उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक बस कंडक्टर पर चापड़ से हमला करने वाले लारेब हाशमी ने पुलिस हिरासत में कई बड़े खुलासे किए हैं. उसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया है कि वो पूर्वांचल के बाहुबली माफिया अतीक अहमद का बहुत बड़ा फैन है. उसकी तरह नाम कमाना चाहता है. दबंग और बड़ा आदमी बनना चाहता है. यही वजह है कि उसने अतीक की तरह अपने सिर पर सफेद साफा बांधना शुरू कर दिया था. उसकी हत्या के बाद उसे बहुत दुख हुआ था. इतना ही नहीं पुलिस हिरासत में लारेब बहुत बेबाकी से अपने जबाव दे रहा था. उसने यहां तक कहा कि उसे पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है. उसने अपना बदला पूरा कर लिया है. अब वो सुकून से सो सकेगा.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उससे जब पूछा गया कि उसने बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा पर चापड़ से हमला क्यों किया था? इस पर लारेब ने कहा, ''उसने मेरे दोस्तों के सामने मेरी बेइज्जती की थी. उसने कहा कि तुम्हारे जैसे बहुत दाढी वाले देखे हैं. ये बात मुझे बहुत बुरी लगी. इसलिए मैंने उसे सबक सिखाने के लिए उस पर हमला कर दिया. मैंने घटना का वीडियो इसलिए बनाया ताकि इसके बारे में लोगों को पता चल सके.'' इसके बाद पुलिस ने पूछा कि वारदात को अंजाम देते वक्त उसे डर नहीं लगा था? इस पर उसने कहा, ''हमने बहुत डर कर रह लिया. इसलिए ये काफिर कुछ भी बोल देते हैं. हमारे साथ जुल्म करते हैं. मेरा बदला पूरा हुआ. अब मैं सुकून के साथ सो सकूंगा.''
'क्या अतीक भाईजान की तरह मेरा भी हश्र होगा?'
पुलिस जांच में पता चला है कि लारेब हाशमी पाकिस्तानी मौलानाओं के जिहादी तकरीरें सुना करता था. उसके लैपटॉप और मोबाइल से ऐसी कई वीडियो बरामद की गई हैं. बीते 8 महीने से वो सुबह चार बजे तक जिहादी वीडियो देख रहा था. उसने दो महीने में सबसे ज्यादा वीडियो पाकिस्तान के मौलाना खादिम हुसैन रिजवी के देखे हैं. मौलाना की तकरीर सुनकर वो पाकिस्तानी शब्दों का हूबहू इस्तेमाल करने लगा था. गोरखपुर में मंदिर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा की तरह ही वो भी यूट्यूब के जरिए सेल्फ रेडिकलाइज्ड हुआ था. पुलिस ने जब वीडियो देखने की बात पूछी तो लारेब ने कहा, ''क्या वो वीडियो देखना गुनाह है? क्या अतीक भाईजान की तरह ही मेरा भी हश्र होगा?''
प्रयागराज पुलिस के 10 सवाल और लारेब के जवाब...
सवाल 1- क्या तुमने इस घटना को अंजाम दिया?
लारेब- हां, मैंने ही उसे सबक सिखाया.
सवाल 2- क्या हुआ था तुम दोनों के बीच में?
लारेब- दोस्त के सामने वह मेरी बेइज्जती कर रहा था. कंडक्टर ने बोला तुम्हारे जैसे बहुत दाढ़ी वाले देखे हैं.
सवाल 3- तुम्हारे पास हथियार कहां से आया?
लारेब- मैं चापड़ घर से लाया था. बंदूक नैनी से ली थी.
सवाल 4- कंडक्टर ने ऐसा क्या कहा कि तुमने चापड़ मार दिया?
लारेब- कंडक्टर ने कहा कि तुम्हारे जैसे बहुत दाढ़ी वाले देखे हैं.
सवाल 5- तुमने वीडियो क्यों बनाया?
लारेब- ताकि लोगों को पता लगे कि मैंने उसे क्यों मारा.
सवाल 6- तुम्हें डर नहीं लगा इतना कुछ करने के बाद?
लारेब- बहुत डर कर रह लिया. इसलिए ये काफीर कुछ भी बोल देते हैं. जुल्म करते हैं.
