बिग बॉस की बुनियाद टिकी है घर में रहने वालों के फ़साद पर, विवाद पर. क्या कीजिएगा यही इस शो की खासियत जो है. लेकिन क्या कोई इस घर में दाखिल होने के लिए घर के बाहर सिर्फ विवाद को जन्म देने और खुद की पब्लिसिटी के लिए अपनी आबरू और एक सीनियर आईपीएस की इज्ज़त दांव पर लगा सकती है?
मुंबइया फिल्मों को छोड़िए टीवी सीरियल में भी ऐसी साजिश या ट्विस्ट आपने नहीं देखी होगी, जो एक मॉडल और एक वकील के शातिर दिमाग ने मिल कर रची और जिसने पूरी मंबई पुलिस को हिला कर रख दिया. सिर्फ बिग बॉस के घर में एंट्री पाने के लिए एक मॉडल किस हद तक जा सकती है? मीडिया को इस्तेमाल कर किसी को बदनाम करने के लिए वो क्या कुछ कर सकती है? आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे. सोच कर ही शर्म से सिर झुक जाता है कि क्या कोई सिर्फ और सिर्फ पब्लिसिटी पने के लिए 16 दिसंबर की उस निर्भया का भी इस्तेमाल कर सकती है जिस पर पूरा देश रोया था?
जी हां, वो मायानगरी की मॉडल है, जिसने मुंबई पुलिस के डीआईजी सुनील पारस्कर पर रेप का इल्ज़ाम लगाया था. टीवी रियलिटी शो बिग बॉस में अपनी एंट्री पक्की करने के लिए मॉडल ने वकील के साथ मिलकर डीआईजी पर रेप का सनसनीखेज़ इल्ज़ाम लगा दिया.
अब सवाल ये है कि रेप जैसे संगीन मामले का रियलिटी शो बिग बॉस से क्या लेना देना? आख़िर किसी पर यूं ही रेप का इल्ज़ाम लगा देने भर से बिग बॉस का टिकट पक्का कैसे हो सकता है? और सबसे अहम ये कि सिर्फ़ बिग बॉस में एंट्री लेने के लिए कोई यूं ही किसी पर इतना संगीन इल्ज़ाम कैसे लगा सकता है?
क्या सिर्फ बिग बॉस के घर में घुसने के लिए कोई मॉडल मुंबई पुलिस के इतने बड़े अफ़सर से बेवजह टकराने की गुस्ताखी कर सकती है?
दरअसल ये मॉडल अपने वकील रिज़वान सिद्दिकी से उसके चैंबर में आकर मिली थी. इसके बाद जो भी बातचीत होती है वो सब रिकॉर्ड हो जाती है. बातचीत का ये ऑडियो और सीसीटीवी वीडियो किसी और ने नहीं बल्कि खुद मॉडल के वकील ने ही जारी किया है. हालांकि इस वकील को मॉडल ने अब बदल दिया है. आइए अब खुद अपनी आंखों से देखिए और कानों से सुनिए कि आखिर क्या है मॉडल के रेप का सच?
मॉडल- तुम सोचो की हम किसी को कैसे फंसा सकते हैं. मूवी में कैसे होता है. वैसे वाला प्लॉट तैयार करो.
वकील- तुम्हें हिलाना है ना?
मॉडल- हां, तुम ढूंढो.
वकील- मैं अपने हिसाब से ढूंढता हूं.
एडवोकेट रिज़वान के साथ मॉडल की ये बातचीत उन शुरुआती दिनों की है, जब शायद ये मॉडल अपने वकील से किसी ऐसे शिकार को फांसने के लिए कह रही थी. तभी उसने कहा कि कुछ ऐसा करो, जैसा फिल्मों में होता है. लेकिन दोनों के बीच हुई अगली बातचीत के वीडियो से ये साफ़ है कि तब तक डीआईजी सुनील पारस्कर इस मॉडल की रडार में आ चुके थे.
