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भगत सिंह को अपने खून से टीका लगाता था सागर, संसद में हंगामे के आरोपी की मां ने किए कई सनसनीखेज खुलासे

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोपी सागर शर्मा की मां ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल यूनिट के सामने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उन्होंने बताया कि सागर अपने अंगूठे को काटकर खून से शहीद भगत सिंह को टीका लगता था. उसके बाद उसी खून से खुद को टीका लगता था. दिल्ली पुलिस की टीम ने उसके परिजनों से लंबी पूछताछ की है.

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सागर शर्मा की मां ने पुलिस के सामने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं.
सागर शर्मा की मां ने पुलिस के सामने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं.

13 दिसंबर को संसद के सुरक्षा चक्र को तोड़कर हंगाम करने वाले आरोपियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट की कई टीमें इस मामले की जांच में लगी हुई हैं. इसी कड़ी में एक टीम मुख्य आरोपी सागर शर्मा के लखनऊ स्थित घर पर पहुंची. वहां उसके माता-पिता और बहन से लंबी पूछताछ की गई है. इस दौरान आरोपी की मां रानी शर्मा ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि सागर अपने अंगूठे को काटकर खून से शहीद भगत सिंह को टीका लगता था. उसके बाद उसी खून से खुद को टीका लगता था. परिजनों ने उसे कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माना. 

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने वीडियो कॉल के जरिए सागर शर्मा की उसके परिजनों से बात कराई थी. इस बातचीत के दौरान वो बार-बार कह रहा था कि वो लोग परेशान मत हो सब ठीक है. उसकी मां ने बताया कि उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे किसी बात का अफसोस नहीं है. वह कह रहा था कि उसने जो किया वह ठीक किया. उसकी बहन ने बताया कि पुलिस ने घर से नटराज ब्लड लिया, जिसके जरिए सागर ने अपने जूते में जगह बनाई थी. उसने दिल्ली जाने से पहले नए जूते लाकर घर पर सबको दिखाया था और कहा था कि अपने और अपने दोस्तों के लिए जूते लाया है. जूते आलमबाग के सडाना फुट वियर से खरीदे गए थे.

सागर की मां ने कहा- बेटे का ब्रेनवाश किया गया

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सागर शर्मा की मां ने रोते हुए सरकार से गुजारिश की है कि उसके बेटे का ब्रेनवाश किया गया है. वो उनका इकलौता बेटा है. उसे नुकसान न पहुचाया जाए. दिल्ली पुलिस की टीम ने ब्लेड के अलावा घर के सभी लोगों का आधार कार्ड भी लिया है. उधर सडाना फुट वियर के मालिक दीपक सडाना ने बताया कि उनके दुकान पर सैकड़ों लोग आते हैं. उनको हर किसी का चेहरा याद नहीं रहता. हो सकता है कि सागर भी आया हो. उनसे पूछताछ के लिए पुलिसवाले आए थे. वो लोग वीडियो कॉल के जरिए सागर से जुड़े हुए थे. इस दौरान उन्होंने सागर को कई जूते दिखाएं तो उसमें से एक जूते को उसने पहचाना. यह जूता लांसर कंपनी का है, जिसकी कीमत 600 रुपए है. 

जूते की दुकान में लगे सीसीटीवी खंगालेगी पुलिस

पुलिस दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के लिए अपने साथ डीवीआर ले गई है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों को पहले से पता था कि साधारण जूतों में कलर स्प्रे ले जाना संभव नहीं है. ऐसे में उन्होंने लखनऊ में स्पेशल जूते बनवाने का प्लान बनाया. इसकी जिम्मेदारी सागर को सौंपी की गई. उसके द्वारा बनवाए गए जूतों में स्प्रे छुपाकर आरोपी संसद में पहुंचे थे. खास बनावट के जूते होने की वजह से उसके बारे में सुरक्षाकर्मियों को पता नहीं चल पाया. वे चकमा देने में कामयाब रहे. सागर और मनोरंजन संसद की वेल में कूदने के बाद हंगामा करने लगा. सांसदों ने जब घेराबंदी करके पकड़ने की कोशिश की तो जूते से कलर स्प्रे निकालर हवा में उड़ा दिया. 

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लखनऊ के आलमबाग में स्थित सडाना फुट वियर, जहां से सागर ने खरीदे जूते.

सागर शर्मा के घर से मिली एक सीक्रेट डायरी

पुलिस को सागर के घर से एक सीक्रेट डायरी भी मिली है. पुलिस को यकीन है कि डायरी कई रहस्यों को खोल सकती है. साजिश के उलझे हुए तारों को सुलझा सकती है. सागर की डायरी के पन्नों को गौर से देखने पर पता चला कि उसके दिल की गहराई में कैसे कैसे अरमान करवटें ले रहे थे. एक पन्ने पर लिखा था ''घर से विदा लेने का समय नजदीक आ गया है. एक तरफ डर भी है और दूसरी तरफ कुछ भी कर गुजरने की आग भी दहक रही है. काश मैं अपनी स्थिति माता पिता को समझा सकता. लेकिन ऐसा नहीं है कि मेरे लिए संघर्ष की राह चुनना आसान रहा.'' पुलिस के लिए डायरी में लिखे एक-एक शब्द साजिश की बिखरी कड़ियों को जोड़ने में मददगार हो सकता है. 

लखनऊ में रहता है सागर शर्मा का परिवार

सागर का परिवार लखनऊ के आलमबाग में किराए के घर में रहता है. वो बैटरी रिक्शा चलाता था. उसके पिता कारपेंटर का काम करते हैं. उनका परिवार पिछले 15 वर्षों से लखनऊ में रह रहा है. उसकी मां का कहना है कि वो धरना प्रदर्शन करने की बात कहकर दिल्ली गया था. दिल्ली जाकर मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के गेस्ट के रूप में पास लेकर दर्शक दीर्घा तक पहुंचा था. अब पुलिस उसकी पूरी कुंडली खंगाल रही है. उसके चार बैंक अकाउंट के बारे में पता चला है. उसकी बहन पायल ने बताया था, ''मैंने अपने भाई को अपनी मां से यह कहते हुए सुना कि वह कुछ दिन पहले एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहा है. वो पहले बंगलुरु में काम करता था. 

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मास्टरमाइंड ललित झां के घर पहुंची पुलिस

संसद पर हमले के मामले में सबूत की कड़ियां जुड़ रही हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वो जले फोन बरामद कर लिये जो ललित झा ने नागौर ले जाकर जला दिए थे. अब सभी आरोपियों को उनके गांव या शहर ले जाकर पड़ताल होगी. बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है. संसद भवन सुरक्षा में सेंध मामले के आरोपी ललित झा के घर दरभंगा के बहेड़ा थाना पुलिस रविवार देर एक बार फिर पहुंची. पुलिस ने ललित के घरवालों से भी पूछताछ की है. इस दौरान ललित की मां मंजुला देवी फफक-फफककर रोने लगीं. उन्होंने फिर कहा कि वह ऐसा नही था कैसे हो गया यह सब समझ में नहीं आ रहा है. पुलिस ने उसके पिता देवानंद झा, माता और भाई से घंटों पूछताछ की है.

पूरी वारदात एक गहरी साजिश का नतीजा

पुलिस की स्पेशल सेल ने जले हुए मोबाइल के टुकड़े राजस्थान के नागौर से बरामद किए. इसके बाद साफ हो गय़ा है कि पूरी वारदात एक गहरी साजिश का नतीजा है, तभी तो साजिश के तमाम सबूत और सुराग को मास्टरमाइंड ललित ने इस तरह से तबाह करने की कोशिश की ताकि पुलिस जांच अंधेरे में भटक जाए. आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलग-अलग जगह पर ले जाकर केस से जुड़े सबूत जुटा रही है. जांच की आगे की दिशा भी अब साफ हो रही है. क्राइन सीन के रिक्रिएशन के लिए स्पीकर से इजाजत मांगी गई है, जिसके बाद आरोपियों को संसद ले जाकर रिक्रिएशन के जरिए पता किया जाएगा कि किस तरह से इस घटना को अंजाम दिया गया.

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