सवाल 7- तुम किसी के संपर्क में थे?
इस सवाल पर लारेब कोई जवाब नहीं देता है.
सवाल 8- तुम्हारे लैपटॉप में वीडियो कहां से आए?
लारेब- वीडियो देखना गुनाह है क्या? क्या अतीक भाई के तरह मेरा भी हश्र होगा.
सवाल 9- तुम चाहते क्या थे?
लारेब- मैं क्यों बताऊं? मुझे जितना बताना था मैंने बता दिया.
सवाल 10- विवाद 3 दिन पहले हुआ था तो पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की?
लारेब- मुझे पुलिस पर भरोसा नहीं है. बदला पूरा किया अब मुझे सुकून से नींद आएगी.
प्रिंसिपल और पड़ोसियों ने लारेब के बारे में बताया
जानकारी के मुताबिक, लारेब हाशमी प्रयागराज के यूनाइटेड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस से बीटेक कर रहा था. इस वारदात के बाद उसे कॉलेज से निकाल दिया गया है. इस इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल एचपी शुक्ला ने बताया, ''लारेब हाशमी शांत स्वभाव का छात्र रहा है. वह क्लास में पीछे बैठता था. कभी किसी के सवालों के जवाब नहीं देता था. ज्यादा किसी से बात भी नहीं करता था. वो ऐसी घटना को अंजाम दे सकता है, यह सोचा नहीं जा सकता. उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.'' उसके पड़ोस में रहने वाले ने बताया कि वो पढ़ने लिखने वाला छात्र था. कभी किसी से कोई बात नहीं करता था ना किसी से कोई विवाद था. उसकी इस हरकत से हर कोई हैरान है. वो ऐसा कैसे कर सकता है.
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जानलेवा हमले के बाद कहा- जिहाद अभी जिंदा है!
शनिवार को लारेब हाशमी प्रयागराज के शांतिपुरम फाफामऊ से रेमंड जाने वाली इलेक्ट्रिक बस में सवार हुआ था. वो इंजीनियरिंग कॉलेज जा रहा था. इसी दौरान बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा से किराए के पैसे को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद उसने चापड़ से उस पर हमला कर दिया. हरिकेश विश्वकर्मा के बगल वाली सीट पर बैठे नंदन यादव ने बताया, ''शांतिपुरम से रेमंड के लिए बस जा रही थी. इसी बीच लारेब ने बस कंडक्टर से अपने बचे हुए पैसे मांगे. कंडक्टर ने जब पैसे देने के लिए बैग में हाथ डाला, तभी अचानक से उसने चापड़ से उन पर हमला बोल दिया. इसके बाद यात्रियों ने उसे पकड़ लिया, लेकिन वो भागने में सफल में हो गया. भागते वक्त उसने कहा कि जिहाद अभी जिंदा है.''
'एक कत्ल नहीं करना, लाशों के ढेर लगा देने हैं'
इस वारदात को अंजाम देने के बाद लारेब हाशमी ने एक वीडियो भी बनाया. उस वीडियो में उसने गाजियाबाद के डासना में रहने वाले महंत यति नरसिंहानंद को धमकी दी है. वीडियो में वो कहता है, ''एक इस्लाम का दुश्मन जो मुसलमानों को गाली दे रहा था मैने उसको मारा है. इंशाअल्लाह वो बचेगा नहीं, इंशाअल्लाह वो मरेगा. यहां से फ्रांस तक, पूरी दुनिया तक ये गरीब नवाज का बंदा पैगाम दे रहा है जिसने हुजूर के खिलाफ बात की है, रसुआल्लाह हम जिएंगे आप के लिए और मरेंगे आपके लिए, इंशाअल्लाह मार देंगे. कोई ये न समझे की ये हुकूमत योगी की है या मोदी की है, नहीं. हमारे दिलों पर राज सिर्फ मुस्तफा का चलता है. ऐ मुसलमानों अपनी जान हुजूर के लिए कुर्बान कर दो. वो डासना का बच्चा, आ रहे हैं तुझे बताने, तू बच तो सही. या खादिम हुसैन रिजवी, आपने फरमाया था, अल्लाह के नाम पर निकलो, फरिश्ते आएंगे, एक कत्ल नहीं करना, लाशों के ढेर लगा देने हैं.''