां करने वाले एक शख्स के बारे में खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है. इस शख्स का नाम साजीर मंगलाचारी अब्दुल्ला बताया जा रहा है, जो केरल का रहने वाला है. अब्दुला ही वह जरिया है जो युवाओं को ब्रेन वॉश करके उन्हें आईएसआईएस में काम करने के लिए प्रेरित करता है. उनको अफगानिस्तान स्थित आतंकी ट्रेनिंग कैंप में पहुंचाने का काम करता है. भारतीय एजेंसियां उसकी तलाश कर रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, साजीर अब्दुल्ला का परिवार बहुत गरीब है. उसके पिता केरल के कोझिकोड में ट्रक ड्राइवर हैं. उसके दोस्त बताते हैं कि वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार हुआ करता था. उसके राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी. इसी साल अप्रैल में कमाने के लिए वह दुबई गया, लेकिन छुट्टियों में घर वापस आया था. इसके बाद जब वह वापस गया था तो उसका नया रूप सामने आया. उसने आईएस के लिए काम करना शुरू कर दिया. केरल के युवाओं को नौकरी के नाम पर भर्ती करने लगा.
हालही में राष्ट्रीय जांच एंजेसी (एनआईए) ने आईएसआईएस से संबंधों के शक में केरल से 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. केरल से 21 लोगों के लापता होने के बाद से एनआईए लगातार इस मामले की जांच में जुटी थी. सभी संदिग्धों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब ये देश में आतंकी हमलों की कथित साजिश रचने की तैयारी कर रहे थे. ऐसा माना जा रहा है कि इन संदिग्धों के संबंध अब्दुल्ला से थे. उसने इन युवाओं को बरगला कर आईएसआईएस के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया था.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, अब्दुल्ला अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में रहता है. नंगरहार ब्लैक होल की तरह है. यहां से किसी को भी गायब किया जा सकता है. यही से बैठकर अब्दुला केरल के युवाओं का ब्रेन वॉश करके उन्हें आतंकी बनाता था. उन्हें नंगरहार बुलाकर ट्रेनिंग दी जाती है. इसी साल केरल के करीब 21 लोगों को नंगरहार बुलाया गया था. उसमें आठ नाबालिग भी शामिल हैं. इस गुट का नेतृत्व कट्टरपंथी मौलाना अब्दुल राशिद ने किया था. यहां पहुंचकर राशिद ने अपने एक दोस्त को संदेश भी भेजा था.
शिक्षित युवाओं को बरगला रहा आईएसआईएस
अब्दुल्ला ने जिन लोगों को आईएसआईएस में शामिल कराया वो सभी पढ़े-लिखे हैं. इसके झांसे में आकर आतंकी बना एक शख्स स्वालेह मोहम्मद चेन्नई स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी में रिसर्चर था. साफवान पूकतिल पीएफआई के दैनिक तेजस में ग्राफिक डिजाइनर था. रामशाद नीलांगन कांदियिल कोझीकोड में चार्टेड अकाउंटेंट का काम करता था. जसीम नीलांगन कांदियिल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई अधूर छोड़ दी थी. वहीं इस गुट का नेता राशिद अली भी बिजनेस करता था. लेकिन ये लोग अब्दुला के बातों में आ गए.
दहशतगर्दी की नई परिभाषा गढ़ रहा ISIS
बताते चलें कि आईएसआईएस दुनिया भर में दहशतगर्दी की नई परिभाषा गढ़ रहा है. खाड़ी देशों से लेकर यूरोप तक, बगदादी आतंक की फौज तैयार करने में लगा है. खुद को ओसामा बिन लादेन के आतंक का वारिस बताने वाला बगदादी मज़हब के नाम पर दुनियाभर में दहशत की हुकूमत कायम करना चाहता है. इसीलिए उसने ब्रेनवॉश ब्रिगेड तैयार की है. ये ब्रिगेड उम्र के हर तबके को महज चंद मिनटों में बरगला देती है. दुनिया के अलग-अलग कोनों में बैठे ISIS के दहशतगर्दों के टारगेट पर हिंदुस्तान शुरू से रहा है.
भारत में पैर पसारने की ओर आईएस
इंटेलिजेंस की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि बगदादी की ये ब्रेनवॉश ब्रिगेड भारत में नौजवानों को बरगला रही है. आईएसआईएस भारत में अपने पैर पसार चुका है. एक रिसर्च के मुताबिक, उसकी वेबसाइट देखने वालों में कश्मीर नंबर वन है. दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश, जबकि तीसरा नंबर महाराष्ट्र का है. छोटे शहरों के 16 से 30 साल के युवा तेजी से जुड़ रहे हैं. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, यूपी, दिल्ली, बिहार, जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडू में इसका खतरा ज्यादा है.