जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटे महीना हो गया. घाटी शांत है. ज़िंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. अब ज़ाहिर है ये पाकिस्तान को कैसे गवारा होगा. लिहाज़ा पाकिस्तान कश्मीर का चैन-सुकून छीनने के लिए वो सारे हथकंडे अपना रहा है, जिससे ये साबित होता है कि वो दुनिया की नज़र में बाहर तो कुछ और है मगर अपने घर में कुछ और. अगर ऐसा ना होता तो मसूद अज़हर को हिरासत से निकाल कर उसे पाक अधिकृत कश्मीर भेजे जाने की खबर ना आती. ताकि वो और उसके आतंकी घाटी को लेकर शैतानी साज़िश का ताना-बाना बुन सके. अगर ऐसा ना होता तो पाकिस्तान की दीवारों पर हाफिज सईद और इमरान खान एक साथ एक ही पोस्टर में नज़र नहीं आते.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफ़िज़ सईद के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. उधर, आतंकी मसूद अज़हर को पाक अधिकृत कश्मीर में भेजने का प्लान बनाया जा रहा है. साथ ही एलओसी पर आतंकियों को भेजने की तैयारी चल ही है. कुल मिलाकर कहें तो फिर से कश्मीर घाटी में सुकून खत्म करने की साज़िश रची जा रही है.
पूरी दुनिया में घूम-घूमकर जो खुद को पाक दामन पाक साफ पुर-अमन कहते हैं, उनकी हकीकत पाकिस्तान के चप्पे चप्पे में चस्पा हुई पड़ी है. वहां ऐसे पोस्टर लगे हैं, जो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को किसी भी वक्त नोबल पीस प्राइज़ दिला सकते हैं. इस पोस्टर में एक तरफ तो वही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान हैं. जो खुद को आतंक का भुक्त भोगी और उससे लड़ने वाला बताते हैं. और उनके ठीक दूसरी तरफ बिल्कुल बीचोबीच में नज़र आ रहे हैं.. बकौल इमरान खान अमन के वो मसीहा जो हज़ारों बेगुनाहों के खून का जिम्मेदार है. 26/11 मुंबई हमलों का मास्टमाइंड हाफिज़ सईद.
पहले इस पोस्टर के मज़मून को समझ लीजिए जो उर्दू ज़ुबान में है. इस पोस्टर में बीच में मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज़ सईद की तस्वीर है. उसके बिल्कुल बगल में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और दूसरी तरफ उनकी पार्टी और लोकल नेताओं की तस्वीर है. ये पोस्टर पाकिस्तानी स्वतंत्रा दिवस यानी 14 अगस्त को पूरे लाहौर में लगाया गया. इसके अलावा पाकिस्तान के कुछ और इलाकों में भी ये पोस्टर देखा गया. इसमें नीले रंग से हाफिज़ मोहम्मद सईद लिखा और नीचे पीले रंग के बड़े अक्षरों में जश्न-ए-आज़ादी मुबारक लिखा हुआ है.
ये पोस्टर सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया के ज़रिए पूरी दुनिया में वायरल हो चुके हैं.. जो इमरान खान के अमन पसंद होने की गवाही दे रहे हैं. इमरान खान एक तरफ तो दुनिया के सामने अपने मुल्क में आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज़ सईद के साथ उनके ऐसे पोस्टर उनके आतंकी एजेंडे को बेनकाब कर रहे हैं. लाहौर में सड़कों पर लगे ये पोस्टर बताते हैं कि आतंकी हाफिज सईद के प्रधानमंत्री इमरान खान से कितने गहरे रिश्ते हैं.
पोस्टर से साफ ज़ाहिर हो रहा है कि पाकिस्तान सरकार वहां मौजूद आतंकी संगठनों को पूरी तरह से संरक्षण दे रही है. और उन पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है. हां मगर दुनिया को दिखाने के लिए हाफिज़ सईद को जहां जेल के आलीशान गेस्ट हाउस में रखा गया है. वहीं बाकी आतंकियों को अंडरग्राउंड रहने का फरमान सुना दिया गया है.
पाकिस्तान अपने आपको जितना भी पाक साफ होने का ढिंढोरा पीट रहा हो. लेकिन दुनिया के सामने अक्सर पाकिस्तान का नापाक चेहरा बेनकाब हो ही जाता है. और अब इस पोस्टर के साथ आतंक पर लगाम के इमरान खान के दावों की पोल खुल रही है. इस पोस्टर से साफ है कि पाकिस्तान की सरकार हाफिज़ सईद के सामने कितनी मजबूर है. तो क्या इसी तरह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान आतंक के निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं. इन तस्वीरों के साथ आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान की हकीकत एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने आ गई है.
कुछ दिनों पहले ही अमेरिका में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उनके देश में पिछली सरकारों ने अमेरिका को सच नहीं बताया कि पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे. लेकिन पाकिस्तान में आतंकवाद पर कितनी नकेल कसी गई है उसका खुलासा इस पोस्टर से साफ हो जाता है. जिसमें खुद पाकिस्तान का प्रधानमंत्री एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकी के साथ दिखाई दे रहा है. क्या इस तरह इमरान खान आतंकवाद के निजात पाने का प्लान बना रहे हैं.
अब खुद पाकिस्तानी पत्रकार ही इन तस्वीरों के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान को घेर रहे हैं. और सोशल मीडिया पर इमरान खान की इस हरकत की जमकर खिंचाई हो रही है. इमरान खान से पूछा जा रहा है कि हाफिज़ सईद के सामने घुटने टेकने से देश का कौन सा भला होने वाला है.