पिछले कई दिनों से मुश्किलों में घिरती दिख रही राधे मां के लिए ये खबरह राहत भरी हो सकती है. मुंबई पुलिस के सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दहेज उत्पीड़न के लिए भड़काने के मामले में राधे मां के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं.
अब तक जिन लोगों के बयान दर्ज किए हैं उससे राधे मां के खिलाफ सबूत नहीं मिलता. इस मामले में पुलिस शुक्रवार को राधे मां का बयान दर्ज करेगी. इसके साथ ही दहेज उत्पीड़न मामले में राधे मां की गिरफ्तारी की संभावना बेहद कम हो गई है.
राधे मां ने अपने उपर लगे आरोपों की सफाई में कहा था कि वो सीबीआई जांच के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने कहा था कि वो बेकसूर हैं और किसी भी तरह की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं. उनका कोई कसूर नहीं है. कभी किसी के साथ बुरा नहीं किया है.
बताते चलें कि राधे मां उर्फ सुखविंदर के खिलाफ अब तक छह से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. उनके खिलाफ मंगलवार को मुंबई की वकील फाल्गुनी ब्रह्मभट्ट ने हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कराई है. इसमें उन पर अश्लीलता और पाखंड फैलाने का आरोप लगाया गया है.
मुंबई के कांदिवली में राधे मां के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का जो केस दर्ज किया गया है, उसमें वह सातवें नंबर की आरोपी हैं. उनको मुंबई पुलिस ने इस केस में समन भी भेजा है. उन्हें 14 अगस्त तक थाने में आकर बयान पक्ष रखने को कहा गया है.