scorecardresearch
 

आतंकवादी संगठन आईएसआईएस को सबक सिखा रहा है रूस

आतंक की दुनिया में साल भर पहले अचानक एक गुमनाम नाम ने सिर उठाया और पूरी दुनिया को आतंकित कर दिया. वो नाम था आईएसआईएस का. कैमरे पर गला काटना, गोली मारना, पिंजड़े में बंद कर जिंदा जलाना या पानी में डूबो देना. सब कुछ उसने किया, मगर अब साल भर बाद पहली बार लग रहा है कि आईएसआईएस की उल्टी गिनती शायद चालू हो गई है.

Advertisement
X
ISIS को सबक सिखा रहा रूस
ISIS को सबक सिखा रहा रूस

आतंक की दुनिया में साल भर पहले अचानक एक गुमनाम नाम ने सिर उठाया और पूरी दुनिया को आतंकित कर दिया. वो नाम था आईएसआईएस का. कैमरे पर गला काटना, गोली मारना, पिंजड़े में बंद कर जिंदा जलाना या पानी में डूबो देना. सब कुछ उसने किया, मगर अब साल भर बाद पहली बार लग रहा है कि आईएसआईएस की उल्टी गिनती शायद चालू हो गई है.

Advertisement

सीरियाई राष्ट्रपति ने दिया न्यौता
कल तक दहशत की सारी हदों से आगे निकलकर दुनिया को ललकारने वाले सबसे खौफनाक आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के लिए अब बाजी पूरी तरह पलट चुकी है. कम से कम सीरिया की कहानी तो ऐसी ही है. सीरियाई राष्ट्रपति बशर-अल-असद के न्यौते पर पिछले तकरीबन 20 दिनों से रूस ने मध्य पूर्व के इस मुल्क का रुख क्या किया है, आईएसआईएस को अपनी औकात अब समझ में आने लगी है. निहत्थे बेगुनाहों को मौत के घाट उतार कर तस्वीरें खिंचवाने वाले कायरों को अब जाकर ये पता चला है कि मौत का असली खौफ क्या होता है और यही वजह है कि पूरे सीरियाई सरजमीन पर जहां अब आईएसआईएस के आतंकवादी चूहों की तरह भागते फिर रहे हैं, वहीं कल तक सड़कों पर हथियार लहरा कर लोगों को डरानेवाले बहुत से स्वयंभू कमांडर अब बिलों में जा छिपे हैं.

Advertisement

सैकड़ों आतंकवादी मौत के घाट उतारे
हालत ये है कि पिछले 30 सितंबर से शुरू हुए हवाई हमले में सीरिया में आईएसआईएस के दसियों ठिकाने पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और सैकड़ों आतंकवादी मौत के घाट उतारे जा चुके हैं. सीरिया की ये ताजी तस्वीरें इस बात की गवाह हैं कि रूस ने बशर-अल-असद के विरोधियों के खिलाफ इस लड़ाई को कितनी गंभरीता से लिया है. रूसी फाइटर जेट्स सीरिया के आतंकी ठिकानों पर एक दिन में जितने हमले कर रही है, अमेरिका और उसके मित्र देश आम तौर पर उतने महीने भर में करते हैं. अकेले पिछले 24 घंटों में रूस ने सीरिया के आतंकी ठिकानों पर जहां 32 हवाई हमले किए हैं, वहीं एक रोज पहले उसने 86 हवाई हमले किए थे.

आईएसआईएस को चारों ओर से जकड़ा
आईएसआईएस के आतंकवादियों के लिए मुसीबत सिर्फ आसमानी नहीं है बल्कि जमीन पर अब तक अकेले आतंकवादियों से टकरा रही सीरियाई फौज को भी रूसी सैनिकों का साथ मिलने से हालात बदल गए हैं. पहली बार लगने लगा है और लड़ाई के इस मैदान में अब आतंकवादियों की पीठ दीवार में जा लगी है, जहां से अब और पीछे जाने का कोई रास्ता नहीं है और ऐसे में बेमौत मारे जाने के सिवाय अब दूसरा कोई रास्ता ही नहीं है. इस रूसी हमले पर दुनिया के माहिरों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन पिछले चंद दिनों में रूस ने जिस तरह से आईएसआईएस को चारों ओर से जकड़ा है, उसे देख कर अब दोस्त तो दोस्त रूस के दुश्मन मुल्कों की आंखें भी चौंधिया गई हैं.

Advertisement

दो हजार फौजियों का बेड़ा तैयार
हाल के कुछ सालों में दुनिया के किसी दूसरे मैदान-ए-जंग में तकनीक और परफेक्शन का ऐसा मंजर देखने को नहीं मिला, जैसा रूस के इस ऑपरेशन में नजर आ रहा है. फिर चाहे वो सुखोई एसयू-34 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल हो, कॉमबैट प्लेन्स और हैलीकॉप्टर्स का या फिर केलिबर क्रूज मिसाईल का. रूस ने जिस तरीके से अपने इन संसाधनों का इस्तेमाल किया है, उससे आतंकवादी अब पनाह मांगने लगे हैं. लेकिन इस पूरे ऑपरेशन का सबसे चौंकानेवाला रूसी फौज का सीरियाई जमीन पर वो बेड़ा है, जिसे उन्होंने रिकॉर्ड वक्त में पूरा किया है. अभी इस ऑपरेशन को शुरू हुए तकरीबन 20 दिनों का वक्त भी नहीं गुजरा और सीरिया के उत्तर पश्चिमी हिस्से पर रूस ने तकरीबन दो हजार फौजियों का अच्छा-खासा बेड़ा तैयार कर लिया है.

फौजियों के मनोरंजन के लिए सिंगर्स और डांसर्स
1970 में मिस्र में हुए रूसी तैनाती के बाद ये पहला मौका है, जब मास्को ने पश्चिम एशिया के किसी मुल्क में इतनी बड़ी तैनाती की है और रूस के इस बेड़े में सिर्फ अत्याधुनिक तकनीक के गोला-बारूद ही नहीं, बल्कि ठहरने-खाने के लिए कैंप और मूवअबेल किचन्स भी शामिल हैं. रूस ने विदेशी जमीन पर अपने फौजियों के मनोरंजन के लिए सिंगर्स और डांसर्स का एक बड़ा ट्रूप भी सीरिया में तैनात कर दिया है. जिसे देख कर फिलहाल ये लगने लगा है कि रूस अब शायद सीरिया को आईएसआईएस मुक्त करने के बाद ही वहां से वापस लौटेगा.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement