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चार्ली एब्दो के 'गुनहगार' हुए ढेर

पिछले तीन दिनों से दहशत के खिलाफ जारी जंग में फ्रांस की पुलिस ने शुक्रवार को पहली कामयाबी हासिल की. बुधवार से आतंकी काउची बंधु और फ्रैंच पुलिस के बीच चल रहे चूहे-बिल्ली का खेल आखिरकार खत्म हो गया और पुलिस ने चार्ली एब्दो के गुनहगार दोनों काउची भाइयों को मार गिराया.

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पिछले तीन दिनों से दहशत के खिलाफ जारी जंग में फ्रांस की पुलिस ने शुक्रवार को पहली कामयाबी हासिल की. बुधवार से आतंकी काउची बंधु और फ्रैंच पुलिस के बीच चल रहे चूहे-बिल्ली का खेल आखिरकार खत्म हो गया और पुलिस ने चार्ली एब्दो के गुनहगार दोनों काउची भाइयों को मार गिराया.

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ये है पेरिस में हमले की वजह!

शुक्रवार की सुबह ही दोनों भाई नॉर्थ ईस्ट पेरिस के एक कस्बाई इलाके दमात्रिन इन गोली में एक प्रिंटिंग प्रेस के गोदाम में जा छिपे थे और दोनों ने एक शख्स को बंधक बना लिया था. एक तरफ आसमान में मंडराते हेलीकॉप्टरों से मदद और दूसरी तरफ जमीन पर करीब 88 हजार पुलिसवालों की फौज लगातर काउची बंधु का पीछा कर रही थी.

दरअसल, शुक्रवार की सुबह होते-होते फ्रांस की पुलिस को चार्ली एब्दो के दफ्तर पर हमला करनेवाले दोनों काउची भाइयों का सुराग मिल चुका था. इस बार पुलिस को खबर मिली कि दोनों भाई लूटी गई एक कार में पेरिस के उत्तर पूर्व दिशा की तरफ भागे हैं. खबर पुख्ता थी, पुलिस ने दोनों भाइयों का पीछा शुरू किया. जमीन पर हजारों कार, इंटरसेप्टर, स्वाट टीम, एंटी टेरर की एलिट फोर्स और आसमान में ट्रेंड कमांडो और सेना के हेलीकॉप्टरों से दोनों भाइयों का पीछा किया जाने लगा. इसी बीच कार से पुलिस पर फायरिंग हुई और इस बात की तकरीबन तस्दीक हो गई कि हो ना हो इस कार में चार्ली एब्दो के गुनहगार ही छिपे हुए हैं. जमीन पर दोनों संदिग्ध लगातार पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहे थे और जमीन से लेकर आसमान तक से फ्रांस पुलिस दोनों पर गिद्ध की तरह नज़र गड़ाए हुए थी.

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पुलिस की कोशिश कामयाब हुई और सुबह के साढ़े दस बजते-बजते दोनों भाइयों को उसने उत्तर पूर्वी पेरिस के दामात्रिन-इन-गोली नाम के एक कस्बे में इंटरसेप्ट कर लिया. लेकिन दिक्कत ये थी कि इस बार दोनों भाई इस कस्बाई इलाके में एक प्रिंटिग प्रेस के गोदाम में जा छिपे थे और शक ये था कि दोनों ने यहां एक महिला को बंधक बना लिया था. जाहिर है, पुलिस दोनों तक पहुंचने के लिए किसी बेगुनाह की जान जोखिम में नहीं डाल सकती थी. लिहाजा, उसने सीधी कार्रवाई करने की बजाय हमलावरों से राब्ता कायम करने की कोशिश की और इसमें काफी हद तक कामयाब भी हुए.

लेकिन अभी पुलिस काउची बंधुओं तक जिंदा या मुर्दा पहुंचने में कामयाब हो पाती, उससे पहले ही पूर्वी फ्रांस के एक सुपर मार्केट से नए सिरे से एक दहलानेवाली खबर सामने आ गई. इस बार यहां गुमनाम बंदूक धारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी. जिसमें दो लोग ज़ख्मी हो गए. देखते ही देखते इस फायरिंग में दो लोगों की मौत की खबर सामने आ गई, जबकि पांच महिलाओं को बच्चों समेत कई लोगों को बंधक बनाए जाने की बात भी सुनी गई. पुलिस ने ख़बर मिलते ही सुपर मार्केट को घेर लिया.

आगे चल कर ये खबर भी सामने आई कि गुरुवार को असाल्ट रायफल से एक महिला पुलिसकर्मी समेत दो पुलिसवालों को निशाना बनानेवाला जो एक हमलावर मेट्रो में सवार होकर भाग निकला था, शुक्रवार को सुपरमार्केट में हो रही फायरिंग में भी वही शामिल है. इन हमलावरों ने लोगों को बंधक बनाने के बाद पुलिस से काउची बंधु का पीछा छोड़ देने की मांग की और इसे नहीं मानने पर बंधकों को गोली मार देने की धमकी दी. इस बीच फ्रैंच पुलिस ने ये साफ कर दिया सुपर मार्केट के हमले में एक अफ्रीकी मूल का नौजवान एमेडी कॉलीबेली जबकि एक महिला हयातबोऊमेडिनी शामिल हैं. शक ये है कि फ्रांस के मूरत नाम की एक जगह पर इन हमलों से कुछ रोज पहले एमेडी के साथ काउची बंधु की एक मीटिंग भी हुई थी.

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