मध्य प्रदेश में इंदौर क्राइम ब्रांच ने ड्रग कनेक्शन में मुंबई और नासिक से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों की गिरफ्तारी बीती 5 जनवरी को बरामद की गई एमडीएमए और एक्स्टसी ड्रग के संबंध में की गई है. इस ड्रग की कीमत 70 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है. यह राज्य में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग बरामदगी मानी जा रही है.
इंदौर रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक योगेश देशमुख ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में से दो का आपराधिक इतिहास रहा है. गिरफ्तार अभियुक्तों में से एक की पहचान वसीम के रूप में की गई है. जिस पर टी सीरीज के गुलशन कुमार की हत्या का आरोप था. जबकि दूसरे आरोपी की पहचान अय्यूब कुरैशी के रूप में की गई, जो मुंबई सीरियल ब्लास्ट सहित कई अपराधों में जेल जा चुका है.
पुलिस ने बताया कि अय्यूब कुरैशी को मुंबई सीरियल धमाकों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. उसे 32 महीने तक आर्थर रोड जेल में रखा गया था. जहां से उसे 1995 में जमानत पर रिहा कर दिया गया था. उसे औरंगाबाद में एक अलग मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसकी वजह से उसे साल 2008 तक वहां जेल में रहना पड़ा था.
कुरैशी बांद्रा में एक मांस की दुकान का मालिक है. वो अपने ग्राहकों को ड्रग्स की सप्लाई कर रहा था. वह ड्रग्स अशफाक से खरीदता था. जिसे उसी मामले में 5 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस के अनुसार वसीम को 1998 में संगीत व्यवसायी गुलशन कुमार की हत्या के सिलसिले में पहली बार गिरफ्तार किया गया था और 2001 में उसे जेल से रिहा कर दिया गया था. पुलिस के अनुसार वसीम नासिक में अय्यूब से मिला था और उसी के बाद वो ड्रग डीलर रईस खान के साथ साझेदारी कर ड्रग के धंधे में शामिल हो गया था.
इंदौर क्राइम ब्रांच ने वसीम को नासिक से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए तीसरे आरोपी की पहचान गौरव के रूप में हुई है. जो इंदौर के प्रदीपपुरा का रहने वाला है. पुलिस के अनुसार गौरव प्रतिबंधित ड्रग की ढुलाई का काम संभाल रहा था.
इंदौर पुलिस ने पांच जनवरी को सनसनीखेज खुलासा करते हुए दावा किया गया था कि उसने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है और 70 करोड़ से अधिक के प्रतिबंधित नशीले पदार्थ जब्त किए हैं. उसमें प्रतिबंधित ड्रग एमडीएमए और एक्स्टसी शामिल थी. जिनकी तस्करी दक्षिण अफ्रीका में की जानी थी.
बीती 5 जनवरी को हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी के मालिक सहित पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. रविवार को गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों सहित इस मामले में अब तक कुल 16 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इस मामले में अभी छानबीन चल रही है.