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मुंबई के खंडहर में खौफनाक कांड

22 अगस्त को जो कुछ मुंबई में हुआ वो तो सोच से भी परे है. एक जागते और भागते शहर के बीचो-बीच एक खंडहर में एक लड़के को बांध कर उसकी आंखों के सामने उसकी दोस्त पर पांच भूखे भेड़िए टूट पड़े. ये बंबइया फिल्मों का सीन तो हो सकता था, लेकिन असली मुंबई में नहीं. पर मुंबई में अब ये भी हो गया.

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मुंबई में फोटो जर्नलिस्‍ट के साथ गैंगरेप
मुंबई में फोटो जर्नलिस्‍ट के साथ गैंगरेप

जिस मुंबई पर हम सब नाज करते थे कि चलो दिल्ली और देश की बाकी तस्वीर कितनी ही बुरी क्यों ना हो कम से कम मुंबई तो महफूज़ है. दम भरते थे कि देखों मुंबई में लड़कियां रात को भी अकले लोकल में घूमती हैं. दावे करते थे कि देखों मुंबई में लड़कियों की तरफ कोई आंख उठा कर देखने की हिम्मत नहीं करता. जिस मुंबई को हम जिस्म और रूह का हिस्सा मान रहे थे उसी मुंबई में भी उसी जिस्म की खातिर रूह का कत्‍ल हो गया क्योंकि जब कभी किसी की इज्जत तार-तार होती है तो सिर्फ जिस्म नहीं मरता रूह भी दम तोड़ देती है.

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कहने को तो वो देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में रहती है, जो दूर-दराज के इलाकों से कोसों दूर एक तरक्कीपसंद और मॉर्डन शहर है. वो शहर जो फिल्मों के जरिए हमें हमारे समाज का आईना दिखाता रहता है लेकिन तरक्की की इस दौड़ में जमाने से आगे निकलने की होड़ में और बाकी शहरों की देखा-देखी मुंबई भी बदल गई. रोजमर्रा की तमाम मुश्किलों को छोड़िए, इस शहर में भी किसी लड़की के लिए अब खुद्दारी और इज्ज़त से जिंदा रहना जंग लड़ने से कम नहीं हो गया है. हर वक्‍त और हर तरफ़ लालची निगाहें यहां भी पीछा करती हैं. ये निगाहें किसी अजनबी की हो सकती हैं, किसी दोस्त या प्रेमी की, पड़ोसी की या फिर दुनिया की सबसे महफ़ूज़ जगह यानी घर की चारदिवारी के अंदर मौजूद अपने किसी सगे की भी.

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पर 22 अगस्त को जो कुछ मुंबई में हुआ वो तो सोच से भी परे है. एक जागते और भागते शहर के बीचो-बीच एक खंडहर में एक लड़के को बांध कर उसकी आंखों के सामने उसकी दोस्त पर पांच भूखे भेड़िए टूट पड़े. ये बंबइया फिल्मों का सीन तो हो सकता था, लेकिन असली मुंबई में नहीं. पर मुंबई में अब ये भी हो गया.

मुंबई की शक्ति मिल का कंपाउंड लोगों के दिलों में दहशत भर रहा है. खंडहर में बदल चुके इस शक्ति मिल के कंपाउंड में गुरुवार की शाम जो कुछ हुआ, उससे देश स्तब्‍ध है. जी हां वीरान पड़ी शक्ति मिल में 22 साल की एक फोटो जर्नलिस्ट के साथ 5 दरिंदों ने गैंगरेप किया. उसके साथ हैवानियत का सारी हदें पार कर दीं. दरिंदों ने फोटो जर्नालिस्ट के साथी को बांधकर डाल दिया .और शक्ति मिल में दरिंदगी की हदें लांघते रहे.

22 साल की उस फोटो जर्नलिस्ट की सिसकियों से आज देश फिर उबल पड़ा है. सड़कों पर आक्रोश का ज्वालामुखी फिर से फूट पड़ा है. मायानगरी में गैंगरेप की वारदात ने देश को सन्न कर दिया है.

मुंबई के गैंगरेप कांड से आज देश का सिर से झुक गया है. 5 दरिंदों ने जिस तरह से फोटो जर्नलिस्ट का बलात्कार किया उसे सुनकर ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं, पैरों तले ज़मीन खिसकने लगती है, रोम रोम कांप उठता है.

