आसाराम के आश्रम में आज सूरत पुलिस को छापेमारी के वक्त एक तहखाना मिला है. पुलिस को तहखाने से कई अहम दस्तावेज, 34 हाई डिस्क और 2 पेन ड्राइव भी मिले हैं. लोगों कि माने तो यह वही तहखाना है जहां आसाराम कई बार ऐकांत वास में भी जाते थे.
तहखाने में हैं अलग-अलग कमरें, महिलाओं को भी बुलाया जाता था
पुलिस को मिले आसाराम के तहखाने में कई अलग-अलग कमरें बनाए गए हैं. लोगों के अनुसार आसाराम जब भी अहमदाबाद में सत्संग रखते थे,पैसे यहीं रखे जाते थे.यही नहीं कई बार आसाराम तहखाने में ऐकांतवास के लिए महिलाओं को भी बुलाते थे.
गड़बड़ी होने पर नदी में निकलकर भागने का है रास्ता
इस तहखाने की खास बात यह है कि इसका रास्ता भी अहमदाबाद की साबरमती नदी में निकलता है,जिसे खास तौर पर बनाया गया है.ऐसे में यदि कहीं से भी गड़बड़ी की आशंका होने पर इसी रास्ते सीधा साबरमती नदी में निकल कर भागा जा सकता है.पुलिस के मुताबिक आसाराम के अब तक देश में जीतने भी आश्रम बने हैं, उसमें 99 प्रतिशत आश्रम शहरों की नदी के किनारे बनाए गए हैं ताकि आश्रम के नाम पर वह नदी की जमीन और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लें.
कमरों में है बेड, टॉयलेट, मनाई जाती थी रंगरलियां
पुलिस के अनुसार,आसाराम के हर आश्रम में खास तरह के तहखाने बनाये जाते हैं. आसाराम और नारायाण अपने ऐकांतवास के नाम पर यहीं महिला साधकों के साथ रंगरलीया भी मनाते थे। इतना ही नहीं आसाराम के खास लोग इस तहखाने के बाहर तैनात रहते हैं जो कई बार किसी के आने पर खास तरह के संकेत आसाराम और उसके बेटे को देते थे ताकि वह वहां से भाग निकले. इस तहखाने में खास तरह के कमरे बने हुए हैं, जिसमें बकायदा एक बेड के साथ टॉयलेट बाथरुम भी रखा गया हे। यहीं पर ध्यान और एकांतवास के लिए महिला साधकों को बुलाया जाता था.