बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान को कभी जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई अब कुख्यात हो चुका है. वो भले ही जेल में बंद है, लेकिन उसके गैंग के गुर्गे लगातार आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. ज्यादार बड़ी वारदातों के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ होता है. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला से लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या तक की जिम्मेदारी लेने वाले इस गैंग के गुर्गे कनाडा और अमेरिका में बैठे हुए हैं. वहीं से सोशल मीडिया और ऐप्स के जरिए युवाओं को बरगला कर अपने गैंग में शामिल कर रहे हैं. उनसे अपने टारगेट पर फायरिंग करवा रहे हैं. लेकिन अब इन सबकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों पर पुलिस की पैनी निगाह
सरकारी एजेंसियों ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसके गुर्गों पर चौतरफा चोट करने की तैयारी चल रही है. इसमें आईबी, एनआईए, ईडी के साथ स्थानीय पुलिस की स्पेशल टीम एक साथ मिलकर काम कर रही हैं. इस गैंग के गुर्गों और शार्पशूटर्स के खिलाफ इंटेलिजेंस इनपुट मिलते ही पुलिस सक्रिय हो जाती है. वारदात से पहले ही एनकाउंटर करके उन्हें गिरफ्तार कर लेती है. इसी तरह आज शनिवार तड़के दिल्ली पुलिस ने हाईप्रोफाइल इलाके वसंत कुंज में लॉरेंस गैंग के दो शूटरों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है. दोनों शूटर साउथ दिल्ली के एक मशहूर फाइव स्टार होटल के पास रंगदारी के लिए फायरिंग करने जा रहे थे. इनको अनमोल बिश्नोई लगातार निर्देशित कर रहा था.
वारदात से पहले कई शार्पशूटर हुए गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गिरफ्त में आए दोनों शूटरों के नाम अनीश (23) और सीसीएल (15) है. वैसे ये पहली बार नहीं है कि पुलिस ने वारदात से पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले ऐसे कई एनकाउंटर हो चुके हैं, जिसमें लॉरेंस के शार्पशूटर गिरफ्तार हुए हैं. अभी शुक्रवार को ही दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के दो अन्य शूटरों को गिरफ्तार किया था. इनकी पहचान आकाश और नितेश के रूप में हुई थी. इन दोनों पर तीन दिसंबर को दिल्ली के पंजाबी बाग में रहने वाले पंजाब के फरीदकोट से पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के घर पर फायरिंग करने का आरोप है. पूर्व विधायक से कनाडा में बैठे लॉरेंस के दोस्त गोल्डी बराड़ ने रंगदारी मांगी थी. उन्हें डराने के लिए घर पर गोली चलवाई थी.
लॉरेंस गैंग पर ईडी भी कसने लगी शिकंजा
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जिस दिन हत्या हुई, उसी दिन ईडी ने राजस्थान और हरियाणा में 13 से अधिक जगहों पर छापेमारी की थी. ये सभी ठिकाने लॉरेंस बिश्नोई और उसके जिगरी दोस्त गोल्डी बराड़ के करीबियों के थे. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल गैंगस्टरों और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. इसी के तहत छापेमारी की ये कार्रवाई की गई थी. आरोप है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग के गुर्गे जबरन वसूली, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए पैसा कमाकर भारत से कनाडा और अमेरिका भेज रहे हैं. ईडी इस बात की जांच कर रही है कि कौन-कौन से गैंगस्टर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं और किस तरह से पैसों को विदेश में भेज रहे हैं.
एक सेट पैटर्न पर वारदात कर रहा लॉरेंस गैंग
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे विदेश में बैठकर हिंदुस्तान में लोगों से लगातार रंगदारी वसूल रहे हैं. इनका एक सेट पैटर्न है. इसके तहत सबसे पहले शिकार की शिनाख्त की जाती है. उसके बाद उसे व्हाट्सऐप कॉल या वॉयस नोट भेजकर रंगदारी मांगी जाती है. पैसे नहीं देने की स्थिति में जान से मारने की धमकी दी जाती है. टारगेट को डराने के लिए उनके घर पर फायरिंग कराई जाती है. कई बार दहशत कायम करने के लिए उनकी हत्या कर दी जाती है. हत्या के लिए ज्यादातर नामचीन लोगों को चुना जाता है, ताकि दहशत ज्यादा कायम हो सके. हर बार वारदात को अंजाम देने के लिए नए शूटर्स का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि पुलिस उनका आपराधिक इतिहास आसानी से पता न कर सके.
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वारदात में नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल
लॉरेंस बिश्नोई के साथ ज्यादातर गैंग वारदातों को अंजाम देने के लिए नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल करते हैं. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये होती है कि ये लड़के नए होते हैं. इनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं होता है. ऐसे में वारदात को अंजाम देकर ये आसानी से भाग निकलते हैं. दूसरा पकड़े जाने के बाद भी इन्हें बाल सुधार गृह में डाल दिया जाता है, जहां से बालिग होकर छूट जाते हैं. तीसरा, इनको ऐप्स के जरिए सुपारी दी जाती है, ऐसे में पकड़े जाने के बाद भी ये लोग किसी का नाम नहीं बता पाते. ऐसे में फंसने की संभावना कम रहती है. आजकल कम उम्र के लड़के अपने महंगे शौक पूरा करने के लिए अपराध के दलदल में उतर जाते हैं. गैंगस्टर उनका ब्रेनवॉश करके उनका फायदा उठाते हैं.
कौन है कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई?
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात अपराधी है. इसके खिलाफ एक नहीं सैकड़ों मामले दर्ज हैं. वो जेल में बंद रहकर भी अपना गैंग ऑपरेट करता है. इसकी कमान उसका दोस्त गोल्डी बरार और ममेरा भाई सचिन बिश्नोई संभालते हैं. ये दोनों कनाडा में बैठकर गैंग चलाते हैं. इनके अलावा कनाडा में रहते हुए विक्रम बरार उसके पैसों के लेन-देन को देखता है. बताया जाता है कि लॉरेंस के क्राइम नेटवर्क में करीब एक हजार लोग जुड़े हैं. इसमें शार्प शूटर्स, कैरियर, सप्लायर, रेकी पर्सन, लॉजिस्टिक स्पोर्ट ब्वॉय, शेल्टर मेन और सोशल मीडिया विंग के सदस्य शामिल हैं. इस गैंग का मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई को तो गोल्डी बरार को रीढ की हड्डी माना जाता है.
सलमान को धमकी देकर सुर्खियों में आया
लॉरेंस बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की कई बार धमकी दे चुका है. इस वजह से उसका नाम पहली बार सुर्खियों में आया था. दरअसल, सलमान का नाम साल 1998 में काला हिरण शिकार मामले में आया था. बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है. इसलिए उन्होंने उनका विरोध शुरू कर दिया. उनके खिलाफ केस दर्ज करके सजा दिए जाने की मांग होने लगी. अभी ये केस कोर्ट में चल ही रहा था कि जरायम की दुनिया में अपना सिक्का जमा चुके लॉरेंस ने सलमान को जान से मारने की धमकी दे डाली. उसने यहां यदि अभिनेता ने उसके समाज के सामने आकर माफी नहीं मांगी तो वो उन्हें मार डालेगा. यही वजह है कि सलमान सिक्योरिटी बढ़ाई गई है.