scorecardresearch
 

नॉर्थ कोरिया बनेगा तीसरे विश्व युद्ध का कारण!

लगता है उत्तर कोरिया ने ठान लिया है कि तीसरे विश्व युद्ध की वजह वही बनेगा. 29 नवंबर की सुबह-सुबह मार्शल किम जोंग उन के इशारे पर उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल का परीक्षण कर डाला. इस बार मिसाइल का रुख जापान की तरफ था, लेकिन उसकी पहुंच अमेरिका तक है. उत्तर कोरिया ने जैसे ही मिसाइल दाग़ा जवाब में उसी वक्त दक्षिण कोरिया ने भी एक मिसाल दाग़ दिया.

Advertisement
X
साउथ कोरिया के परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया ने भी मिसाइल दाग कर जवाब दिया
साउथ कोरिया के परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया ने भी मिसाइल दाग कर जवाब दिया

Advertisement

लगता है उत्तर कोरिया ने ठान लिया है कि तीसरे विश्व युद्ध की वजह वही बनेगा. 29 नवंबर की सुबह-सुबह मार्शल किम जोंग उन के इशारे पर उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल का परीक्षण कर डाला. इस बार मिसाइल का रुख जापान की तरफ था, लेकिन उसकी पहुंच अमेरिका तक है. उत्तर कोरिया ने जैसे ही मिसाइल दाग़ा जवाब में उसी वक्त दक्षिण कोरिया ने भी एक मिसाल दाग़ दिया. दो-दो मिसाइलों के दागे जाने के बाद ज़ाहिर है, कोरियाई सीमा पर अचानक हलचल तेज हो गई. दक्षिण कोरिया ने अपनी सेना को बॉर्डर पर अलर्ट कर दिया. जबकि जापान ने भी तुरंत आपात बैठक बुला कर हालात पर नज़र बनाए रखने का फैसला किया है.

दुनिया को दहलाने की साजिश

उत्तर कोरिया का सुप्रीम लीडर मार्शल किम जोंग उन कुछ इसी तरह दुनिया को दहलाना चाहता है. करीब दो महीने की खामोशी के बाद एक बार फिर उसका दिमाग घूमा है. उसने फिर से एक और बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर डाला. जो एक दो हज़ार नहीं बल्कि पूरे 13 हज़ार किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है. यानी उसके हाल के तमाम परमाणु परीक्षण को देखें तो वो अब अपने तीनो दुश्मनों यानी दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका के हर एक शहर तक पहुंच गया है.

Advertisement

मिसाइल परीक्षण की पुष्टि

29 नवंबर को उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल का ये परीक्षण तड़के सवा तीन बजे के करीब किया. मार्शल किम जोंग उन के इस सबसे ताजा परीक्ष्रण की जानकारी खुद वहां की सरकारी मीडिया ने दी. उत्तर कोरिया के सरकारी टेलीविज़न पर दी गयी जानकारी के मुताबिक ह्वासोंग-15 नाम की जिस मिसाइल का परीक्षण किया गया है. उसकी मारक क्षमता 13 हज़ार किमी से ज़्यादा है. इसका मतलब साफ है कि नॉर्थ कोरिया का ये तानाशाह और उसकी मिसाइलें दुनिया के किसी भी कोने तक परमाणु हथियारों को लेकर पहुंच सकती हैं.

किम की नई मिसाइल का 'टारगेट 13000'

प्योंगयांग से सिओल की दूरी करीब 200 किमी है. जबकि प्योंगयांग से टोक्यो की दूरी करीब 1300 किमी है. और प्योंगयांग से वाशिंगटन की दूरी की करीब 11000 किमी है. नॉर्थ कोरिया की ह्वासोंग-15 बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण की पुष्टि कई दूसरी एजेंसियों ने भी की हैं. इनमें जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना भी शामिल है. हालांकि मिसाइल लॉन्च के बारे में अमेरिका अभी और जानकारी जुटा रहा है.

किम की मिसाइल, दुनिया के लिए खतरा

अमरीका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस मुताबिक उत्तर कोरिया ने एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. शुरुआती जांच में ये पता चला है कि ये एक इंटर कॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है. जापान सागर में गिरने से पहले उत्तर कोरियाई मिसाइल ने तकरीबन एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय की. ये काफी ऊंचाई तक गया, सच कहूं तो उत्तर कोरिया की तरफ से पहले दागे गए सभी मिसाइलों से ज्यादा ऊंचाई पर गया. उत्तर कोरिया जो बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार कर रहा है, उसका ख़तरा दुनिया में हर जगह है.

Advertisement

स्थिति संभालने की तैयारी

सूत्रों के मुताबिक नॉर्थ कोरिया की तरफ से टेस्ट की गई मिसाइल ह्वासोंग-15 करीब 50 मिनट तक हवा में रही. किम की ये मिसाइल जब हवा में थी, तभी इसकी जानकारी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने दे दी थी. जिसके बाद दोनों नेताओं ने इस अभियान की कड़े शब्दों में निंदा की. जैसा कि आपने शायद सुना होगा और कुछ ने रिपोर्ट भी की है कि उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल दागी गई है. हम बस इतना कहना चाहेंगे कि हम इसका ध्यान रखेंगे. यह एक ऐसी स्थिति है जिसे हम संभाल लेंगे.

जापान ने बुलाई आपातकालीन बैठक

इस परीक्षण के तुरंत बाद जापानी प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे ने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलाई. जिसमें किम की इस हरकत पर तीखी प्रतिक्रिया जताई गई है. जापानी सरकार प्रवक्ता योशीहिडे सुगा के अनुसार उत्तर कोरिया के पश्चिमी तट से बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई है और वो हमारे विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरी है. हम उत्तर कोरिया के लगातार उकसाने वाली कार्रवाई को स्वीकार नहीं कर सकते और हम इसके ख़िलाफ़ ज़ोरदार विरोध कर रहे हैं.

इसी साल किया था परमाणु परीक्षण

आपको बता दें कि इससे पहले इसी साल सितंबर में उत्तर कोरिया ने अपने छठे परमाणु परीक्षण के कुछ दिन बाद ही एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. मगर इस बार उत्तर कोरिया की इस हरकत की न सिर्फ दुनिया भर में निंदा हो रही है कि बल्कि तमाम मुल्क इन हालात पर नज़र बनाए हुए हैं.

Advertisement
Advertisement