कोई कमर पर बारूद बांध कर खुद को कैसे उड़ा लेता है? कोई सामने वाले को
मारने के लिए खुद मरने के लिए कैसे तैयार हो जाता है? आखिर कोई क्यों किसी
के कहने भर से फिदायीन बन जाता है? इसका जवाब है जन्नत का सब्ज बाग, जिसे
अल-कायदा से लेकर तालिबान और लश्कर से लेकर आईएस तक मुस्लिम नौजवान
लड़के-लड़कियों को दिखा कर आतंक की फौज खड़ी कर लेते हैं. लेकिन अफसोस
उन्हें जन्नत के नाम पर जहन्नम भी नसीब नहीं होती.
दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में दुनिया भर से बड़ी तादाद में नौजवान शामिल हो रहे हैं. इन्हें ऐशो-आराम, मोटी सैलरी और धर्म के नाम पर ब्रेनवॉश किया जा रहा है. लड़कों की तरह लड़कियां भी लड़ाका बनने में पीछे नहीं हैं. देखने में मासूम और खूबसूरत इन लड़कियों के दिमाग में ऐसा जहर घोल दिया जाता है कि ये 'विष कन्या' जाती हैं और फिर बगदादी के नापाक इरादों को खूनी अंजाम देती हैं.
दुनिया कभी ओसामा बिन लादेन के नाम से थर्राती थी. लेकिन अब हसना आइट, अक्सा महमूद, समंथा ल्यूथवेट और हयात बॉमीडेन जैसी खूंखार महिलाओं ने आतंक की परिभाषा बदल दी है. चंद पलों में लोगों की जान लेने वाली इन कातिल हसीनाओं के दम पर बगदादी दुनिया में आतंक फैलाने में कामयाब हो रहा है. इन महिलाओं को मानव बम के रूप में भी इस्तेमाल किया जा रहा है. आइए, जानते हैं बगदादी की कातिल हसीनाओं की कहानी.
हसना आइट
पेरिस हमले के बाद दुनिया के सामने एक ऐसी महिला का चेहरा सामने आया, जो देखने में बेहद मासूम थी. लेकिन उसकी करतूत से पूरी दुनिया थर्रा उठी थी. जी हां, हम बात कर रहे हैं इस्लामिक स्टेट के लेडी ब्रिगेड की खूंखार आतंकी हसना आइट की, जो महज 26 साल की उम्र में मौत का दूसरा नाम बन गई. पेरिस हमले के बाद हसना ने खुद को बम से उड़ा लिया. वह पेरिस अटैक के मास्टरमाइंड अब्देल हामिद अबाउद की बहन थी.
बताते चलें कि 1973 में मोरक्को से उसका परिवार पेरिस आया था. हसना अपनी ही दुनिया में व्यस्त रहती थी. वह फेसबुक और व्हाट्सएप पर काफी सक्रिय थी. उसे हमेशा दूसरों की आलोचना के लिए जाना जाता था. परिजनों के साथ उसका रिश्ता सामान्य नहीं था. उसे पार्टियां काफी पसंद थीं. वह जमकर शराब पीती थी. उसे काऊगर्ल के नाम से भी जाना जाता था. अपने ब्यॉयफ्रेंड के साथ रहने के लिए उसने अपना घर छोड़ दिया था.
अक्सा महमूद
अक्सा महमूद ने ब्रिटेन के ग्लास्गो से सीरिया जाकर इस्लामिक स्टेट के एक लड़ाके से शादी कर ली थी. 20 साल की अक्सा नवंबर, 2013 में तुर्क के रास्ते सीरिया पहुंची थी. उसके पिता मुजफ्फर महमूद ने कहा था कि हमारा ताल्लुक उदारवादी मुस्लिम परिवार से है. उसका पालन पोषण इसी ढंग से हुआ है. यह हमारे लिए आश्चर्य की बात है कि वह आतंकी संगठन में जाकर शामिल हो गई है. हम उसे वापस आने की अपील करते हैं.
हयात बॉमीडेन
इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया के सरगना अबू बकर अल बगदादी के सबसे भरोसेमंद महिला आतंकी हयात बॉमीडेन जनवरी, 2015 में पेरिस हमले की मास्टरमाइंड थी. उसका पति भी एक आतंकवादी था. उसने पेरिस में पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसे बिकिनी गर्ल के नाम से भी जाना जाता है. पति की मौत के बाद वह बगदादी के कैंप में ही रहती है. कहा जाता है कि हर हमले के पीछे उसका दिमाग होता है.
समांथा ल्यूथवेट
ब्रिटिश महिला आतंकवादी समांथा ल्यूथवेट को 'व्हाइट विडो' के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि यूक्रेन में उसे मार दिया गया था, हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है. आईएसआईएस की ओर से वह सीरिया में लड़ती थी. एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक यूक्रेनियन बटालियन की ओर से लड़ रही मोस्ट वाॅन्टेड आतंकियों में से एक समांथा ल्यूथवेट को स्नाइपर ने मार दिया था.
वह यूक्रेनियन बटालियन की ओर से स्नाइपर के रूप में लड़ रही थी. समांथा को मारने के बाद रूसी स्नाइपर को मारने वाले को यूक्रेनी स्पेशल सर्विसेज ने 10 लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की थी. वह आईएस की सबसे ताकतवर महिला थी. उसने सीरिया में महिलाओं और ब्रिटिश युवकों को आत्मघाती धमाके करने का प्रशिक्षण दिया था. उस पर केन्या में यूरो कप देख रहे लोगों पर ग्रेनेड हमला करने का भी आरोप है.