क्या रूस सीरिया के आसमान से सीरिया की जमीन पर जहरीली गैस से हमले कर रहा है? क्या रूसी सेना सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ जंग में सफेद फॉस्फोरस गैस का इस्तेमाल कर रही है? ये सवाल इसलिए खड़े हुए हैं क्योंकि सीरिया के एक इलाके में रूसी हमले के बाद पूरे इलाके में अचानक सफेद धुएं का गुबार छा गया था. फॉस्फोरस गैस का असर इंसानों की हड्डियां तक गला देता है.
13 नवंबर को सीरिया में आसमान से बरसती मौत को साफ देखा जा सकता है. सीरिया के इदलीब शहर के करीब एक गांव में रात के अंधेरे में अचानक आसमान में आतिशबाजी जैसी चीज दिखाई देती है. ऐसा लगता है मानों सैकड़ों रॉकेट गांव के ऊपर गिरने वाले हैं. मगर फिर जैसे ही ये रॉकेट गांव की जमीन से टकराते हैं अचानक हैरतअंगेज तौर पर सफेद धुएं की चादर पूरे गांव को अपने आगोश में ले लेती है.
अंधेरे में आसमान चमचमा उठा और...
ये सफेद धुएं की चादर कुछ और नहीं बल्कि वो जहरीली सफेद फॉस्फोरस गैस है जो इंसानों के जिस्म के साथ-साथ उसकी हड्डियां तक गला देती है. जिस शख्स ने ये वीडियो बनाया है वो खुद बेहद डरा हुआ है. दरअसल ये वीडियो सीरिया के इदलीब में रहने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बनाया है. उसने इस वीडियो को बाद में ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा- 'शैतान असद (सीरिया के राष्ट्रपति) को बचाने के लिए रूस ने रक्का पर फॉस्फोरस बम गिराए. हम जानते हैं कि ये फॉस्फोरस था क्योंकि रात के अंधेरे में आसमान चमचमा उठा और जब ये सब रुका तो इसकी वजह से हर चीज में आग लग गई.'
सैन्य ठिकानों से 40 मील की दूरी पर थे गांव...
चश्मदीदों के मुताबिक, 13 नवंबर को रूस ने सीरिया के उत्तर-पश्चिम के शहर इदलीब पर हवाई हमला किया और इस हमले में सैकडों लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. दरअसल इस शहर पर सीरिया के राष्ट्रपति असद अल बशर के विरोधियों का कब्जा है और इसी वजह से रूस ने इन दोनों गांवों पर हमला किया था लेकिन यहां पर ISIS के आतंकवादी नहीं बल्कि सीरियाई नागरिक थे और ये दोनों गांव किसी भी सैन्य ठिकाने से 40 मील की दूरी पर थे.
वैसे आपको बता दें कि सफेद फॉसफोरस को डब्ल्यूपी भी कहा जाता है और किसी भी देश की सेना इसका इस्तेमाल रात के वक्त अपने दुश्मनों के ठिकानों पर रोशनी करने के लिए करता है. और दिन के वक्त इसका इस्तेमाल दुश्मन की नजर में धूल झोंकने के लिए किया जाता है. इसकी चपेट में आने वाले किसी भी शख्स का दिल, लीवर और किडनी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और अगर कोई शख्स ज्यादा देर तक फॉस्फोरस गैस की चपेट में आ जाए तो उसकी मौत भी हो सकती है.
अब तक रूस का हाथ होने की पुष्टि नहीं
यह भी एक सच है कि रूसी सेना ISIS के आतंकवादियों के साथ-साथ असद विरोधियों को भी निशाना बना कर उनके ठिकानों पर भी बमबारी कर रही है लेकिन अगर वाकई ये तस्वीरें सच हैं तो फिर रूस के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिक्कतें पैदा हो सकती हैं क्योंकि जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक, किसी भी देश की सेना दूसरे देश के नागरिकों पर फॉस्फोरस या कोई और रासायनिक बम का इस्तेमाल नहीं कर सकती और अगर इस हमले के पीछे रूस है तो यकीनन उसकी सेना ने जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन किया है. हालांकि अभी तक इस बात की तस्दीक नहीं हो पाई है कि इस हमले के पीछे रूसी सेना का ही हाथ था.
अब तक मारे गए 31 लोगों की पहचान
सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए एक अन्य वीडियो में इदलिब के अरिहा शहर की तस्वीरें हैं. इसमें रूसी हवाई हमले से बर्बाद हुए रिहायशी इलाकों की तस्वीरें क़ैद हैं. अरिहा में रविवार को हुए हवाई हमलों में कई लोग मारे गए थे, जिनमें 31 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि 12 लाशों को अब भी नाम का इंतजार है. मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इन हमलों में आम लोग यहां तक औरतें और बच्चे भी मारे गए हैं. उधर, तुर्की में रूसी जेट को मार गिराए जाने के बाद रूस ने अब सीरिया के जंग में ऐसे एसयू 34 फाइटर जेट्स को भी उतार दिया है, जो हवा से हवा में मार कर सकते हैं. यानी अगर हवा में उड़ रहे किसी फाइटर जेट को दूसरे किसी जेट से खतरे की आशंका हो तो वो उसे टारगेट कर सकता है.
दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर जारी किए गए इन वीडियो और शहरियों की मौत की खबर के बाद कई पश्चिमी मुल्कों ने रूस से सिर्फ आईएसआईएस के ठिकानों को निशाना बनाए जाने की ताकीद की है. दरअसल, कई मुल्कों की ये शिकायत है कि रूस आईएसआईएस के नाम पर वैसे विरोधियों को भी अपना निशाना बना रहा है, जो सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ झंडा उठाए हुए हैं.
ISIS ने आत्मघाती हमले में उड़ाया था विमान
एक तरफ रूस आईएसआईएस पर कहर बमन कर टूटा हुई है तो दूसरी ओर आईएस भी अब रूस को धमका रहा है. रूसी यात्री विमान को मार गिराने का दावा करने वाले आईएस ने पेरिस में आतंकवादी हमले के बाद अब रूस में भी उसी तरह के हमले की धमकी दी है. आईएस ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि वो जल्द ही रूस को भी आतंकवादी हमलों से दहला देगा. ISIS ने एक वीडियो जारी कर रूस के राष्ट्रपति को धमकी देते हुए कहा कि क्रेमलिन हमारा होगा और काफिरों के दिल हमारे चाकू देख कर दहल जाएंगे. बता दें कि ISIS सीरिया के सिनाई इलाके में 31 अक्तूबर को रूस के मेट्रोजेट के एक विमान को आत्मघाती हमले में उड़ा चुका है. इस हमले में 224 लोग मारे गए थे और यही वजह है कि अब रूस की आतंरिक सुरक्षा एजेंसियां क्रेमलिन समेत उसके कई छोटे-और बड़े शहरों के चप्पे-चप्पे पर नज़र रखे हुए हैं.