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बीच समंदर जहाज हाईजैक, फिल्म जैसा एक्शन और इजरायल पर चोट का प्लान... लेकिन धोखा खा गए हूती विद्रोही!

उस जहाज के हाईजैक होने की तस्वीरें कैमरे में क़ैद हो गईं. जो चौंकने वाली तस्वीरें हैं. बीच समंदर में उस जहाज पर ख़ौफ़नाक हमला हुआ. हेलीकॉप्टर से एक-एक कर जहाज़ पर उतरे बंदूकधारी हमलावर उतरे और 'गन प्वाइंट' पर उस जहाज़ को अगवा कर लिया.

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जहाज के हाईजैक होने की तस्वीरों ने दुनिया को दहला दिया है
जहाज के हाईजैक होने की तस्वीरों ने दुनिया को दहला दिया है

इजरायल और हमास के बीच जंग चल रही थी. इसी दौरान एक वीडियो सामने आता है. अगर उस वीडियो की हकीकत किसी को ना मालूम हो तो ऐसा लगता है कि वो किसी बॉलीवुड फिल्म का एक्शन सीन हो. बीच समंदर में एक मालवाहक जाहज जा रहा है. अचानक एक हेलीकॉप्टर उस जहाज के ऊपर मंडराने लगता है. और फिर कुछ बंदूकधारी जहाज पर उतर जाते हैं. इसके बाद जो हुआ, उसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. 

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जहाज पर हमला
उस जहाज के हाईजैक होने की तस्वीरें कैमरे में क़ैद हो गईं. जो बेहद चौंकने वाली तस्वीरें हैं. बीच समंदर में उस जहाज पर ख़ौफ़नाक हमला हुआ. हेलीकॉप्टर से एक-एक कर जहाज़ पर उतरे बंदूकधारी हमलावर उतरे और 'गन प्वाइंट' पर उस जहाज़ को अगवा कर लिया. इस 'शिप-हाईजैक' की वारदात से लाल-सागर में उबाल आ गया. दरअसल, वो जहाज तुर्किए से भारत आ रहा था.

बॉलीवुड फिल्म जैसा सीन
हमले के ऐसी तस्वीरें आम तौर पर वीडियो गेम में या फिर फिल्मों में ही देखने को मिलती हैं. लेकिन बीच समंदर में तैर रहे एक भारी-भरकम जहाज को सचमुच यूं हाईजैक करने की तस्वीरों को देखना वाकई एक नए किस्म और डरावना अनुभव है. वो तस्वीरें लाल सागर की हैं. जहां एक माल वाहक जहाज समंदर का सीना चीर कर पूरी शान से आगे बढ़ रहा था. उस जहाज का नाम है गैलेक्सी लीडर. मौसम खुशगवार था और जहाज की छत पर कोई भी मौजूद नहीं था. ना तो कोई क्रू मेंबर और ना ही कोई सिक्योरिटी गार्ड. 

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हेलीकॉप्टर से उतरे हथियारबंद लड़ाके
इतने में आसमान में उड़ता एक हेलीकॉप्टर कैमरे के फ्रेम में नज़र आता है. हेलीकॉप्टर देखते ही देखते जहाज़ के बिल्कुल ऊपर आ जाता है. उस हेलीकॉप्टर के निचले हिस्से में दो झंडे बने हैं. एक यमन का और दूसरा फिलिस्तीन का. हेलीकॉप्टर जहाज के ऊपर आते ही इसके डेक के कुछ इतने करीब आ जाता है कि उसका बस जहाज पर लैंड करना ही बाकी रह जाता है. और फिर इन हालात में हेलीकॉप्टर के अंदर से एक-एक कर नक़ाबपोश हथियारबंद लड़ाके नीचे उतरने लगते हैं. एक, दो, तीन, चार, पांच, छह.

हथियारबंद लड़ाकों ने किया जहाज पर कब्जा
फिर तो पानी में तैर रहे जहाज पर नकाबपोश लड़ाकों की तादाद बढ़ती जाती है और धीरे-धीरे ये सभी डेक से होते हुए केबिन की तरफ आगे बढ़ने लगते हैं. इसके बाद केबिन का दरवाज़ा खोल जाता है और जहाज के अंदर मौजूद सभी क्रू मेंबर्स को फौरन सरेंडर करने का हुक्म दिया जाता है. लड़ाके चिल्ला कर कहते हैं कि अगर जिंदगी की खैरियत चाहते हो तो वो फौरन फर्श पर लेट जाओ. इसके आगे आतंकी जहाज के अंदर भी हथियारों के साथ एक-एक कर लोगों को काबू करते हुए नजर आते हैं. और अगले कुछ मिनटों में ये नकाबपोश लड़ाके पूरी जहाज़ को अपने कब्ज़े में ले लेते हैं.

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जहाज पर लहराए यमन के झंडे
अगली तस्वीर फिर टॉप एंगल से नजर आती है. अब इस जहाज की डेक में अलग-अलग जगहों पर यमन के झंडे लहराते हुए नजर आते हैं. जहाज़ अब भी समंदर की लहरों पर पहले की तरह ही तैर रहा है लेकिन अब इस जहाज को चारों तरफ से छोटे-छोटे नावों के घेर रखा है, जिसमें हथियारबंद लड़ाकों की मौजूदगी साफ नजर आती है. फिर तो ये नावें जहाज को चारों तरफ से घेर अपने मन माफिक चलने के लिए मजबूर करते हैं. यानी अपने साथ ले जाते हैं.

