बग़दादी ने दुनिया को दहलाने के लिए क्या-क्या नहीं किया? और दुनिया ने बग़दादी को मारने के लिए क्या कुछ नहीं किया. एक आतंकी संगठन कितना भी मज़बूत क्यों न हो. लेकिन कैसे और कब तक वो दुनिया की धाकड़ सेनाओं से आमने सामने का मुकाबला कर सकता है? चोरी छिपे अगर कोई बग़दादी की मदद कर भी रहा है, तो भी क्या बगदादी उस मदद से ये महामुकाबला कर सकता है? कतई नहीं. तो फिर ऐसा क्या है आईएसआईएस के पास जो पिछले करीब 6 सालों से वो इराक और सीरिया से खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है.
उसने नौजवानों को जिहादी बनाया दुनिया खामोश रही. उसने औरतों को फिदायीन बनाया दुनिया चुप रही. उसने मासूमों के दिमाग में ज़हर घोला. दुनिया ने नज़रअंदाज़ कर दिया. लेकिन अब जो ये कर रहा है, यदि उसे नज़रदाज़ किया गया तो फिर शायद दुनिया ही नज़र नहीं आएगी. अब अगर दुनिया खामोश रही तो पूरी इंसानियत पर खतरा मंडराएगा और अब चुप रहना अपनी ही मौत को दावत देने के बराबर होगा. क्योंकि बगदादी ने इस बार सीधे आतंक का प्रोडक्शन हाउस ही खोल लिया है, जिसमें हथियार, बारूद, ग्रेनेड, मोर्टार और बंदूक बन रहे हैं.
बगदादी के इस प्रोडक्शन हाउस में देसी रॉकेट, आईईडी, ग्रेनेड और मोर्टार भरे पड़े हैं. बगदादी ने एक बंदूक के आगे साइलेंसर लगा दिया है. इसकी लंबाई 20 सेंटीमीटर और 35 मिलीमीटर चौड़ाई है. बगदादी के प्रोडेक्शन हाउस से निकला ये सबसे नया औज़ार है. इसे लगाने के बाद बंदूक से निकलने वाली गोली की आवाज़ करीब करीब खत्म हो जाती है. यकीन मानिए इसे बंदूक के आगे लगाकर बगदादी के आतंकियों ने कोहराम मचा दिया है. अब तक मिली खबरों के मुताबिक करीब दो दर्जन इराकियों को बगदादी के आतंकी साइलेंसर वाली बंदूक से मार चुके हैं.
इस साइलेंसर का इस्तेमाल ज़्यादातर बगदादी के स्नाइपर कर रहे हैं. जो सड़क पर चलते-चलते अपने दुश्मनों को टारगेट कर रहे हैं. एक सफेद कार में बैठे इराकी सेना के एक अधिकारी को आईएसआईएस के आतंकियों ने ऐसे ही साइलेंसर लगाकर गोली मारी. सड़क पर लोग चलते रहे. किसी को अंदाज़ा भी नहीं हुआ कि उनके साथ चल रही गाडी में मर्डर हो गया. काली कार में सवार एक शख्स के साथ भी ऐसे ही हुआ. इराकी सरकार सरेराह हो रहे इस कत्ल से परेशान हैं. उसके लिए सबड़े बड़ी मुश्किल बन गया है बगदादी का ये साइलेंसर.
बगदादी के प्रोडक्शन हाउस में बने इस साइलेंसर को लगाकर आतंक के गुर्गे निशांची बन गए हैं. अब वो आमने सामने की लड़ाई के बजाए छुपकर बिना आवाज़ किए इराकी सैनिकों को मार रहे हैं. हालांकि बगदादी के ये निशांची पिछले कई हफ्तों से जंग के मैदान में थे मगर जितना नुकसान उन्होंने अब तक नहीं किया. उससे कई गुना नुकसान वो अपनी बंदूक के आगे इस साइलेंसर को लगाकर कर चुके हैं. बगदादी ने इन्हें फरमान दिया गया है कि न तो एक भी गोली ज़ाया जाए और न ही गोली किधर से आई इसका अंदाज़ा लग पाए.
* ग्रेनेड
* मोर्टार
* आईईडी
* रॉकेट
बगदादी की इस घातक तैयारी का खुलासा तब हुआ जब इराक और सीरिया में आतंकी ठिकाने पर सेना ने कब्ज़ा किया. आतंक का ये ठिकाना आतंकियों के बनाए इन देसी हथियारों से अटा पड़ा था. पकड़े गए हथियारों की बनावट और उस पर की गई मार्किंग से ये बात बिल्कुल साफ थी कि ये हथियार बगदादी के कारखाने में ही बने हैं. अमेरिका ने बगदादी के ठिकानों पर खतरनाक केमिकल वेपन का शक़ पहले ज़ाहिर किया था. मगर उसे भी अंदाज़ा नहीं था कि बगदादी के आतंकी खुद ही हथियार बनाने में जुटे हैं.