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सोशल मीडिया के इस जमाने में हम आपको एक ऐसी ख़ूनी रील की कहानी बताने जा रहे हैं, जो बिल्कुल हटकर है. जुर्म की इस वारदात से पहले क़ातिल ने सोशल मीडिया पर एक रील डालकर बाकायदा अपने इरादों का ऐलान किया, लेकिन इससे पहले कि लोग उस रील के पीछे की कहानी को समझ पाते, दो बच्चों समेत तीन लोगों की जान जा चुकी थी और एक ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा था.
तीन-तीन मौत की दर्दनाक कहानी
नफ़रत, गुस्से और तीन-तीन मौत की ये एक ऐसी दर्दनाक कहानी है, जिस पर यकीन करना भी मुश्किल है. वो इसलिए क्योंकि इस कहानी में नफ़रत और गुस्से की स्याह परछाई से ज़्यादा मोहब्बत और कुरबत की खूबसूरती दिखती है.
चाचा का भतीजी-भतीजे से प्यार
एक रील जिसमें चाचा और भतीजी के प्यार की दिल को छूने वाली तस्वीरे हैं. और दूसरी रील में भी ऐसा ही कुछ नजर आता है. इन दोनों ही रील्स में एक किरदार कॉमन है लंबी-लंबी मूछों वाला एक शख्स. जबकि जो किरदार अलग-अलग हैं, उनमें दोनों ही रिश्ते में उस शख्स के बेहद करीबी हैं. एक है उसकी 12 साल की भतीजी दिव्यांशी और दूसरा महज़ 9 महीने का उसका नन्हा सा भतीजा सूर्यप्रकाश.
चाचा पर ही लगा कत्ल का इल्जाम
सोशल मीडिया पर मौजूद ये रील्स ये बताने के लिए काफी हैं कि चाचा को अपने इन लाडलों से कितना प्यार है और वो अक्सर इस प्यार का सोशल मीडिया पर यूं ही इजहार भी किया करता है. लेकिन अपने भतीजे-भतीजी के साथ जिस प्यार भरे रिश्ते को देख कर कल तक दुनिया रश्क करती थी, आज उसी रिश्ते का अंत जानकर उस पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि इस चाचा पर ही अपने इन फूल से भतीजा-भतीजी के क़त्ल का इल्ज़ाम है.
रघुवीर सिंह ने डाली थी आखिरी रील
फौरी तौर पर उसकी रील्स को देख कर ज्यादा हैरानी नहीं होती. क्योंकि सोशल मीडिया पर इस तरह की डायलॉगबाज़ी का आजकल जबरदस्त चलन है. फिल्मों की देखा-देखी हर कोई डॉयलॉग और डांस स्टेप्स के साथ अपने मूवमेंट रिकॉर्ड करता है और उन्हें सोशल मीडिया पर यूं ही अपलोड कर देता है. शायद यही वजह है कि जयपुर के रहने वाले रघुवीर सिंह ने जब बुधवार शाम को सोशल मीडिया पर ये रील डाली, तो किसी ने भी इसे उतने सीरियसली नहीं लिया, क्योंकि लोगों को लगा का कि अक्सर सोशल मीडिया पर रील्स अपलोड करने वाले रघुवीर का शायद ये एक और नया रील्स है. लेकिन इसके चंद घंटों के बाद रघुवीर और उसके इन प्यारे-प्यारे भतीजा-भतीजी की ज़िंदगी में जो कुछ हुआ, उसने लोगों को झकझोर कर रख दिया.
5 मई 2024, रात 9 बजे, लक्ष्मीनगर - जयपुर
जयपुर के इस इलाके से किसी ने पुलिस को फोन किया कि यहां एक घर में एक मां और उसके दो बच्चों का क़त्ल कर दिया गया है. सरेशाम एक रिहायशी इलाके में तीन-तीन क़त्ल की बात सुन कर पुलिस के हाथ पांव फूल गए. फौरन झोटवाड़ा थाने की एक पुलिस टीम मौका ए वारदात पर पहुंची. और जैसी की शिकायत मिली थी, वाकई कॉलोनी के एक मकान में मौत के तांडव के निशान नजर आ रहे थे. यहां रहने वाले लक्ष्मण नाम के एक शख्स की बीवी शकुंतला और उसके दो बच्चे 12 साल की बेटी दिव्यांशी और 9 महीने का बेटा सूर्यप्रताप लहूलुहान हालत में मिले. सभी के शरीर पर चाकुओं के भयानक घाव थे. पूरे मकान में खून की धार बह रही थी.
जा चुकी थी मासूम बच्चों की जान
मौके पर ही शकुंतला का पति यानी इन बच्चों का पिता लक्ष्मण भी मौजूद था, लेकिन उसे घर में घुस आए हमलावर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और वो अपने परिवार की ये हालत देख कर बदहवास था. ज़ारो-क़तार रो रहा था. आनन-फानन में पुलिस ने तीनों को संभाला और फौरन उठा कर जयपुर के ही एसएमएस अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मुर्दा करार दिया. यानी अस्पताल लाए जाने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी, जबकि बच्चों की मां शकुंतला की हालत नाजुक बनी हुई थी.