मॉडल- मुझे उसकी बैड पब्लिसिटी करनी है.
वकील- वो मेरे पर छोड़ दो.
मॉडल- आई रियली वान्ना हैरेअस हिम
वकील- वो मेरे पे छोड़ दो
मॉडल- नॉट हरेस्मेंट.. उसकी बैड पब्लिसिटी करनी है. उसको परेशां नहीं करना है. दो तीन दिन न्यूज़ में जाने दो. दैट्स आल आइ वांट. उसकी इमेज ख़राब करनी है और कुछ नहीं.
वैसे खुद वकील साहब की ओर से जारी इस वीडियो पर यकीन करें, तो यहां तक तो पारस्कर को बदनाम करने के लिए खुद वकील साहब भी तैयार नज़र आते हैं. अब बात नोटिस से शुरू होती है और फिर धीरे-धीरे मुकदमा दर्ज कर सज़ा दिलवाने पर जाकर ख़त्म होती है. बातचीत में वकील लगातार मशवरे देता है.
वकील- ह्यूमन साइट कमीशन में शिकायत डालना है क्या.
मॉडल- अभी जो नोटिस दे रहे है
वकील- वो तो उसे नंगा करने के लिए और तुम्हारी पब्लिसिटी के लिए
वकील- देखो इसमें क्या बनेगा. इसमें दो तीन चीज़ें होंगी. एक तो वो बदनाम हो जायेगा. ओके.. पूनम पाण्डेय के थ्रू ये करता है. यह हम अप्रत्यक्ष डाल देंगे. तुमको पूनम पाण्डेय को अटैक करना है ना इनके थ्रू.
मॉडल- हां, इसके थ्रू ही होगा ना
वकील- इसके थ्रू जा के कर सकती हो.. दूसरा इसपे विभागीय जांच बिठा सकते है.
मॉडल- उसकी गन्दी पब्लिसिटी होने दो. मेरी कुछ अच्छी पब्लिसिटी बना लेना. थोड़ी गन्दी भी होने दो.
हद तो ये है कि इस पब्लिसिटी के लिए खुद ये मॉडल भी अपनी फ़ज़ीहत करवाने को तैयार है. इसके लिए वो जो कहती है हद से ज्यादा शर्मनाक और अफसोसनाक है. क्योंकि इस बातचीत में मीडिया से लेकर वो 16 दिसंबर की निर्भया तक के इस्तेमाल की बात करती है.
मॉडल- तुम्हें लगता है कि अगर हम राकेश मरिया के थ्रू प्रेशर दे तो कुछ होगा. जो हम बताते जाये उसकी जांच करे.
वकील- नहीं
मॉडल- नहीं करेगा?
वकील- कुछ नहीं करेंगे.. मीडिया बजाती रहेगी. कुछ नहीं करेगे.. वो दिल्ली का केस मालूम है. वो गैंगरेप
मॉडल- वो निर्भया वाला केस
वकील- वो बड़ा केस था.
मॉडल- उस लेवल पर लेकर गए तो?
वकील- वो बड़ा था. सबसे बड़ा माइनस पॉइंट ये है कि पब्लिक को लगेगा की ये तुम पब्लिसिटी के लिए कर रही हो. पूनम. पाण्डेय के. फॉलोवर्स बोलेंगे की तुमने पब्लिसिटी के लिए किया है. ये थोड़ा नेगेटिव इम्पैक्ट हो जायेगा.
हालांकि अपने मुवक्किल की ये बातचीत जारी करने के बाद अब वकील साहब ये कह रहे हैं कि उन्हें तब उनकी क्लाइंट ने ये नहीं बताया था कि वो किसी ऑफ़िसर पर रेप का मामला दर्ज करवाने जा रही है. बहरहाल, इस मामले का पूरा सच क्या है. ये तो खैर एक मुकम्मल तफ्तीश के बाद ही साफ़ हो सकेगा, लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई है.