हूती ने जारी किया वीडियो
यमन के आतंकी संगठन हूती ने 20 नवंबर को ये वीडियो जारी किया है. और साथ ही ये दावा किया है कि उसने लाल सागर में तैरते इस कार्गो शिप यानी माल वाहक जहाज को कुछ इसी तरह सीज़ कर लिया. ये फुटेज यमन के ही मूवमेंट टीवी चैनल अल मर्सिया की ओर से इस वारदात के एक दिन बाद जारी किया गया है. हुती विद्रोहियों का संबंध बेशक यमन से हो, लेकिन ये माना जाता है कि इस आतंकी संगठन को ईरान का समर्थन प्राप्त है. 

जंग से जोड़कर देखी जा रही वारदात
बीच समंदर में एक विशालकाय माल वाहक जहाज को यूं अगवा करने की इस वारदात का ताल्लुक हमास और इज़रायल की जंग से जोड़ कर देखा जा रहा है. खास कर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने 19 नवंबर को लाल सागर से अगवा किे गए इस जहाज को लेकर हुती का शुक्रिया अदा किया है. आतंकी संगठन हमास के प्रतिनिधि ओसामा हमदान ने कहा है 'यमन की फौज की ये कार्रवाई स्वागत के योग्य है. मेरा मानना ​​है कि ये गाजा में इजरायल की ओर से किए जा रहे जुल्म के खिलाफ़ हर वफादार को फिलिस्तीनी लोगों की रक्षा और मदद के लिए प्रेरित करता है.'

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इजरायली हमले के विरोध में हाईजैक
लेकिन बात इतनी भर नहीं है. इस जहाज को अगवा किए जाने के पीछे भी एक ऐसी कहानी है, जिसे निगाहों का धोखा कहा जा सकता है. असल में हुती आतंकियों ने इस जहाज के इजरायली जहाज होने की बात कही है. हुती का कहना है कि उसने फिलिस्तीन पर किए जा रहे इजरायली हमलों के विरोध में इसे अगवा किया है. लेकिन कहानी में पेंच ये है कि खुद इजरायल ने इस जहाज को अपना मानने से इनकार कर दिया है. इज़रायल का कहना है कि गैलेक्सी लीडर नाम के इस जहाज से उसका कोई लेना-देना नहीं है. 

इजरायल का जहाज से कोई संबंध नहीं
इजरायल ने साफ किया है कि जहाज का मालिकाना हक एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, जबकि इसे जापान की एक कंपनी ऑपरेट करती है. जबकि उसका परिचालन जापानी लोग करते हैं. इजरायल ने जहाज के अपहरण की इस वारदात के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि ये पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर घटना है. इजरायल ने हुती विद्रोहियों की इस कार्रवाई को एक्ट ऑफ टेररिज्म यानी एक आतंकी हरकत करार देते हुए कहा है कि इसका असर इंटरनेशनल मेरीटाइम सिक्योरिटी पर पड़ना तय है. यानी समंदर में जहाजों के परिचालन पर इस आतंकी कार्रवाई का असर देखने को मिल सकता है. 

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धोखे में किया जहाज को अगवा
ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या यमन के आतंकियों ने धोखे में ही इसी इजरायली जहाज को अगवा कर लिया? तो जवाब है कि अब तक जो घटनाक्रम सामने आया है और जिस तरह से हमास ने इस वारदात के बाद हुती को शुक्रिया कहा है, उससे तो कुछ ऐसा ही लगता है. समझा जाता है कि आतंकियों ने इस जहाज को इजरायली नागरिकों को अगवा करने के लिए किया था, लेकिन हक़ीक़त यही है कि इस जहाज में इजरायल का एक भी नागरिक मौजूद नहीं था. बल्कि इसमें यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलिपींस और मैक्सिको समेत कई देशों के कुल 25 क्रू मेंबर मौजूद थे, जो फिलहाल हुती विद्रोहियों के कब्जे में हैं. 

तुर्किए से भारत आ रहा था जहाज
खबरों के मुताबिक ये जहाज तुर्किए से भारत आ रहा था. और इसमें ऑटोमोबाइल से जुड़ा सामान था. इस जहाज को अगवा किए जाने का वीडियो जारी करने के बाद हुती के प्रवक्ता याहया सारी ने कहा है कि उनके लड़ाकों ने लाल सागर में ऐक सैन्य अभियान चलाया और इजरायली जहाज को जब्त कर लिया है. जहाज को यमन के तट पर ले जाया गया है और जहाज के क्रू मेंबर्स के साथ पिलहाल इ्स्लामिक नियमों और मूल्यों के मुताबिक व्यवहार किया जा रहा है. वैसे हुती ने बेशक गैलेक्सी लीडर नाम के इस जहाज को अभी अगवा किया हो, लेकिन उसने पहले ही कह दिया था कि हमास के खिलाफ इजरायल जिस बर्बर तरीके से पेश आ रहा है, उसके खिलाफ वो लाल सागर से गुजरने वाले उन सभी जहाजों पर निशाना बनाएगा, जिनका संबंध तेल अवीव यानी इजरायल से हो. 

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कौन हैं हूती विद्रोही?
हूती सुन्नी दबदबे वाली यमनी सरकार का विरोधी है और 2004 से लेकर अब तक यमन की सरकार के साथ छह युद्ध लड़ चुका है. हुसैन बदरेद्दीन अल-हूती के नेतृत्व में इस समूह ने 2004 में अब्दुल्ला सालेह सरकार के खिलाफ विद्रोह किया था और उसी साल सितंबर में यमनी सेना की कार्रवाई में बदरेद्दीन अल-हूती मारा गया. अब इस समूह का नेतृत्व अब्दुल मलिक अल-हूती के पास है. हूती विद्रोही समूह ने 2014 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया और वहां की चुनी हुई सरकार को निर्वासन के लिए मजबूर कर दिया. तब से वे सऊदी के नेतृत्व वाले सुन्नी अरब देशों के गठबंधन के खिलाफ गृह युद्ध लड़ रहे हैं.
 

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