भाभी से कहासुनी के बाद रघुवीर ने किए कत्ल
पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया और सबूत इकट्ठा करने की कोशिश की. शुरुआती छानबीन में पुलिस को पता चला कि लक्ष्मण के बीवी बच्चों पर हमला करने का कोई और नहीं बल्कि लक्ष्मण का छोटा भाई रघुवीर ही था. जो बाइक लेकर यहां पहुंचा था. यहां उसकी पहले शकुंतला से लड़ाई हुई और फिर उसे गुस्से में आकर अपनी भाभी और बच्चों पर चाकू से हमला कर दिया. पहले उसने शकुंतला को बुरी तरह जख्मी किया और फिर मासूम दिव्यांशी का गला काट दिया. और तो और इस हैवान चाचा का दिल 9 महीने के मासूम सूर्य प्रताप पर भी नहीं पसीजा और उसने चाकू से ही उसकी भी जान ले ली. कत्ल के बाद उसने तीनों को एक कमरे से दूसरे कमरे में घसीटा और शायद सबूत मिटाने की कोशिश की.
बाइक से फरार हो गया था रघुवीर
उधर, पुलिस के आने से पहले लोगों ने रघुवीर को शकुंतला के घर में देखा था. लेकिन इस हमले के बारे में पूछने पर उसने कोई भी साफ-साफ जवाब नहीं दिया. मगर जब तक लोग पुलिस को फोन कर इस वारदात की जानकारी देते और पुलिस मौके पर पहुंची, रघुवीर बाइक लेकर मौके से फरार हो गया. अब दो बच्चों के इस भयानक क़त्ल और शकुंतला पर हुए कातिलाना हमले को लेकर पुलिस का शक तो रघुवीर पर था ही, लेकिन इससे पहले कि पुलिस उसे पकड़ पाती, इस मामले में एक और बड़ा ट्वीस्ट आ गया.
ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
रघुवीर ने कत्ल की इस वारदात के कुछ ही देर बाद जयपुर के कनकपुरा रेलवे फाटक के पास ट्रेन के आगे कूद कर अपनी जान दे दी. खबर मिलने पर पुलिस ने रेलवे ट्रैक के पास से उसकी लाश बरामद की. लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर एक ऐसा शख्स जो अपने भतीजे-भतीजी से बेहद प्यार करता था आखिर उसी ने अपने हाथों से उन मासूमों का क़त्ल क्यों कर डाला? इसके पीछे की वजह क्या रही?
खाली ज़मीन को लेकर था विवाद
तो पुलिस की तफ्तीश में वो कहानी भी सामने आई. दरअसल, रघुवीर अपने भाई के घर के पास वाली एक खाली ज़मीन को हथियाना चाहता था. वो अक्सर लक्ष्मण से ये ज़मीन उसके नाम पर करने की मांग करता था और इसे लेकर दोनों भाइयों में झगड़े होते थे. बुधवार रात को जब रघुवीर अपने भाई लक्ष्मण के घर पहुंचा, तो लक्ष्मण तो घर पर नहीं था, लेकिन उसकी जमीन को लेकर अपनी भाभी शकुंतला से कहासुनी शुरू हो गई, जिसके बाद उसने पहले शकुंतला पर चाकू से हमला किया और इसके बाद एक-एक कर दोनों बच्चों की भी जान ले ली.
लास्ट रील में दिया था खूनी हिंट
हालांकि सोशल मीडिया पर उसकी ओर से अपलोड की गई इस लास्ट रील को देख कर ये साफ है कि वो बुधवार की शाम मरने मारने का इरादा करके ही लक्ष्मीनगर में अपने भाई के घर पहुंचा था. पुलिस की मानें तो रघुवीर ने सोशल मीडिया पर जो लास्ट रील अपलोड किया था, उसमें पहले उसने शाहरुख खान के कुछ क्लिप्स लगाए और फिर उसी की नकल करते हुए उसने कहा कि ये रात इस दुनिया में उसकी आखिरी रात है, इसके बाद वो हमेशा-हमेशा के लिए सबसे विदा लेकर दूर चला जाएगा. लेकिन जैसा कि हमने पहले बताया तब उसके इस रील को देख कर किसी ने भी ये नहीं सोचा था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है और ऐसी किसी भयानक वारदात को अंजाम दे सकता है.
शकुंतला के बयान पर दर्ज हुआ मामला
लेकिन इस रील के बाद जब उसने अपने ही घर लाशें बिछाने की शुरुआत कर दी और वो भी अपने ही छोटे-छोटे और प्यारे-प्यारे भतीजा-भतीजी को अपनी नफरत का शिकार बनाया, उससे लोगों को ये बात समझ में आ गई कि आखिर रघुवीर के दिमाग में क्या चल रहा था. फिलहाल पुलिस ने शकुंतला के बयान पर रघुवीर के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया है, लेकिन दो बच्चों के क़त्ल का मुल्जिम रघुवीर अब खुद ही इस दुनिया से दूर जा चुका है.