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गुरुवार की शाम 6 से साढ़े 6 बजे की बीच, एक इंग्लिश लाइफ स्टाइल मैगज़ीन में इंटर्नशिप कर रही 22 साल की लड़की असाइनमेंट के लिए महालक्ष्मी एरिया के रेलवे ट्रैक्स के करीब शक्ति मिल में फोटोग्राफी के लिए जाती है. उसके साथ उसका एक साथी होता है, उसके पास कैमरा था, और लड़की मोबाइल फोन से फोटोग्राफी शुरु करती है. तभी वहां हैवान हाजिर हो जाते हैं. लड़की और लड़के से ये हैवान पूछते हैं कि क्या उन्होंने यहां आने की परमीशन ली है, वो कहते हैं उन्हें उनके सीनियर ऑफिसर्स से मिलना होगा. ये कहकर वो उन्हें एक तरफ ले जाते हैं, 2 लोग लड़के को बंधक बनाकर बैठ जाते हैं, उसे पीटते हैं, और तीन दरिंदे लड़की को कोने में ले जाकर उसका गैंगरेप करते हैं.

लड़की का गैंगरेप करने का बाद पांचों आरोपी फरार हो जाते हैं, और लड़का और लड़की जैसे तैसे मुंबई के जसलोक अस्पताल पहुंचते हैं, अपने परिवारों को फोन करते हैं और फिर गैंगरेप की खबर से पूरी मुंबई कांप उठती है. इस घिनौनी करतूत के बाद लड़की को कई अंदरूनी चोटें भी आयी हैं, बलात्कार की पुष्टि के बाद पुलिस उन 5 हैवानों की तलाश में जुट जाती है.

5 दरिंदों ने देश की मायानगरी मुंबई को वो ज़ख्म दिए हैं, जिनकी टीस से मुंबई कराह उठी है रो रही है, इंसाफ मांग रही है और चीख चीख कर कह रही है कि हैवानों के हौसले बुलंद क्यों हो रहे हैं. क्यों गैंगरेप की वारदातों से देश बार-बार दहल रहा है. इंसाफ मांग रही है फोटो जर्नलिस्ट के लिए मुंबई.

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इस वक्त 22 साल की फोटो जर्नलिस्ट मुंबई के जसलोक अस्पताल में है. उसका इलाज चल रहा है. उसको कई अंदरूनी चोंटे भी आयी हैं. लड़की के दोस्त को हल्की चोटें आयी हैं. लड़की और उसके दोस्त के जेहन में उन दरिंदों से तस्वीरें घूम रही हैं. उनके दिमाग़ में उन 5 दरिंदों के नाम गूंज रहे हैं क्योंकि गैंगरेप के वक्त वो आपस में एक दूसरे का नाम पुकार रहे थे. लड़की के दोस्त ने पुलिस को उन पांचों हैवानों का हुलिया और नाक नक्शे की पूरी बनावट बता दी और पुलिस ने तैयार कर लिए पांचों दरिंदो के स्केच.

जैसे ही मुंबई पुलिस को शक्ति मिल के पांच हैवानों का हुलिया और शक्ल सूरत का खांचा मिला तो तफ्तीश शुरु कर दी गई और कुछ ही घंटों की भीतर मुंबई पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लड़की के दोस्त ने उसे पहचान लिया और उस आरोपी ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया.

मुंबई गैंगरेप के बाकी 4 आरोपियों की भी शिनाख्त हो चुकी है और मुंबई पुलिस उन्हें चप्पे-चप्पे पर तलाश रही है लेकिन इस गैंगरेप के बाद बिंदास जीने वाली मुंबई सहम गई है.

मुंबई के माथे गैंगरेप का कलंक लगा है और ये कलंक मायानगरी को उस अतीत की याद दिला रहा है जब कभी मुंबई बिंदास और बेखौफ़ जी रही थी. सड़कों, ट्रेनों में महिलाएं बेख़ौफ सफर कर रही थीं लेकिन आज मुंबई में दहशत ने अड्डा जमा लिया है. कब और कहां दरिंदे झपट पड़ें, मुंबई भी इस ख़ौफ से अंजान नहीं है.

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इसी साल यानी साल 2013 में रेप की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं. 4 अगस्त 2013 को एक 28 साल के शख्स को .एक 19 साल की लड़की के बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया. 27 जून 2013 को मुंबई लोकल के लेडीज़ डिब्बे में एक 23 साल की महिला से बलात्कार की कोशिश की गई, जबकि 27 जून को ही एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय ने वर्ली के एक फ्लैट में 25 साल की इंजीनियर महिला के साथ रेप की कोशिश की और 26 जून को एक नाबालिग बच्ची के साथ दो बार बलात्कार करने की खबर से सनसनी फैल गई. 7 मई को मुंबई में रेप के 4 मामले दर्ज हुए, जिसमें दो नाबालिगों के साथ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की गई.

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