जिस्मफरोशी और नफरत के इर्द-गिर्द घूम रही मेरठ की ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री अब एक ऐसे शख्स पर जा कर टिक गई है, जिसने कत्ल से पहले रिया से आखिरी बार बात की थी. इस केस में 28 साल की रिया को ही सबसे ज्यादा बेरहमी से मारा गया.
कत्ल से पहले जिस शख्स ने उससे बात की, पुलिस ने जब उसके मोबाइल फोन डिटेल निकाली, तो पता चला वो मोबाइल फोन ही फर्जी कागजातों पर खरीदा गया था. ऐसे में सवाल उठता है कि इस ट्रिपल मर्डर का असली गुनहगार कौन है?
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को मेरठ में चंद्रशेखर गुप्ता, उसकी पत्नी पूनम और रिया का कत्ल हुआ था. कातिल ने जहां चंद्रशेखर और पूनम की हत्या गला रेत कर की थी, वहीं रिया को उसने एक के बाद एक कई चाकू मारे थे. रिया की बेलिबास लाश घर की बिस्तर पड़ी थी.
उसके पास ही कंडोम और दूसरी कई आपत्तिनजक चीजें भी थी. घर में चाय के तीन कप भी मिले. इस पूरे सीन ऑफ क्राइम को देख कर पुलिस को शक है कि कत्ल के पीछे जिस्मफरोशी का रैकेट और उसी सिलसिले में पैदा हई नफरत की वजह हो सकती है.
इस केस की तफ्तीश कर रही पुलिस ने जब रिया की फोन डिटेल खंगाली तो उसे एक नया झटका लगा. पुलिस को ये तो पता चला कि कत्ल से पहले यानी शनिवार की शाम रिया साढ़े चार बजे तक अपने फोन पर किसी से बात कर रही थी. इसके बाद उसका फोन बंद हो गया.
ऐसे शक है कि कत्ल शाम साढ़े चार से पांच के बीच ही हुआ, लेकिन इसके बाद जब पुलिस ने रिया को कॉल करने वाले शख्स के नंबर की डिटेल निकाली तो पता चला कि उसका फोन कनेक्शन ही फर्ज़ी नाम और पहचान पर लिया गया था. कातिल ने बेहद गहरी साजिश रची है.
पुलिस की रडार पर है रिया का पति
ट्रिपल मर्डर की इस रौंगटे खड़े करने वाली कहानी में रिया के पति पुष्पेंद्र उर्फ जीतेंद्र पर पुलिस को पहले दिन से शक है. मोटे तौर पर इस शक की दो अहम वजहें हैं. पहला तो ये कि रिया के साथ पुष्पेंद्र के रिश्ते कोई बहुत अच्छे नहीं बताए जाते हैं.
दूसरा ये कि पुष्पेंद्र ही वो शख्स है, जिसके साथ रिया को आख़िरी बार जिंदा देखा गया था. ऐसे में उसका पुलिस की रडार पर होना लाजिमी है. कुछ इन्हीं वजहों से पुलिस पुष्पेंद्र से लगातार पूछताछ भी कर रही है. लेकिन उसके हाथ अब भी खाली हैं. फिलहाल पुलिसिया जांच जारी है.
ब्यूटी पार्लर के बहाने निकली रिया
बताते चलें कि वारदात के रोज चंद्रशेखर के घर आने से पहले रिया अपने पति को ब्यूटी पार्लर जाने की बात कह कर घर से निकली थी. यानी कत्ल से कुछ देर पहले तक वो रिया के साथ था. लेकिन अंदर की कहानी ये है कि उसके ताल्लुकात रिया से कोई बहुत अच्छे नहीं थे.
अक्सर दोनों के बीच कहासुनी और मारपीट हुआ करती थी. जाहिर है पुष्पेंद्र खुद को बेकुसूर तो बता ही रहा था, लेकिन जब उसकी बातों की तस्दीक के लिए पुलिस ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस का सहारा लिया, तो सुबूत इस मामले के संदिग्ध पुष्पेंद्र के ही हक में नजर आने लगे.