जिस पाकिस्तान की सियासत कश्मीर से शुरू और कश्मीर पर खत्म होती थी. उस पाकिस्तान की नींद हिंदुस्तान के एक फैसले ने उड़ा दी है. अब कश्मीर का मसला पाकिस्तानी सियासतदानों के लिए गले की वो हड्डी बन गया है. जो ना उगला जा रहा है ना निगला जा रहा है. एक तरफ तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को घेरने की तमाम पाकिस्तानी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं. दूसरी तरफ पाकिस्तानी नेताओं को उस अवाम का भी सामना करना है. जिसे अब तक वो कश्मीर के नाम पर बेवकूफ बनाते आए हैं. सरहद के उस पार बौखलाहट का आलम ये है कि अब पाकिस्तानी राष्ट्रपति विश्व युद्ध की धमकी दे रहे हैं.
अमेरिका के पास जाकर पाकिस्तानी नेता बेआबरू हुए. चीन के पास गए तो मदद नहीं मिली. रूस ने पहले ही मना कर दिया. संयुक्त राष्ट्र ने भी पाकिस्तान की शिकायत पर गौर नहीं किया. लिहाज़ा अब पाकिस्तान की नई धमकी सामने आई है. पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कह डाला कि कश्मीर पर होगा तीसरा विश्व युद्ध. जिहाद से देंगे भारत को जवाब.
अजीब अदालत है पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की. वो अमन पसंद भी हैं. और जिहाद भी करना चाहते हैं. और तो और विश्वयुद्ध की धमकी भी दे रहे हैं. इसे गुस्सा कहा जाए. खीज कहा जाए. या तन्हा रह जाने की जलन. क्योंकि जिस कश्मीर के मसले पर पाकिस्तानी राष्ट्रपति विश्वयुद्ध कराए डाल रहे हैं. उसी कश्मीर के मसले पर पूरी दुनिया में उनका मुल्क बेआबरू हो चुका है.
चीन से लेकर अमेरिका तक. रूस से लेकर सऊदी तक पाकिस्तानी नेता पूरी दुनिया के चक्कर लगा आए. मगर कोई भी उनके साथ खड़े होने तक को राज़ी नहीं हुआ. ज़ाहिर है अब पाकिस्तान ने रणनीति ही बदल डाली. और फिर वही 70 साल पुरानी पॉलिसी अपना ली. जिहाद की पॉलिसी.
दरअसल चीन, रूस, अमेरिका और सऊदी अरब के साथ दांत काटी दोस्ती होने का दावा करने के बावजूद इनमें से कोई भी देश कश्मीर मामले में पाकिस्तान के साथ नहीं आया. यहां तक कि कुछ अरब मुल्क पाकिस्तान के बजाए भारत के फैसले के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं. और पाकिस्तान का हाथ खाली रह गया.
घाटी से धारा 370 हटाए जाने के खिलाफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात कर चुके हैं. विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी लगातार दौरे कर रहे हैं. बावजूद इसके कहीं से भी पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर दिलासा नहीं मिला है. दुनिया को तो छोड़िए पाकिस्तान के लिए अपने मुल्क में अपने ही लोगों को चेहरा दिखाना मुश्किल हो रहा है.
लिहाज़ा यौम-ए-आज़ादी यानी पाकिस्तानी स्वतंत्रा दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुल्क को जवाब देने के लिए राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को आगे कर दिया. और वो जोश जोश में ना सिर्फ भारत को जंग की धमकी दे गए बल्कि दुनिया को भी विश्वयुद्ध की आहट दिलाने लगे.
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी पाकिस्तान के 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में बोल रहे थे. विश्वयुद्ध और जिहाद की धमकी देने के बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कश्मीर के मसले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने की भी धमकी दी.. जबकि खुद पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ये मान चुके हैं कि ये इतना आसान नहीं है.
मगर पाकिस्तानी है कि मानने को राज़ी नहीं. और एक तरफ राष्ट्रपति आरिफ अल्वी विश्वयुद्ध की धमकी दे रहे हैं, तो वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान पीओके में ना सिर्फ भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं. बल्कि भारत को ईंट का जवाब पत्थर से देने की धमकी दे रहे हैं.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीरी अवाम भले खुश हो मगर पाकिस्तानी हुकमरान बुरी तरह बौखलाए हुए हैं. पाकिस्तानी राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक और उनके मंत्री तक भारत को धमकाने की लगातार हिमाकत कर रहे हैं. मगर काफिले के गुज़र जाने के बाद लकीर पीटने से कोई फायदा नहीं होता. ये पाकिस्तान को समझना होगा.